PSL के दसवें संस्करण का ड्राफ़्ट 11 जनवरी को होगा। ड्राफ़्ट की तारीख़ पिछले कुछ सालों की तुलना में बाद में रखी गई है। आंशिक रूप से इसका कारण यह है कि टूर्नामेंट का समय एक महीने के लिए पीछे धकेल दिया गया है। अब यह अप्रैल के प्रारंभ से लेकर मई के मध्य तक चार हफ़्तों के स्लॉट में आयोजित किया जाएगा। साथ ही PCB अब IPL के साथ टकराव ज़्यादा चिंतित नहीं है।
हालांकि खिलाड़ियों की उपलब्धता के बारे में कोई नई जानकारी नहीं दी गई है। ड्राफ़्ट में उन खिलाड़ियों का हिस्सा बनने की संभावना है, जो IPL नीलामी में बिके नहीं थे। PSL के IPL के स्लॉट में जाने का एक कारण यह था कि उस समय के दौरान IPL में न खेल रहे खिलाड़ियों की उपलब्धता के बारे में अधिक निश्चितता थी। साथ ही उस समय के दौरान लगभग कोई अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले नहीं थे। इस साल IPL में डेविड वॉर्नर, केन विलियमसन, अकिल हुसैन, जॉनी बेयरस्टो, आदिल रसीद और केशव महाराज जैसे खिलाड़ी नहीं बिके थे। पहले के वर्षों में PSL के दौरान इन खिलाड़ियों के अंतर्राष्ट्रीय ड्यूटी हो सकती थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
हालांकि इसस ये सुनिश्चित नहीं होता कि सभी खिलाड़ी PSL में उपलब्ध होंगे। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) वर्तमान में प्रोफे़शनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (PCA) से विवाद में है क्योंकि उन्होंने घोषणा की थी कि वे IPL के अलावा अन्य किसी भी विदेशी लीग में खेलने के लिए पहले श्रेणी के क्रिकेटरों को एनओसी (No Objection Certificate) जारी नहीं करेंगे। ख़ास कर के ECB के घरेलू सीज़न के दौरान खिलाड़ियों को NOC नहीं देने की बात कही गई है।
इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट में आयोजित किया जाने वाला T20 ब्लास्ट भले ही PSL के साथ नहीं टकराएगा लेकिन चार अप्रैल से शुर होने वाला काउंटी चैंपयिनशिप तब ही आयोजित होगा, जब PSL आयोजित किया जाता है। इस विवाद का समाधान PSL पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है, जो ऐतिहासिक रूप से इंग्लैंड से बहुत सारे विदेशी खिलाड़ियों को आकर्षित करता है।
IPL के ही आयोजन PSL के आयोजित करने की चर्चा पहली बार ESPNcricinfo ने 2022 में रिपोर्ट की थी, एक ऐसा कदम है जिसे PCB स्थायी रूप से लागू करना चाहता है, क्योंकि वह वर्तमान के दिसंबर-मार्च के संकरे स्लॉट से बाहर जाना चाहता है, जो न केवल चार अन्य T20 लीगों के साथ टकराता है, बल्कि एक व्यस्त अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर से भी। इसके विपरीत, अप्रैल से मई के स्लॉट में स्थानांतरित होने से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मुकाबले कम होंगे, और केवल IPL होगा, जिसके साथ, अधिकारियों का कहना है, यह प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता, लेकिन सह-अस्तित्व की कोशिश कर सकता है। और अगर PSL 2026 से दो नई टीमें शामिल करता है, तो उस स्लॉट में एक लंबा सत्र संभव हो सकता है।
इस विंडो को बदलने का निर्णय सार्वभौमिक सहमति से नहीं था। ESPNcricinfo के अनुसार कई फ्रैंचाइज़ी मालिक इस निर्णय से संकोच कर रहे थे। हालांकि इस निर्णय के लिए फ्रैंचाइज़ियों का समर्थन जरूरी नहीं था, क्योंकि PSL की शासी परिषद के पास इस मामले पर एकतरफ़ा निर्णय लेने का अधिकार था।