ऐडम गिलक्रिस्ट : ऋषभ पंत ने युवा होते हुए भी दुनिया के सभी विकेटकीपरों को प्रेरित किया
तीन बार विश्व कप विजेता ने 2023 संस्करण के लिए भारत समेत पाकिस्तान, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को प्रबल दावेदार ठहराया
25-वर्षीय पंत ने फ़रवरी 2017 में अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया था और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में ख़ास कर बहुत प्रभावित किया है। उन्होंने 73 के स्ट्राइक रेट से इस प्रारूप में रन बनाएं हैं और 2020-21 के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में पांच पारियों में 274 रन ठोके थे, जिनमें गाबा के मैदान पर 89 नाबाद की पारी ने सीरीज़ पर कब्ज़ा करने में अहम भूमिका निभाई थी।
गिलक्रिस्ट ने भारत में एक प्रोमोशनल दौरे के बीच में पीटीआई से बात करते हुए कहा, "ऋषभ ने दुनिया के कई विकेटकीपरों को उस [आक्रामक] अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करने को प्रेरित किया है। यह देखने में दिलचस्प है कि एक युवा खिलाड़ी ने कितना बड़ा प्रभाव छोड़ा है। अब सब सकारात्मक तरीक़े से खेलने लगे हैं।"
उन्होंने कहा, "उनके [भारत] पास विकल्पों की कमी नहीं है। उनके पास दो [विकेटकीपर] हैं और जब के एल चोटिल होकर बाहर थे, तब इशान किशन ने मौक़े का फ़ायदा उठाया और अच्छा खेला। अब दोनों टीम में एक साथ हैं और यह बढ़िया चीज़ है।
"सकारात्मक सोच के साथ चयनकर्ताओं को आपको टीम में बनाए रखना [प्रशंसनीय है], अब लगता है के एल ही कीपिंग करेंगे, लेकिन इससे किशन की बल्लेबाज़ी पर कोई असर नहीं पड़ा है। वह आक्रामक और घातक शैली से खेलते हैं।"
गिलक्रिस्ट ने दिए विश्व कप में चार सेमीफ़ाइनलिस्ट के नाम
"ऑस्ट्रेलिया साउथ अफ़्रीका दौरे से काफ़ी कुछ सीख कर भारत आ रहा है। उनका विश्व कप से पहले तीन मैचों की सीरीज़ भी है। उससे आपको अंदाज़ा लग जाएगा कि ऑस्ट्रेलिया अभी कहां है। साउथ अफ़्रीका में ऐडम ज़ैम्पा पर मार पड़ी लेकिन यहां परिस्थितियां कुछ और होंगी। यह एक अनुभवी टीम है और वह इस अनुभव का पूरा फ़ायदा उठाना चाहेंगे।"
ऑस्ट्रेलिया में कुछ विशेषज्ञ डेविड वॉर्नर को बल्लेबाज़ी में और नीचे भेजने की सलाह दे रहें हैं, लेकिन गिलक्रिस्ट उनसे सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा, "वह [वॉर्नर] साउथ अफ़्रीका में अच्छी लय में नज़र आए। मुझे लगता है वह शीर्ष पर ही रहें तो सही है। उन्होंने साउथ अफ़्रीका में दिखाया कि वह सलामी बल्लेबाज़ी करते हुए ही सबसे ज़्यादा आक्रामक और प्रभावी दिखते हैं। अगर वह अपने अनुभव और विश्वास के साथ अच्छी शुरुआत दिलातें हैं तो विरोधी टीम पर दबाव का संचार किया जा सकता है।"