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हार्दिक और मिलर ने गुजरात टाइटंस को फ़ाइनल में पहुंचाया

जॉस बटलर की 89 रनों की नाबाद पारी गई बेक़ार

हार्दिक और मिलर ने 106 रनों की नाबाद साझेदारी की  •  BCCI

हार्दिक और मिलर ने 106 रनों की नाबाद साझेदारी की  •  BCCI

गुजरात टाइटंस 191 पर 3 (मिलर 68*, हार्दिक 40*) ने राजस्थान रॉयल्स 188 पर 6 (बटलर 89, सैमसन 47, हार्दिक 1-14) को सात विकेट से हराया
एक ऐसा खिलाड़ी जिस पर दो दिन की नीलामी में कोई भी रुचि नहीं ले रहा था, वही खिलाड़ी गुजरात टाइटंस को सपने सरीखे पहले सीज़न के फ़ाइनल में ले गया, जहां अहमदाबाद में टीम एक लाख प्रशंसकों के सामने खेलेगी।
2013 के बाद से डेविड मिलर अपनी वापसी का लुत्फ़ ले रहे थे। आख़िरी ओवर में 16 रन चाहिए थे और उन्होंने कार्लोस ब्रेथवेट के स्टाइल में प्रसिद्ध कृष्णा की गेंदों पर तीन छक्के लगाकर गुजरात को फ़ाइनल में पहुंचा दिया। मिलर 38 गेंद में 68 रन बनाकर नाबाद रहे और उन्होंने नाबाद 40 रन बनाने वाले हार्दिक पंड्या के साथ 106 रन की साझेदारी की और अपनी टीम को जीत दिलाई।
बटलर की शुरुआत, सैमसन का आक्रमण
जॉस बटलर ने मोहम्मद शमी की गेंदों पर तीन चौके लगाकर राजस्थान को अच्छी शुरुआत दिलाई थी, ऐसे समय पर जब यशस्वी जायसवाल जल्द आउट हो गए थे। सैमसन आए और उन्होंने सकारात्मकता के साथ बल्लेबाज़ी करना शुरू किया। पहली ही गेंद से उन्होंने तेज़-तर्रार शॉट लगाए। वह पहला पैर आगे निकालते और क्लीन हिट लगा देते। उन्होंने पहली 10 गेंद में तीन चौके और दो छक्के लगाए। उन्होंने साफ़ इरादा दिखाया कि टीम को कुछ अधिक रन दिलाए जाएं क्योंकि मैदान पर बाद में ओस आने के आसार थे। सैमसन 13 गेंद पर 30 रन तक पहुंच गए और पहले छह ओवरों में एक विकेट पर 55 रन बन चुके थे।
धीमी हुई पारी
सैमसन एक ओर से रन बना रहे थे और जानबूझकर बटलर धीमे हो गए। राशिद ख़ान आए और उन्होंने अपनी गुगली और लेग ब्रेक से बटलर को परेशान करना शुरू किया। वह पहले ही चार बार बटलर का शिकार कर चुके थे। लगातार तीन ओवर में 12 रन देने की वजह से आर साई किशोर को गेंदबाज़ी पर लगाया और उन्होंने सैमसन को पवेलियन भेज दिया। राजस्थान के बल्लेबाज़ राशिद पर कम आक्रमण करना चाहते थे क्योंकि यह टीम छह ही विशुद्ध बल्लेबाज़ों के साथ खेल रही थी।
शानदार अंत
तीसरे ओवर के अंत से 15वें ओवर की शुरुआत तक बटलर एक भी बाउंड्री नहीं लगा पाए थे। हालांकि इसके बाद वह आक्रामक हो गए। बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज यश दयाल पर उन्होंने 17वें ओवर में चार चौके लगाए। जल्द ही बटलर 43 रन पर पहुंच गए। इस दौरान हार्दिक अगर फिसलते नहीं तो बटलर कैच आउट होकर पवेलियन चले जाते। दो गेंद बाद उन्होंने 42 गेंद में अपना अर्धशतक लगा दिया। 19वें ओवर में बटलर ने अपना पहला छक्का लगाया। आख़िरी पांच ओवरों में 54 रन बने, जिसमें बटलर ने 52 रन बनाए।
टाइटंस का जवाब
गुजरात ने ऋद्धिमान साहा का विकेट पहले ही ओवर में गंवा दिया था, लेकिन इसके तुरंत बाद शुभमन गिल और मैथ्यू वेड ने संभलकर बल्लेबाज़ी करना शुरू किया। पावरप्ले के आख़िरी ओवर में गिल ने अश्विन के ओवर में आक्रमण किया। उन्होंने शुरुआत एक्स्ट्रा कवर की ओर छक्के से की, इसके बाद दो चौके लगाए। पहले छह ओवर में उनका स्कोर एक विकेट पर 64 रन था, जो उनका इस सीज़न पावरप्ले में उनका सर्वाधिक स्कोर था। हालांकि, गिल और वेड के बीच पिच पर असमंजस की स्थिति बनी और गिल रन आउट होकर पवेलियन लौट गए। दो ओवर बाद वेड भी आउट हो गए और 10वें ओवर तक स्कोर तीन विकेट पर 85 रन हो गया।
मिलर और हार्दिक ने गुजरात को जीत दिलाई
मिलर और हार्दिक ने संभलकर जोखिम लेना शुरू किया। उन्होंने अश्विन के आख़िरी ओवर में 14 रन निकाले। आख़िरी पांच ओवर में गुजरात को 50 रन चाहिए थे, लेकिन युज़वेंद्र चहल और ओबेद मकॉए ने पकड़ बनाए रखी। मकॉए ख़ासकर धीमी गेंद से प्रभाव छोड़ रहे थे। 18वां ओवर चहल ने भी अच्छा किया और अब 12 गेंद में 23 रन चाहिए थे। 19वें ओवर में मकॉए भी शानदार दिखे और अब आख़िरी ओवर में 16 रन चाहिए थे। मिलर ने प्रसिद्ध की पहली ही तीन गेंदों पर छक्के लगाकर टीम को जीत दिला दी और फ़ाइनल में पहुंचा दिया।

शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।