स्टंप्स भारत 327 (राहुल 123, अग्रवाल 60, एनगिडी 6-71, रबाडा 3-72) और 16/1 (राहुल 5*, ठाकुर 4*) साउथ अफ़्रीका 197 (बवूमा 52, डिकॉक 34, शमी 5-44, बुमराह 2-16) से 146 रन आगे
ख़राब मौसम के कारण दूसरे दिन का खेल गंवाने की भरपाई करते हुए सेंचूरियन की पिच ने ऐसा रंग दिखाया जहां भारत और साउथ अफ़्रीका के बीच चल रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन कुल मिलाकर 18 विकेट गिरे। अपनी पहली पारी में भारत ने मात्र 69 गेंदों में अपने अंतिम सात विकेट गंवाए। देखा जाए तो यह आदर्श स्थिति नहीं है लेकिन शायद इस मैच को परिणाम तक पहुंचाने के लिए इसी की आवश्यकता थी। चोट के कारण ज़्यादातर समय के लिए
जसप्रीत बुमराह की ग़ैरमौजूदगी में
मोहम्मद शमी ने भारतीय गेंदबाज़ी क्रम का नेतृत्व किया और मेज़बान टीम की बल्लेबाज़ी को धराशाई किया। अपनी शानदार तेज़ गेंदबाज़ी से शमी ने पांच विकेट झटके और भारत को 130 रनों की बढ़त दिलाई।
इस टेस्ट मैच में अब भारत की पकड़ बहुत मज़बूत हो गई है। पहले दिन भी मेहमान टीम समान स्थिति में थी लेकिन बारिश के कारण अगले दिन खेल संभव ही नहीं हो पाया। ऐसे में उनके पास या तो पिच के मददगार होने अथवा पारी की जीत के लिए प्रयास करने का विकल्प था। औम तौर पर पहले दिन के बाद तेज़ होने वाली सेंचूरियन की इस पिच पर तीसरे दिन तेज़ गति और असमतल उछाल देखने को मिला जिससे अब परिणाम संभव है।
कगिसो रबाडा और
लुंगिसानी एनगिडी ने पटकी हुई गेंदबाज़ी की और असमतल उछाल का भरपूर लाभ उठाया। दोनों सेट बल्लेबाज़ अतिरिक्त उछाल ले रही गेंदों पर फंसे और आने वाले बल्लेबाज़ विकेट पर समय बिताने की बजाय रनों के लिए गए। इसका फ़ायदा उठाते हुए पहली पारी में एनगिडी ने छह और रबाडा ने तीन शिकार किए।
साउथ अफ़्रीका में अपनी पहली सीरीज़ जीत की तलाश में भारतीय गेंदबाज़ पहली ही गेंद से आक्रामक दिखे। पहले ओवर में जसप्रीत बुमराह ने विपक्षी कप्तान एल्गर को एक बेहतरीन गेंद से कैच आउट करवाया - वह आगे की गेंद थी जो हवा में अंदर आई और पड़कर हल्का सा बाहर निकली। लंच से पहले के आधे घंटे में भारतीय गेंदबाज़ों ने स्विंग करवाने का प्रयास किया। हालांकि सफलता या स्विंग उनके साथ नहीं लगी और वह केवल बोलिंग मशीन की तरह फ़ुल लेंथ पर गेंदबाज़ी कर रहे थे।
जैसे ही लंच के बाद गेंदबाज़ों ने लेंथ में बदलाव किया, सफलता ने उनके क़दम चूमे। ड्राइव लगाने के प्रयास में कीगन पीटरसन गुड लेंथ की गेंद के पास पहुंच नहीं पाए और उसे शरीर से दूर खेल गए। गेंद ने पड़कर कांटा बदला और उन्हें चकमा देकर जा लगी स्टंप्स पर। इसके बाद ऐडन मारक्रम एक ऐसी गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए जो पड़कर सीधी ही रह गई। शमी अपना कहर बरसा रहे थे।
पारी के 11वें ओवर में बुमराह का दाहिना पैर मुड़ गया और वह मैदान से बाहर चले गए। गेंदबाज़ी कर रहे मोहम्मद सिराज ने बड़ी चतुराई से रासी वान दर दुसें को अपना शिकार बनाया। उन्होंने ऑफ़ स्टंप के बाहर दो फ़ुल गेंदों के साथ रासी को कवर ड्राइव का लालच दिया। पहली बार तो गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया लेकिन वह दूसरी स्लिप तक पहुंची नहीं, लेकिन दूसरी बार रासी जाल में फंस गए। गली में तैनात अजिंक्य रहाणे को कैच थमाकर वह पवेलियन लौटे।
जैसे जैसे गेंद पुरानी होती गई, उसने हरकत करना कम कर दिया। इससे
क्विंटन डिकॉक और
तेम्बा बवूमा को एक साझेदारी निभाने का मौक़ा मिला। उन्होंने क्रीज़ पर समय बिताया और आगे की गेंदों पर अपने हाथ खोले। चौथी विकेट के लिए दोनों ने सर्वाधिक 72 रन जोड़े। इस समय भारत को पांच गेंदबाज़ खिलाने का फ़ायदा मिला। रविचंद्रन अश्विन और शमी के स्पेल का सुरक्षित सामना करने के बाद शार्दुल ठाकुर ने टी से पहले नए स्पेल की पहली गेंद पर डिकॉक को बाहर का रास्ता दिखाया। बुमराह मैदान पर वापस आ चुके थे लेकिन गेंदबाज़ी करने के लिए उन्हें दो घंटों तक इंतज़ार करना पड़ा।
टी के बाद भी भारतीय गेंदबाज़ों को मेहनत करनी पड़ी। तभी शमी ने चार ओवरों के स्पेल में अर्धशतक पूरा कर चुके बवूमा और उनके साथी वियान मुल्डर का शिकार किया। मुल्डर ऑफ़ स्टंप के बाहर की फ़ुल गेंद को ड्राइव कर बैठे जबकि बवूमा ने एक लेंथ गेंद को शरीर से दूर रोकने चले गए।
डेब्यू कर रहे मार्को यानसन ने रबाडा के साथ आठवीं विकेट के लिए 37 रन जोड़े। हालांकि फिर एक बार ठाकुर ने साझेदारी को तोड़ा। उन्होंने एक सीधी लेंथ गेंद पर यानसन को पगबाधा किया। शमी ने रबाडा के रूप में अपना पांचवां शिकार किया और साथ ही 200 टेस्ट विकेट भी पूरे किए। वह 200 टेस्ट विकेट लेने वाले 11 भारतीयों की सूची में एकमात्र गेंदबाज़ हैं जिनका स्ट्राइक रेट 50 से कम है। बुमराह ने केशव महाराज को आउट करते हुए पारी को समेट दिया।
स्टंप्स से पहले आख़िरी आधे घंटे के खेल में यानसन ने भारत को मयंक अग्रवाल के रूप में पहला झटका दिया। खेल समाप्त होने तक भारत ने 16 रन बना लिए थे और अब उसके पास 146 रनों की बढ़त है। ऐसी पिच पर इस स्थिति से आप जीत की कामना कर सकते हैं लेकिन पांचवें दिन बारिश का अनुमान है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत कब अपनी पारी घोषित करेगा।