जॉस बटलर ने आईपीएल 2022 में अपना तीसरा शतक जड़ा • BCCI/IPL
राजस्थान रॉयल्स 222 पर 2 (बटलर 116, पड़िक्कल 54, सैमसन 46*, मुस्तफ़िज़ुर 1/43) ने दिल्ली कैपिटल्स 207 पर 8 (पंत 44, शॉ 37, ललित 37, प्रसिद्ध 3/22)
एक अजीबोगरीब अंतिम ओवर में दिल्ली कैपिटल्स ने अपने बल्लेबाज़ों को वापस बुलाने का प्रयास किया और फिर एक कोच को मैदान पर भेजा ताकि अंपायर का फ़ैसला बदला जाए। हालांकि इन सबके बावजूद जॉस बटलर का शानदार शतक राजस्थान की एक और जीत का कारण बना।
बटलर पारी की शुरुआत में संघर्ष कर रहे थे। गेंद उनके बल्ले पर लग नहीं रही थी और पहली 14 गेंदों पर उन्होंने केवल 11 रन बनाए। जब बटलर अपनी पारी समाप्त करते हुए मैदान से बाहर जा रहे थे, विपक्षी कप्तान ऋषभ पंत के चेहरे पर निराशा साफ़ नज़र आ रही थी। 14 गेंदों में 11 पर खेल रहे बटलर ने अंत में 65 गेंदों का सामना करते हुए 116 रन बनाए।
सात मैचों में छठा टॉस हारने वाली राजस्थान रॉयल्स ने इस सीज़न में बटलर के तीसरे शतक की मदद से आईपीएल 2022 का सर्वाधिक स्कोर खड़ा किया और अंत में 15 रनों से जीत दर्ज की।
अंत में दिल्ली को एक ओवर में जीत के लिए 36 रनों की आवश्यकता थी। रोवमन पॉवेल ने पहली तीन गेंदों को मैदान के बाहर भेजा जिसमें से तीसरी गेंद एक ऊंची फ़ुल टॉस थी। बल्लेबाज़ और पूरा डग आउट नो-बॉल की मांग कर रहा था लेकिन अंपायर ने उसे मान्य गेंद करार दिया। इसके बाद दिल्ली के ख़ेमे ने खेल को रोकने और तीसरे अंपायर की मदद मांगने की मांग की लेकिन आईसीसी के नियमों के अनुसार तीसरे अंपायर की मदद फ़्रंटफ़ुट नो-बॉल पर तथा उन्हीं गेंदों पर ली जाती हैं जिनपर विकेट गिरी हो। ओबेद मकॉए ने इस छोटे ब्रेक के बाद बढ़िया वापसी करते हुए दो डॉट गेंदें डाली और अंतिम गेंद पर पॉवेल को चलता किया।
तूफ़ान के पहले की ख़ामोशी
बटलर और देवदत्त पड़िक्कल की शुरुआत धीमी रही थी। खलील अहमद ने बटलर को अपने कोण और सीम मूवमेंट से परेशान किया। पहले ओवर में बटलर के दो चौके बाहरी किनारे की मदद से निकले। इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने मेडन ओवर डाला और ललित यादव ने अपनी पार्ट-टाइम ऑफ़ स्पिन गेंदों पर रनों की गति को बढ़ने नहीं दिया।
दमदार देवदत्त ने दिया बॉस का साथ
अब तक इस सीज़न में देवदत्त पड़िक्कल के बल्ले से बड़े स्कोर कम ही निकले थे लेकिन इस मैच में उन्होंने मुस्तफ़िज़ुर रहमान के पहले ओवर में तीन चौके लगाकर बटलर पर बन रहे दबाव को कम किया। अपने साथी को देखकर बटलर ने अपना रंग बदला और छठे ओवर में खलील की गेंदों पर दो छक्के जड़े।
इसके बाद बटलर और पड़िक्कल ने दिल्ली के स्पिनरों को आड़े हाथों लिया और तेज़ी से रन बटोरे। रिकी पोंटिंग की ग़ैरमौजूदगी में दिल्ली की सारी योजनाएं विफल होती चली गई। पंत को ललित की ओर रुख़ करना पड़ा लेकिन बटलर ने उनके दो ओवरों में 35 रन बना लिए। 35 गेंदों पर 54 बनाकर पड़िक्कल बाहर गए तो दिल्ली के सबसे बड़े सिरदर्द संजू सैमसन क्रीज़ पर आ गए। 19 गेंदों पर 46 रन बनाकर उन्होंने राजस्थान को एक विशाल स्कोर तक पहुंचाया। फिर एक बार शतकवीर बने बटलर ने ऑरेंज कैप पर अपनी पकड़ को और मज़बूत कर लिया हैं।
शॉ-वॉर्नर की तेज़ शुरुआत
अगर कोई सलामी जोड़ी 222 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए आपके पसीने छुड़ा सकती है, तो वह है डेविड वॉर्नर और पृथ्वी शॉ की जोड़ी। शॉ ने पहली दो गेंदों पर दो चौके लगाकर पारी का आग़ाज़ किया और वॉर्नर ने 13 गेंदों पर 28 रन बनाए। अगर ओस अपना प्रभाव डालती तो लक्ष्य हासिल किया जा सकता था। हालांकि प्रसिद्ध कृष्णा ने वॉर्नर को आउट करते हुए दिल्ली को पहला झटका दिया।
फिरकी का जादू
रविचंद्रन अश्विन और युज़वेंद्र चहल ने फिर एक बार मध्य ओवरों पर राज किया। छठे ओवर में अश्विन ने सरफ़राज़ ख़ान को बाहर का रास्ता दिखाया और चहल ने किफ़ायती ओवरों के साथ दबाव बनाए रखा। इसके बाद अश्विन ने शॉ को डीप कवर पर कैच करवाया और फिर जब प्रसिद्ध ने दूसरे स्पेल में पंत को चलता किया, 12वें ओवर में दिल्ली का स्कोर था चार विकेट के नुक़सान पर 124 रन।
पॉवेल ने दिखाई अपनी पावर
18वें ओवर में पॉवेल ने अपना ख़ौफ़ फ़ैलाना शुरू किया। 51 रनों की दरक़ार होने पर उन्होंने दो छक्के जड़कर लक्ष्य को दो ओवरों में 36 रन पर लाकर खड़ा कर दिया। प्रसिद्ध ने विकेट-मेडन ओवर डालकर मैच को राजस्थान की झोली में डाल दिया था।
हालांकि अंतिम ओवर डालने की ज़िम्मेदारी मकॉए को दी गई जो पहले ही एक ओवर में 26 रन दे चुके थे। जब पॉवेल तीन गेंदों पर तीन छक्के लगा चुके थे तब सभी के रोंगटे खड़े हो गए थे। फ़ैसला बदलने की पूरी घटनाक्रम के बाद एक धीमी गति की गेंद पर मकॉए ने मैच को समाप्त कर दिया।