चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए डेविड मिलर ने नाबाद 94 रन बनाए • BCCI
गुजरात टाइटंस 170 पर 7 (मिलर 94*, राशिद 40, ब्रावो 3-23) ने चेन्नई सुपर किंग्स 169 पर 5 (ऋतुराज 73, रायुडू 46, जोसेफ़ 2-34) को 3 विकेट से हराया
अपने आईपीएल करियर की संभवतः सबसे बेहतरीन पारी खेलते हुए डेविड मिलर ने गुजरात टाइटंस को चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के विरुद्ध एक क़रीबी मुक़ाबले में तीन विकेट से जीत दिलाई। 170 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टाइटंस ने 16 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे और वह एक समय 87 रन पर पांच विकेट की स्थिति में थे। पहले 17 ओवरों में केवल मिलर का ही जलवा था और तीन ओवर में गुजरात को जीत के लिए 48 रन चाहिए थे। हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति में टीम की कप्तानी कर रहे राशिद ख़ान ने क्रिस जॉर्डन के ओवर में 23 रन बनाए और मैच को गुजरात की तरफ़ मोड़ दिया।
पारी के अंतिम आठ ओवरों में से चार ड्वेन ब्रावो ने डाले। अपनी डेथ गेंदबाज़ी की मास्टरक्लास पेश करते हुए ब्रावो ने चार ओवरों में केवल 23 रन दिए और तीन शिकार किए। हालांकि दूसरे छोर से किसी ने उनका साथ नहीं दिया और 23 गेंदों पर 60 रन लुटाए। अंतिम ओवर में मिलर के सामने 13 रनों का लक्ष्य था। जॉर्डन अपनी लेंथ से चूकते रहे और उन्होंने कमर के ऊपर एक फ़ुल टॉस भी डाला। इसका लाभ उठाते हुए एक गेंद शेष रहते मिलर ने टीम की जीत सुनिश्चित की।
सीएसके इस बात ने निराश होगी कि उसने दोनों पारियों के अंतिम ओवरों में मैच पर अपनी पकड़ मज़बूत नहीं की। ऋतुराज गायकवाड़ के फ़ॉर्म वापसी वाले अर्धशतक और अंबाती रायुडू की तूफ़ानी पारी के बाद अंतिम छह ओवर में सीएसके के बल्लेबाज़ केवल 45 रन जोड़ पाए। अल्ज़ारी जोसेफ़ ने रायुडू की विकेट के साथ रनगति पर अंकुश लगाने की शुरुआत की थी।
ऋतुराज और रायुडू ने रखी बड़े स्कोर की नींव
पिछले मैच में अपने आईपीएल करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाने वाले रॉबिन उथप्पा को टाइंटस ने जल्दी ही पवेलियन का रास्ता दिखाया। मोईन अली भी उनके पीछे-पीछे चल दिए और टीम का स्कोर था 32 रन पर दो विकेट। ख़राब फ़ॉर्म से जूझ रहे ऋतुराज ने रायुडू के साथ मिलकर पारी को संभाला जिससे अंतिम 10 ओवरों में तेज़ गति से रन बनाने की नींव रखी जा सकें।
इस रणनीति को विफल बनाने और एक विकेट झटकने के लिए टाइटंस ने जोसेफ़ को गेंद थमाई जो उनके बढ़िया गेंदबाज़ों में से एक हैं। ऋतुराज ने छक्के के साथ उनका स्वागत किया तो रायुडू ने गेंद को लॉन्ग ऑफ़ के ऊपर से दे मारा। लॉकी फ़र्ग्युसन और राशिद भी उनके आक्रमण से बच नहीं पाए। 14वें ओवर में दो विकेट के नुक़सान पर 124 रन बनाकर सीएसके एक विशाल स्कोर की तरफ़ आगे बढ़ रही थी।
जोसेफ़ ने गुजरात की वापसी करवाई
इस सीज़न में अपना पहला मैच खेल रहे जोसेफ़ ने 15वें ओवर में बढ़िया वापसी की। उन्होंने गेंद को ऑफ़ स्टंप से बाहर रखा और रायुडू को बड़ी बाउंड्री की तरफ़ शॉट लगाने का आमंत्रण दिया। पहली दो गेंदों पर तो वह चूक गए लेकिन तीसरी गेंद बल्ले पर लगी और गई डीप प्वाइंट के फ़ील्डर के हाथों में। अगले ओवर में शमी ने केवल चार रन दिए। यश दयाल ने अर्धशतकवीर ऋतुराज को लो फ़ुल टॉस पर अपना शिकार बनाया। शिवम दुबे संघर्ष करते नज़र आए और 25 गेंदों पर सीएसके ने एक भी बाउंड्री नहीं लगाई। अंतिम ओवर में कप्तान रवींद्र जाडेजा फ़र्ग्युसन के विरुद्ध छोटी बाउंड्री का इस्तेमाल किया और 18 रन बनाकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
थीक्षना ने बल्लेबाज़ों अपनी धुन पर नचाया
अपने प्रमुख बल्लेबाज़ हार्दिक की ग़ैरमौजूदगी में टाइटंस शुभमन गिल से बड़े स्कोर की उम्मीद कर रहे थे लेकिन वह अपनी पहली गेंद पर कवर प्वाइंट को कैच थमाकर शून्य पर आउट हुए। पिछले मैच में सीएसके के हीरो रहे महीश थीक्षना ने पावरप्ले में विजय शंकर और अभिनव मनोहर की विकेट के साथ टाइटंस को जकड़कर रखा। 18 गेंदों पर 11 रन बनाकर जब ऋद्धिमान साहा आउट हुए तब टाइटंस का स्कोर था चार विकेट के नुक़सान पर 48 रन।
मिलर बने किलर
जहां पिछले 12 ओवरों में टाइटंस के अन्य बल्लेबाज़ टाइमिंग से संघर्ष कर रहे थे, वहां ऐसा लग रहा था कि मिलर एक अलग ही पिच पर बल्लेबाज़ी कर रहे हैं। मोईन की गेंद पर स्पिन के विरुद्ध एक चौका और छक्का लगाने के बाद 12वें ओवर में जाडेजा के ख़िलाफ़ उन्होंने दो चौके और एक छक्का लगाया। 12 ओवर में टाइटंस के कुल 87 रनों में से 52 मिलर के बल्ले से निकले थे और वह भी केवल 29 गेंदों पर।
ब्रावो की मास्टरक्लास
जिस समय मिलर को दूसरे छोर से साथ की ज़रूरत थी, ब्रावो ने विकेट मेडन ओवर के साथ अपने स्पेल का आग़ाज़ किया। राहुल तेवतिया धीमी गति की गेंद पर चकमा खा गए। ठीक इसी समय मिलर ने दूसरे छोर पर राशिद की धीमी शुरुआत को मद्देनज़र रखते हुए बड़े शॉट लगाए। ब्रावो के साथ-साथ थीक्षना को रन पड़े और अंतिम चार ओवर में टाइटंस को जीत के लिए 52 रनों की दरक़ार थी। 17वें ओवर में केवल चार रन देकर ब्रावो ने सीएसके को मज़बूत स्थिति में ला खड़ा किया था और टाइटंस के जीत की संभावना केवल चार प्रतिशत थी।
आउट ऑफ़ सिलेबस सवाल बनकर आए राशिद
लेग साइड की छोटी बाउंड्री को ध्यान में रखते हुए 18वें ओवर में राशिद ने जॉर्डन के ख़िलाफ़ अपनी कलाइयों का जादू दिखाया। हेलिकॉप्टर ने पहली गेंद को मिडविकेट के बाहर भेजा। दूसरी गेंद ऑफ़ स्टंप से बाहर की थी तो राशिद ने उसे प्वाइंट के ऊपर से स्लाइस कर दिया। जॉर्डन अपनी लेंथ से चूकते रहे और राशिद ने उसका पूरा लाभ उठाया। एक ओवर में टाइटंस की जीत की संभावना चार से बढ़कर 56 प्रतिशत हो गई थी।
ब्रावो ने एक और धीमी गति की गेंद पर राशिद को चलता किया। अब अंतिम ओवर में जीत के लिए 13 रन चाहिए थे और स्ट्राइक पर थे मिलर। जॉर्डन इस ओवर में भी अपनी लेंथ से भटकते रहे। तीन गेंदों पर सात रनों की आवश्यकता होने पर उन्होंने कमर के ऊपर एक फ़ुल टॉस गेंद डाल दी और मैच टाइटंस की तरफ़ झुक गया। डेथ ओवरों में जॉर्डन ने 11 गेंदों पर 38 रन ख़र्च किए जो आईपीएल इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरे सबसे ख़राब आंकड़े हैं।