रॉयल जीत के साथ राजस्थान अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर
लगातार दूसरी हार के बाद बेंगलुरु की मुश्किलें बढ़ी
कार्तिक कृष्णस्वामी
26-Apr-2022
रियान पराग ने 56 रनों की नाबाद पारी खेली • BCCI
राजस्थान रॉयल्स 144 पर 8 (रियान 56*, हेज़लवुड 2-19, हसरंगा 2-23, सिराज 2-30) ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु 115 (सेन 4-20, अश्विन 3-17, प्रसिद्ध 2-23) को 29 रन से हराया
राजस्थान रॉयल्स के टॉप 3 बल्लेबाज़ कुछ कमाल नहीं कर पाए और बल्लेबाज़ी की गहराई के अभाव के कारण पुछल्ले बल्लेबाज़ ट्रेंट बोल्ट को आठवें नंबर पर उतरना पड़ा। पारी में 27 गेंदें शेष थी और 43 गेंदों से एक भी बाउंड्री नहीं लगी थी। हालांकि 20 वर्षीय रियान पराग फ़्रैंचाइज़ी द्वारा जताए गए भरोसे पर खरे उतरे और उन्होंने 31 गेंदों पर नाबाद 56 रन बनाकर टीम को 144 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
यह एक छोटा लक्ष्य था क्योंकि इस पूरे सीज़न में बचाव किया गया सबसे कम स्कोर था 156 रन। राजस्थान के गेंदबाज़ों ने इस मैच से पहले छह मुक़ाबलों में पांच बार सफलतापूर्वक तरीक़े से लक्ष्य का बचाव किया था और वह इस मैच में भी पहले ओवर से ही आग उगल रहे थे।
पिछले दो मैचों में गोल्डन डक पर आउट होने वाले विराट कोहली भाग्य का सहारा मिलने के बावजूद 10 गेंदों पर केवल नौ रन बना पाए। उनकी जगह ग्लेन मैक्सवेल गोल्डन डक पर चलते बने और दिनेश कार्तिक एक अजोबोगरीब अंदाज़ में रन आउट हुए। राजस्थान के गेंदबाज़ों ने किसी भी स्थिति में बेंगलुरु के बल्लेबाज़ों को राहत की सांस लेने का मौक़ा नहीं दिया। दोहरे उछाल वाली पिच पर सभी गेंदबाज़ों ने अपनी भूमिका निभाई। युवा तेज़ गेंदबाज़ कुलदीप सेन ने एक ओवर में दो बड़े शिकार किए और फिर अनुभवी रविचंद्रन अश्विन ने तीन विकेट लेकर आईपीएल करियर में 150 विकेट पूरे किए।
फिर एक बार अश्विन आए नंबर तीन पर
पहले बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजे जाने के बाद राजस्थान को मैच के दूसरे ही ओवर में देवदत्त पड़िक्कल के रूप में पहला झटका लगा। इसके बाद उन्होंने इस सीज़न में दूसरी बार अश्विन को तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने भेजा। क्या वह एक पिंच हिटर थे जो तेज़ गति से रन बनाने के लिए भेजे गए थे? या उन्हें विकेट बचाने के लिए ऊपर भेजा गया था?
पहले बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजे जाने के बाद राजस्थान को मैच के दूसरे ही ओवर में देवदत्त पड़िक्कल के रूप में पहला झटका लगा। इसके बाद उन्होंने इस सीज़न में दूसरी बार अश्विन को तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने भेजा। क्या वह एक पिंच हिटर थे जो तेज़ गति से रन बनाने के लिए भेजे गए थे? या उन्हें विकेट बचाने के लिए ऊपर भेजा गया था?
उनकी बल्लेबाज़ी के अंदाज़ से तो लग रहा था कि उन्हें पिंच हिटर के तौर पर भेजा गया था। भले ही उनके पास ताक़त नहीं है लेकिन वह पावरप्ले में गैप ढूंढने में माहिर हैं। मोहम्मद सिराज के दो ओवरों में चार चौके जड़ने के बाद वह नौ गेंदों पर 17 रन बनाकर आउट हुए।
नहीं चले बटलर और सैमसन
जॉस बटलर अगली ही गेंद को मिडऑन पर कैच देकर चलते बने। पहले सात मैचों में तीन शतकों के बाद एक ख़राब पारी तो बनती थी। जैसे ही संजू सैमसन क्रीज़ पर आए, फ़ाफ़ डुप्लेसी ने वनिंदु हसरंगा को गेंद थमाई। उन्होंने हमेशा से सैमसन को तंग किया है। इस मैच से पहले सैमसन चार बार हसरंगा का शिकार बने हैं और उनके ख़िलाफ़ उन्होंने 15 गेंदों पर महज़ आठ रन बनाए थे।
जॉस बटलर अगली ही गेंद को मिडऑन पर कैच देकर चलते बने। पहले सात मैचों में तीन शतकों के बाद एक ख़राब पारी तो बनती थी। जैसे ही संजू सैमसन क्रीज़ पर आए, फ़ाफ़ डुप्लेसी ने वनिंदु हसरंगा को गेंद थमाई। उन्होंने हमेशा से सैमसन को तंग किया है। इस मैच से पहले सैमसन चार बार हसरंगा का शिकार बने हैं और उनके ख़िलाफ़ उन्होंने 15 गेंदों पर महज़ आठ रन बनाए थे।
ऐसा लग रहा था कि इस बार कहानी में परिवर्तन आएगा जब सैमसन ने हसरंगा के पहले ओवर में एक चौका और एक छक्का लगाया। इसके बाद उन्होंने शाहबाज़ अहमद की स्पिन के विरुद्ध भी दो छक्के जड़े। हालांकि जब वह अच्छी लय में नज़र आ रहे थे, लगातार दूसरी रिवर्स स्वीप लगाने के प्रयास में हसरंगा ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया।
मध्य क्रम को मज़बूत करने के लिए एकादश में शामिल किए गए डैरिल मिचेल टाइमिंग के लिए संघर्ष करते दिखे। 99 पर पांच विकेट गंवाने के बाद राजस्थान नाज़ुक स्थिति में थी। शिमरॉन हेटमायर के लिए क्रीज़ पर आने का यह सही समय था। हालांकि इस मैच में उनका भी बल्ला शांत रहा और वह तीन रन बनाकर पवेलियन लौटे।
उम्मीदों पर खरे उतरे रियान
आधी पारी की समाप्ति पर 69 रन बनाने के बाद राजस्थान ने अपने स्कोर में 75 रन जोड़े। इन 75 रनों में से 55 रन रियान के बल्ले से निकले। तीन चौकों और चार लंबे छक्कों की मदद से इस युवा हरफ़नमौला खिलाड़ी ने अपनी टीम को 140 के पार पहुंचाया।
आधी पारी की समाप्ति पर 69 रन बनाने के बाद राजस्थान ने अपने स्कोर में 75 रन जोड़े। इन 75 रनों में से 55 रन रियान के बल्ले से निकले। तीन चौकों और चार लंबे छक्कों की मदद से इस युवा हरफ़नमौला खिलाड़ी ने अपनी टीम को 140 के पार पहुंचाया।
गेंद पिच पर रुक़कर आ रही थी और बैक ऑफ़ लेंथ से अतिरिक्त उछाल मिल रहा था। राजस्थान की परिस्थिति और इन अन्य कारणों ने रियान को शुरुआती क्षणों में शांत रखा जिसके बाद उन्होंने दिखाया कि क्यों इस टीम ने उनपर इतना विश्वास जताया है। पारी की शुरुआत एक छक्के और चौके से करने के बाद उन्होंने अंतिम दो ओवरों में अपना जलवा बिखेरा। 12 गेंदों पर 30 रन बटोरने के लिए उन्होंने तीन छक्के और दो चौके लगाए।
कोहली और ख़राब फ़ॉर्म की प्रेम कहानी
लगातार दो मैचों में गोल्डन डक पर आउट होना किसी भी बल्लेबाज़ के साथ हो सकता है। हालांकि राजस्थान के विरुद्ध कोहली की पारी में उत्तर कम और प्रश्न ज़्यादा उठ खड़े हुए। तीसरी ही गेंद पर वह शॉर्ट स्क्वेयर लेग पर कैच आउट होते होते बचे। फिर उन्होंने बोल्ट की गेंद पर एक चौका लगाया। दो गेंदों बल्ला का अंदरूनी किनारा लेकर स्टंप्स के बगल से निकल गई जिसके बाद प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर बल्ले का किनारा लगा और वह पैड से जा टकराई। चार गेंदों बाद हूक लगाने के प्रयास में उन्होंने गेंद पर बल्ले का निचला किनारा लगाया और गेंद हेलमेट पर लगकर बैकवर्ड प्वाइंट पर रियान के हाथों में चली गई। फिर एक बार कोहली के चेहरे पर एक छोटी मुस्कान थी और वह अंपायर के फ़ैसले का इंतज़ार किए बिना ड्रेसिंग रूम की ओर चल पड़े।
सेन का सनसनीखेज़ प्रदर्शन
डुप्लेसी द्वारा तीसरे, चौथे, पांचवें और छठे ओवर में एक-एक बाउंड्री लगाने के बावजूद बेंगलुरु ने पावरप्ले में केवल 37 रन बनाए। कुलदीप सेन गेंदबाज़ी पर आए और अपनी दूसरी और तीसरी गेंद पर उन्होंने इस बल्लेबाज़ी क्रम को दो बड़े स्तंभ : डुप्लेसी और ग्लेन मैक्सवेल को आउट कर अपनी टीम को मज़बूत स्थिति में डाल दिया। 37 पर एक की स्थिति अब 37 पर तीन विकेट हो गई थी।
डुप्लेसी द्वारा तीसरे, चौथे, पांचवें और छठे ओवर में एक-एक बाउंड्री लगाने के बावजूद बेंगलुरु ने पावरप्ले में केवल 37 रन बनाए। कुलदीप सेन गेंदबाज़ी पर आए और अपनी दूसरी और तीसरी गेंद पर उन्होंने इस बल्लेबाज़ी क्रम को दो बड़े स्तंभ : डुप्लेसी और ग्लेन मैक्सवेल को आउट कर अपनी टीम को मज़बूत स्थिति में डाल दिया। 37 पर एक की स्थिति अब 37 पर तीन विकेट हो गई थी।
राजस्थान के रजवाड़ों ने दिया अंजाम
मध्य ओवरों में अश्विन और युज़वेंद्र चहल ने बल्लेबाज़ों को बांधें रखा और इस दौरान अश्विन ने रजत पाटीदार को अपना शिकार बनाया। इसके चलते कार्तिक को काफ़ी पहले क्रीज़ पर आना पड़ा। 13वें ओवर में चहल के विरुद्ध स्वीप लगाकर उन्होंने अपनी मंशा साफ़ कर दी थी। हालांकि दो गेंदों बाद तालमेल की कमी के कारण वह रन आउट हो गए।
मध्य ओवरों में अश्विन और युज़वेंद्र चहल ने बल्लेबाज़ों को बांधें रखा और इस दौरान अश्विन ने रजत पाटीदार को अपना शिकार बनाया। इसके चलते कार्तिक को काफ़ी पहले क्रीज़ पर आना पड़ा। 13वें ओवर में चहल के विरुद्ध स्वीप लगाकर उन्होंने अपनी मंशा साफ़ कर दी थी। हालांकि दो गेंदों बाद तालमेल की कमी के कारण वह रन आउट हो गए।
72 रन पर छह विकेट गंवाने के बाद बेंगलुरु को 44 गेंदों पर 73 रनों की दरक़ार थी लेकिन मैच लगभग राजस्थान की तरफ़ झुक गया था। बेंगलुरु के बल्लेबाज़ों ने उसे अंतिम ओवर तक खींचा लेकिन पराग को कैच थमाते हुए उनकी टीम सिमट गई।
कार्तिक कृष्णस्वामी ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।