बुधवार की शाम गुजरात टाइटंस के राशिद ख़ान और राहुल तेवतिया के नाम रही। एक हारा हुआ मैच इन दोनों ने राजस्थान के जबड़े से छीन लिया। IPL के इस सीज़न में राजस्थान रॉयल्स की यह पहली हार है और अब इस सीज़न में कोई भी ऐसी टीम ने जो अपना हर मैच जीती हो।
कौन रहे मैच के मुख्य नायक?
गुजरात गेंदबाज़ी और क्षेत्ररक्षण दोनों ही मोर्चे पर विफल था। 38 ओवर तक खेल में राजस्थान की पकड़ ही मज़बूत लग रही थी। लेकिन अंतिम दो ओवर में राहुल तेवतिया और राशिद ख़ान ने मैच का पासा पलट दिया। हालांकि तेवतिया स्कोर लेवल करने के चक्कर में दूसरी अंतिम गेंद पर रन आउट हो गए लेकिन स्लो ओवर रेट के चलते अंतिम ओवर में एक अतिरिक्त फ़ील्डर सर्कल में रखने को मजबूर राजस्थान को इसका खामियाज़ा भुगतना पड़ा। गुजरात को अंतिम गेंद पर दो रन चाहिए थे लेकिन राशिद ने डीप प्वाइंट की दिशा में चौका जड़कर गुजरात को इस सीज़न की दूसरी जीत दिला दी।
क्या मैच में कोई टर्निंग प्वाइंट था?
मैच का असली टर्निंग प्वाइंट 19वां ओवर था। गुजरात को तीन झटके दे चुके कुलदीप सेन गेंदबाज़ी कर रहे थे और उस ओवर में राशिद ने गुजरात की उम्मीदें ज़िंदा कर दीं। कप्तान संजू सैमसन वो ओवर ट्रेंट बोल्ट से भी करवा सकते थे क्योंकि बोल्ट ने इस मैच में सिर्फ़ दो ओवर ही किए। आवेश भी आज महंगे साबित हुए थे इसलिए अंतिम ओवर में भी बोल्ट का विकल्प चुना जा सकता था।
स्लो ओवर रेट के चलते राजस्थान को एक अतिरिक्त फ़ील्डर रखने पर मजबूर होना भी मैच का बड़ा टर्निंग प्वाइंट था। अगर राजस्थान के पास एक अतिरिक्त फ़ील्डर का विकल्प होता तो अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर शायद शॉर्ट थर्ड का फ़ील्डर डीप में खड़ा होता और चौका रुक सकता था। सर्कल के बाहर पर्याप्त क्षेत्ररक्षक ना होने के चलते अंतिम ओवर करने आए आवेश के ऊपर दबाव साफ़ तौर पर झलक रहा था।
इस मैच का तात्पर्य क्या है?
राजस्थान के विजय रथ पर लगाम लग गई है। हालांकि राजस्थान अभी भी अंक तालिका में शीर्ष पर मौजूद है। लेकिन गुजरात की इस दूसरी जीत ने अंक तालिका में जाम ज़रूर लगा दिया है। गुजरात तालिका में छठे नंबर पर है।