दिल्ली कैपिटल्स 139-7 (शिखर 39, हेटमायर 28*, शार्दुल 2-13) ने चेन्नई सुपर किंग्स 136-5 (रायुडू 55, अक्षर 2-18) को तीन विकेट से दी मात
एक वक़्त दिल्ली कैपिटल्स पूरे मैच में हावी थे और लग रहा था एक आसान जीत की ओर जा रहे हैं, लेकिन 137 रनों का पीछा करते हुए ऐसा लगा कि अचानक वह राह से भटक गए। लेकिन इस मैच में आर अश्विन और रिपल पटेल से नीचे बल्लेबाज़ी करने आए
शिमरॉन हेटमायर ने ताबड़तोड़ 28 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए दिल्ली को चेन्नई सुपर किंग्स पर तीन विकेट से जीत दिला दी। इस जीत के साथ ही दिल्ली अंक तालिका में वापस नंबर-1 पर पहुंच गई है और उनका एक मुक़ाबला बचा हुआ है।
इससे पहले
शिखर धवन इस चेज़ को बख़ूबी अंजाम देने के इरादे से बल्लेबाज़ी कर रहे थे और दिल्ली को बेहतरीन आग़ाज़ दिलाया था, लेकिन शार्दुल ठाकुर के जिस ओवर में वह 39 रन बनाकर आउट हुए थे उसी ओवर की पहले ही गेंद पर ठाकुर ने अश्विन को भी क्लीन बोल्ड कर दिया था। यहां पर दिल्ली का स्कोर 99 रन था और उनके छह विकेट गिर गए थे, अब क्रीज़ पर दो नए बल्लेबाज़ मौजूद थे।
इसके बाद हेटमायर ने पारी को संभाला और ड्वेन ब्रावो के पहले ही ओवर में दो चौके जड़ दिए थे, इसके बाद अगले ओवर में उन्होंने जॉश हेज़लवुड के ख़िलाफ़ भी एक अहम छक्का जड़ा। आख़िरी ओवर में थोड़ा ड्रामा देखने को मिला था जब अक्षर पटेल कवर में लपके गए थे, लेकिन फिर कगिसो रबाडा ने फ़ाइन लेग बाउंड्री पर चौके के साथ दिल्ली को जीत की मंज़िल तक पहुंचा दिया।
हालांकि हेटमायर और दिल्ली को इस जीत के लिए सीएसके के सब्सटिट्यूट खिलाड़ी कृष्णप्पा गौतम का भी शुक्रगुज़ार होना चाहिए, जब दिल्ली को 16 गेंदों पर 22 रन की दरकार थी उस समय उन्होंने लांग ऑन पर हेटमायर का एक आसान सा कैच छोड़ दिया था।
चेन्नई का टॉप ऑर्डर हुआ ढेर
इससे पहले टॉस जीतकर सीएसके को बल्लेबाज़ी का आमंत्रण देने के बाद दिल्ली के गेंदबाज़ों ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई थी। मैच के पहले ओवर में भले ही अनरिख़ नॉर्खिये ने 16 रन दे दिए थे और अगले ओवर में आवेश ख़ान के ख़िलाफ़ भी 10 रन आ गए थे। तभी पंत ने आक्रमण पर अक्षर पटेल को लाया और उन्होंने कप्तान के भरोसे पर खरा उतरते हुए फ़ाफ़ डुप्लेसी को बाउंड्री लाइन पर कैच आउट करा दिया।
इसके बाद आक्रमण पर पंत ने एक बार फिर नॉर्खिये की वापसी की, और इस बार नॉर्खिये ने कमाल की गेंदबाज़ी करते हुए ऋतुराज गायकवाड़ को पवेलियन की राह दिखा दी थी। सीएसके के लिए इस सीज़न जीत की इबारत इसी सलामी जोड़ी के इर्द गिर्द रही है, और दोनों का जल्दी आउट होने का मतलब ही था कि सीएसकी की परेशानी बढ़ने वाली है। इस मैच में सुरेश रैना नहीं खेल रहे थे लिहाज़ा नंबर-3 पर रॉबिन उथप्पा को मौक़ा मिला था, जिसे उन्होंने ज़ाया कर दिया और सिर्फ़ 19 रन बना पाए थे कि उन्हें अश्विन ने अपनी कैरम गेंद पर फंसा लिया। इसके बाद मोईन अली को भी रबाडा ने चलता कर दिया, इस समय चेन्नई का स्कोर 65/4 रन था।
रायुडू की जुझारू पारी
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इस लेग में अब तक अंबाती रायुडू को जितने मौक़े मिले थे, सभी में उन्होंने उपयोगी पारियां खेली थीं। इस मैच में भी रायुडू का ये सिलसिला जारी रहा, उन्होंने बेहतरीन एकाग्रता और धैर्य के साथ खेलते हुए सीएसके को संकट से बाहर निकाला। इस काम में उनका बख़ूबी साथ निबा रहे थे कप्तान एमएस धोनी, हालांकि धोनी का स्ट्राइक रेट काफ़ी कम था।
अक्षर औऱ अश्विन के आठ ओवर में सीएसके ने 38 रन ही बनाए थे, इसका असर ये हुआ कि अंतिम लम्हों में रनरेट बढ़ाने की कोशिश में धोनी अपनी विकेट गंवा बैठे, लेकिन रायुडू ने शानदार बल्लेबाज़ी जारी रखी और बेहद अहम समय पर अर्धशतकीय पारी खेलते हुए चेन्नई को 136 रनों के स्कोर तक पहुंचाया।
श्रेष्ठ शाह (@sreshthx) ESPNcricinfo में सब-एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के मल्टीमडिया जर्नलिस्ट सैयद हुसैन ने किया है।