आंकड़े झूठ नहीं बोलते: क्रुणाल से मारक्रम और पाटीदार से बिश्नोई को बचना होगा
LSG को यदि मिली इस मैच में हार तो ख़त्म हो जाएगा प्लेऑफ़ में जाने का सपना
नीरज पाण्डेय
08-May-2025 • 5 hrs ago
Krunal Pandya अपनी पुरानी टीम के सामने होंगे • BCCI
IPL 2025 के 59वें मैच में लखनऊ सुपर जॉयंट्स (LSG) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की भिड़ंत होगी। शुक्रवार को लखनऊ में होने वाला ये मैच LSG के लिए काफ़ी अहम है। यदि LSG को हार मिली तो वे प्लेऑफ़ की दौड़ से बाहर हो जाएंगे। 11 में से आठ मैच जीत चुकी RCB दूसरे स्थान पर है तो वहीं 11 में से केवल पांच मैच जीत सकी LSG सातवें स्थान पर है। आइए जानते हैं इस मैच से जुड़े उन अहम आंकड़ों को जिनका मैच पर प्रभाव पड़ सकता है।
क्रुणाल के पास है मारक्रम का तोड़
IPL में क्रुणाल पंड्या इस सीज़न शानदार गेंदबाज़ी फ़ॉर्म में हैं और जब वह अपने पूर्व टीम LSG के ख़िलाफ़ उतरेंगे, तो एक बार फिर उनसे बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद होगी। ख़ासकर उनकी भिड़ंत एडन मारक्रम से देखने लायक होगी। IPL में अब तक क्रुणाल ने मारक्रम को चार मुक़ाबलों में तीन बार पवेलियन भेजा है और इस दौरान उन्होंने केवल चार रन ही ख़र्च किए हैं। मारक्रम का क्रुणाल के ख़िलाफ़ औसत महज 1.3 और स्ट्राइक रेट सिर्फ़ 50 रहा है। ऐसे में यह मुक़ाबला रणनीतिक रूप से भी अहम हो सकता है। LSG के निचले क्रम में कई बाएं हाथ के बल्लेबाज़ मौजूद हैं, इसलिए यह संभावना है कि क्रुणाल को पावरप्ले में ही गेंदबाज़ी दी जाए, ख़ासकर मारक्रम के ख़िलाफ़ उनके बेहतरीन रिकॉर्ड को देखते हुए।
बिश्नोई पर आक्रमण कर सकते हैं पाटीदार
रजत पाटीदार पिछले कुछ मुक़ाबलों में कुछ ख़ास फ़ॉर्म में नज़र नहीं आए हैं और RCB चाहेगी कि वह जल्द से जल्द अपनी लय वापस पाएं। इस दिशा में वह रवि बिश्नोई के ख़िलाफ़ अपने बेहतरीन रिकॉर्ड से आत्मविश्वास हासिल कर सकते हैं। IPL में अब तक पाटीदार ने बिश्नोई के ख़िलाफ़ तीन पारियों में बल्लेबाज़ी की है और इस दौरान वह न केवल नाबाद रहे हैं, बल्कि 225 के शानदार स्ट्राइक रेट से कुल 45 रन भी बनाए हैं। दूसरी ओर बिश्नोई का यह सीज़न अब तक अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा है।
दो विपरीत तेज़ गेंदबाज़ी मोर्चों की भिड़ंत
तेज गेंदबाज़ी के मोर्चे पर RCB और LSG के बीच एकदम विपरीत तस्वीर देखने को मिल रही है और यह फ़र्क आगामी मुक़ाबले में RCB को बढ़त दिला सकता है। RCB के पेसरों ने इस सीज़न अब तक 9.3 की इकॉनमी और 25.7 की औसत से विकेट चटकाए हैं, जो लीग में शीर्ष टीमों में गिने जाते हैं। इसके उलट LSG के तेज़ गेंदबाज़ सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वालों में शामिल हैं। उनकी इकॉनमी 10.7 और औसत 38.1 रन प्रति विकेट है, जो लीग में सबसे ख़राब आंकड़ों में से हैं।
पावरप्ले ओवर (1 से 6) में भी RCB का तेज़ आक्रमण 8.4 की इकॉनमी के साथ सर्वश्रेष्ठ साबित हुआ है, जबकि LSG के पेसरों ने इसी फेज़ में 11.1 की सबसे महंगी इकॉनमी से रन लुटाए हैं। आंकड़ों के इस साफ़ अंतर को देखते हुए कहा जा सकता है कि तेज़ गेंदबाज़ी के मोर्चे पर RCB को निश्चित रूप से बढ़त हासिल है, जो इस मुक़ाबले में निर्णायक साबित हो सकती है।
देखने को मिल सकती है छक्कों की जंग
छक्कों की जंग के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि लखनऊ की पिच इस सीज़न बड़े स्कोरों के लिए जानी जा रही है और दोनों टीमों के पास जबरदस्त पावर-हिटर्स मौज़ूद हैं। ऐसे में इस मुक़ाबले में बाउंड्री पार करते हुए गेंद को स्टैंड्स में भेजने का सिलसिला दर्शकों के रोमांच को चरम पर पहुंचा सकता है। इस सीज़न में अब तक सबसे ज्यादा छक्के लगाने वालों में निकोलस पूरन सबसे आगे हैं, जिन्होंने 34 छक्के उड़ाए हैं। उनके बाद श्रेयस अय्यर (27), सूर्यकुमार यादव और रियान पराग (26-26) जैसे नाम हैं, जो मैच की रफ्तार को अकेले मोड़ने का दम रखते हैं।
पावरप्ले यानी पहले छह ओवरों में यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज्यादा 19 छक्के लगाए हैं, जबकि अजिंक्य रहाणे (15) और मिचेल मार्श (14) ने भी छक्के लगाने में कमी नहीं की है। मिडिल ओवर्स (7-16) में पूरन का दबदबा बना हुआ है, जिन्होंने अकेले 23 छक्के जड़े हैं, वहीं डेथ ओवर्स (17-20) में टिम डेविड और एमएस धोनी जैसे फ़िनिशर्स 11-11 छक्कों के साथ छाए हुए हैं।
अगर गेंदबाज़ों की बात करें तो स्पिन और पेस दोनों के ख़िलाफ़ कुछ बल्लेबाज़ों का शानदार रिकॉर्ड रहा है। स्पिन के ख़िलाफ़ सबसे ज़्यादा 22 छक्के पूरन ने ही लगाए हैं, जबकि जायसवाल ने तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ 20 छक्के ठोके हैं। इन आंकड़ों को देखते हुए यह मुकाबला छक्कों की बरसात का गवाह बन सकता है।