बंगाल 773 पर 7 पारी घोषित और 318 318/7 (मनोज तिवारी 136, नदीम 59/5) झारखंड 298 (विराट सिंह 113*, सिद्दिक़ी 53, शाहबाज़ अहमद 51/4, सायन मंडल 71/4) मैच ड्रॉ - पहली पारी के बढ़त के आधार पर बंगाल सेमीफ़ाइनल के लिए क्वालिफ़ाई
बंगाल और झारखंड के बीच क्वार्टर फ़ाइनल मुक़बला नीरस ड्रॉ के रूप में समाप्त हुआ। बंगाल को पहली पारी की बढ़त के आधार पर सेमीफ़ाइनल में जगह मिल गई। परिणाम की सभी संभावनाएँ तब समाप्त हो गई जब बंगाल ने 475 रन के बढ़त के बावजूद दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया। मैच के अंतिम दिन जब खेल की समाप्ति की घोषणा की गई तब दूसरी पारी में बंगाल का स्कोर 318 पर सात विकेट था।
मनोज तिवारी ने 136 रनों की पारी खेली, जो मध्य प्रदेश के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल से पहले बंगाल के लिए अच्छी ख़बर थी। मनोज तिवारी ने पहली पारी में 73 रन भी बनाए थे।
शाहबाज़ नदीम ने झारखंड के लिए 59 रन देकर 5 विकेट हासिल किए, जो दोनों पारियों में उनकी गेंदबाज़ी में एकमात्र चमकदार प्रदर्शन था।
जैसे नदीम ने दूसरी पारी में गेंद के साथ प्रदर्शन किया, वैसे
विराट सिंह का बल्ले से वन-मैन शो रहा। झारखंड को सिर्फ़ एक ही बार बल्लेबाज़ी का मौक़ा मिला, जिसमें विराट की नाबाद 113 रन की पारी के बावजूद झारखंड की टीम 298 रन पर सिमट गई। बंगाल के लिए
शाहबाज़ अहमद और
सायन मंडल ने चार-चार विकेट लिए।
शाहबाज़ अहमद ने बंगाल के लिए पहली पारी में 78 रन भी बनाए थे, जैसे कि बंगाल ने तीसरे दिन तक 7 विकेट गंवाकर 773 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। बंगाल के शीर्ष 9 बल्लेबाज़ों ने पचास के ऊपर का स्कोर बनाकर विश्व रिकॉर्ड कायम किया। प्लेयर ऑफ़ द मैच
सुदीप कुमार घरामी 186 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे और
अनुस्तुप मजुमदार ने 117 रन बनाए।
आकाश दीप ने बंगाल की पारी घोषित होने से पहले 18 गेंदों में आठ छ्क्कों की मदद से 53 रनों की मनोरंजक पारी खेली। बंगाल ने झारखंड से लगभग 219 ओवरों तक फ़ील्डिंग करवाया।
एक तरह से झारखंड ने अपनी ही दवा का स्वाद चखा। नागालैंड के ख़िलाफ़ प्री-क्वार्टर फ़इनल के दौरान पहली पारी में 591 से आगे होने के बावजूद झारखंड ने दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया था। इतना ही नहीं उन्होंने दूसरी पारी में भी 417 का स्कोर बनाया, और अंत में 1008 की बढ़त के साथ फ़िनिश किया, जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे बड़ी बढ़त का विश्व रिकॉर्ड है। बंगाल अब सेमीफ़ाइनल में मध्य प्रदेश से खेलेगा, और रणजी ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में लगातार दूसरी पहुंचने से बस एक क़दम दूर है। जबकि दूसरे सेमीफ़ाइनल में मुंबई और उत्तर प्रदेश आमने-सामने होंगे। दोनों मैच 14 जून से बेंगलुरु में शुरू होंगे।