हेदर नाइट और डैनियल गिब्सन के हरफनमौला खेल से लंदन स्पिरिट जीता
भारत की दीप्ति शर्मा ने भी लिए दो विकेट, लेकिन एलिमिनेटर के लिए क्वालीफ़ाई नहीं कर पाई टीम
ईसीबी रिपोर्टर्स नेटवर्क
19-Aug-2021
दीप्ति शर्मा ने हंड्रेड के अपने आख़िरी मैच में दो विकेट लिए • Getty Images
लंदन स्पिरिट 96/3 (नाइट 34*, गिब्सन 34*, मैथ्यूज़ 2-18) ने वेल्श फ़ायर 95/9 (रेडमेन 35, डीन 2-22, दीप्ति शर्मा 2-14, नाइट 2-17, गिब्सन 2-10) को 7 विकेट से हराया
लंदन स्पिरिट की टीम ने 'द हंड्रेड 2021' में अपना सफर एक जीत के साथ ख़त्म किया। उन्होंने वेल्श फ़ायर को 7 विकेट से हराया। हालांकि वे एलिमिनेटर के लिए क्वालीफ़ाई नहीं कर सकीं।
पहले बल्लेबाज़ी करने उतरीं फ़ायर के बल्लेबाज़ रन बनाने के लिए लगातार संघर्ष करती नजर आईं और 100 गेंदों में सिर्फ 95 रन ही बना सकीं। जीत के लिए लंदन स्पिरिट को 96 रन बनाने थे लेकिन एलिमिनेटर में क्वालीफ़ाई करने के लिए उन्हें यह लक्ष्य सिर्फ 41 गेंदों में ही प्राप्त करना था। स्पिरिट के बल्लेबाज़ों ने जोर तो लगाया लेकिन उन्हें लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 56 गेंद लग गए।
वेल्श फ़ायर के लिए यह आठ मैचों में छठी हार थी और वे अंक तालिका में सबसे नीचे रहीं। टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने उतरी लंदन स्पिरिट की टीम ने नियमित अंतराल पर वेल्श फ़ायर को झटके दिए। वेल्श की टीम की सलामी बल्लेबाज़ ब्रायोनी स्मिथ ने फ़ाइन लेग की दिशा में तीन चौके लगाए लेकिन फ़्रेया डेविस की गेंद पर वह मिड ऑन की दिशा में ऐलिस मॉनघन को एक आसान कैच थमा बैठीं। दूसरी तरफ खतरनाक फॉर्म में चल रहीं हेली मैथ्यूज़ को दीप्ति शर्मा ने पगबाधा आउट किया।
अगली गेंद पर फ़ायर की कप्तान सोफ़ी लफ़ भी गिब्सन का शिकार हो गई। उन्हें विकेटकीपर बोमॉन्ट ने विकेट के पीछे लपका। ऐलिस मैक्लॉइड को आउट कर दीप्ति ने अपना दूसरा विकेट लिया। थोड़ी देर बाद पीपा क्लेरी शून्य के स्कोर पर हेदर नाइट का शिकार हुईं और मिडविकेट पर खड़ीं दीप्ति शर्मा को एक आसान कैच थमा बैठीं।
एक तरफ वेल्श के विकेट लगातार गिर रहे थे, दूसरी तरफ सलामी बल्लेबाज़ जॉर्जिया रेडमेन अपना विकेट बचाए रखी थीं। वह 28 गेंदों में 6 चौकों की मदद से 35 रन बनाने के बाद नाइट की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गई। ऑफ़ स्पिनर शार्लोट डीन ने दो विकेट लेकर पुछल्ले बल्लेबाज़ों को भी हाथ नहीं खोलने दिया।
96 रन का पीछा करने उतरी लंदन की टीम को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए यह लक्ष्य सिर्फ 41 गेंदों में ही प्राप्त करना था। इसलिए लंदन की सलामी बल्लेबाज़ों बोमॉन्ट और ट्राइऑन ने टीम को तेज़ शुरूआत देने की कोशिश की। हालांकि आक्रमण करने के चक्कर में दोनों बल्लेबाज़ सस्ते में ही आउट हो गईं। दो विकेट गिरने के बाद क्रीज़ पर आईं डिएंड्रा डॉटिन ने दो चौके लगाए लेकिन वह भी 6 गेंद पर 12 रन बनाकर अपनी हमवतन मैथ्यूज़ का शिकार हो गईं। इस समय लंदन का स्कोर 25 गेंद पर 36/3 पर था।
लेकिन इसके बाद नाइट और गिब्सन ने लंदन को आसानी से जीत दिला दी। दोनों ने 19 गेंदों पर 7 चौकों की मदद से 34 रन बनाए। हालांकि वे अपनी टीम को 41 गेंदों तक लक्ष्य तक नहीं पहुंचा सकीं और टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई।