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तमीम से पहले इन खिलाड़ियों ने भी संन्यास के बाद क्रिकेट में वापसी की थी

इस सूची में अफ़रीदी से लेकर इमरान ख़ान और श्रीनाथ जैसे नाम है

It's not new that a superstar has returned for one more dance

यह कोई नई बात नहीं है जब किसी खिलाड़ी ने संन्यास के बाद वापसी की हो  •  ESPNcricinfo Ltd

2023 का साल क्रिकेट में 'संन्यास से वापसी' का साल रहा है। पहले मोईन अली ने ऐशेज़ से टेस्ट क्रिकेट में वापसी की और फिर तमीम इक़बाल ने ऐसा किया। लेकिन ये दोनों अकेले नहीं हैं। आइए डालते हैं उन खिलाड़ियों की सूची पर नज़र जिन्होंने संन्यास के बाद फिर से वापसी की।
केरी पैकर वर्ल्ड सीरीज़ में हिस्सा लेने के कारण जब ऑस्ट्रेलिया को खिलाड़ियों की कमी पड़ी तो बॉब सिंपसन को लगभग एक दशक बाद संन्यास वापस लेना पड़ा। 1977 में भारत के ख़िलाफ़ सीरीज़ में 41 वर्षीय सिंपसन ने वापसी की और अगली 10 पारियों में 539 रन बनाए।
अफ़ग़ानिस्तान से मिली हार के बाद तमीम इक़बाल ने आंसुओं से भरे एक भावुक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में संन्यास की घोषणा की। हालांकि जब देश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने ख़ुद हस्तक्षेप किया तो तमीम को यू-टर्न लेना पड़ा।
1994 में टीम से बाहर होने के बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने संन्यास की घोषणा कर दी। तब देश के क्रिकेट प्रेमियों ने 'मियांदाद नहीं तो क्रिकेट नहीं' की मुहिम चलाई और देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा। भुट्टो के हस्तक्षेप के बाद मियांदाद माने तो लेकिन उन्हें टीम में वापसी करने के लिए दो साल लग गए। उन्होंने 1996 में फिर से देश का प्रतिनिधित्व किया।
2012 में फ़्रैचाइज़ी क्रिकेट में समय देने के लिए इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज़ केविन पीटरसन ने सीमित ओवर क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। उस समय टी20 विश्व कप सिर्फ़ चार महीने दूर था। यह इंग्लैंड क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका था। हालांकि कुछ दिनों बाद ही पीटरसन ने यू टर्न लेते हुए कहा कि वह कभी भी वापसी कर सकते हैं। उन्होंने वापसी भी की और इंग्लैंड के लिए आठ वनडे और एक टी20 खेला। हालांकि वह विश्व कप में हिस्सा नहीं ले सके।
1999 में वेस्टइंडीज़ के पूर्व कप्तान कार्ल हूपर ने सिर्फ़ 32 साल की उम्र में संन्यास की घोषणा कर सबको स्तब्ध कर दिया था। हालांकि 2001 में जब वेस्टइंडीज़ क्रिकेट की दशा अच्छी नहीं चल रही थी, तब उन्होंने कप्तान के रूप में वापसी की और न्यूज़ीलैंड, भारत और साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ में देश का नेतृत्व किया।
पारिवारिक ज़िम्मेदारियों का हवाला देते हुए भानुका राजापक्षा ने 2022 में संन्यास की घोषणा कर दी थी। हालांकि यह जल्दबाज़ी में लिया गया निर्णय था, जिसमें देश के खेल मंत्री नमल राजापक्षा को हस्तक्षेप करना पड़ा। खेल मंत्री से मुलाक़ात के बाद राजापक्षा देश के चयनकर्ताओं से मिले और फिर से वापसी की घोषणा की।
1987 विश्व कप सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के बाद निराश इमरान ख़ान ने संन्यास की घोषणा कर दी थी। लेकिन देश के राष्ट्रपति ज़िया-उल-हक़ के मान-मनौव्वल करने पर इमरान को हृदय परिवर्तन करना पड़ा और वह अगले विश्व कप में विश्व विजेता कप्तान थे।
सीमित ओवर क्रिकेट और फ़्रैंचाइज़ी क्रिकेट में अधिक समय देने के लिए इंग्लिश ऑलराउंडर ने 2021 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था। लेकिन ऐशेज़ 2023 के शुरू होने से पहले जैक लीच को चोट लगने के कारण टीम को उनकी आकस्मिक ज़रूरत पड़ी और कोच ब्रैंडन मक्कलम व कप्तान बेन स्टोक्स के अनुरोध पर उन्होंने वापसी की। इस दौरान वह टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट पूरा करने वाले गेंदबाज़ भी बने।
इस खिलाड़ी ने तो कई बार संन्यास लिया है और फिर वापसी की है। 2006, 2010, 2011, 2014 और 2017 उनके संन्यास लेने वाले साल रहे, वहीं 2006, 2011 और 2016 में उन्होंने वापसी की।
2002 के वेस्टइंडीज़ दौरे के बाद श्रीनाथ ने संन्यास ले लिया था। लेकिन तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली ऐसा नहीं चाहते थे। उन्होंने श्रीनाथ को 2003 विश्व कप तक खेलने के लिए मनाया। इसके बाद श्रीनाथ ने तीन और टेस्ट खेले व 2003 विश्व कप में भारतीय गेंदबाज़ी क्रम की अगुवाई की।
सीमित ओवर क्रिकेट पर ध्यान देने के लिए वेस्टइंडीज़ के तेज़ गेंदबाज़ टेलर ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। लेकिन अगले 14 महीनों में उन्हें किसी भी वनडे या टी20 टीम में नहीं चुना गया। इसके बाद उन्हें अपने संन्यास के फैसले को वापस लेना पड़ा, फिर उन्हें टी20 और वनडे टीमों में चुना गया।