यह मोड़ शुक्रवार की दोपहर को आया लेकिन ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को गुरुवार की शाम को ही इस बैठक के बारे में पता चल गया था। पता चला है कि सांसद मशरफ़े ने इस प्रक्रिया को शुरू किया और प्रधानमंत्री से बात करके इस स्थिति को संभालने की बात कही। तमीम तब तक बीसीबी अध्यक्ष हसन से संन्यास के फ़ैसले पर बात करने को ठुकरा चुके थे।
तमीम ने लाइव ब्रॉडकास्ट के दौरान गुरुवार को अपने संन्यास की घोषणा की थी। इस दौरान 13 मिनट के भाषण में वह कई बार भावुक हुए। जिसके बाद उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पूरे दिन वायरल होती दिखी।
लेकिन जब शुक्रवार की शाम को प्रधानमंत्री के आवास के बाहर तमीम ने मीडिया से बात की तो वह अलग तमीम दिखे। तमीम ने यह भी बताया उन्हें अपनी चोट से उबरने के लिए छह सप्ताह का समय भी मिला है।
तमीम ने कहा, "आदरणनीय प्रधानमंत्री ने दोपहर को मुझे अपने निवास पर बुलाया था। हमारे बीच लंबी बातचीत हुई, जिसके बाद उन्हें मुझे अपने फ़ैसले को बदलने की हिदायत दी। मैं अपना संन्यास का निर्णय वापस ले रहा हूं। मैं किसी को भी न कर सकता हूं लेकिन देश की सबसे प्रमुख व्यक्ति को न करना नामुमकिन है। मशरफ़े भाई ने मुझे बुलाया था और पपोन भाई भी यहां थे। इस फ़ैसले को बदलने में ये दोनों बड़े फ़ैक्टर रहे। प्रधानमंत्री ने मुझे डेढ़ महीने का आराम भी दिया है। मैं अपना इलाज कराकर क्रिकेट खेलना शुरू करूंगा।"
बीसीबी अध्यक्ष हसन ने कहा कि वह जानते थे कि इस समाधान हो सकता है, तो वह तमीम के साथ बैठकर उनके फ़ैसले को बदलने को लेकर उन्हें मनाने में सफल रहे।
हसन ने कहा, "गुरुवार को उनकी पत्रकार वार्ता देखने के बाद मैं जानता था कि वह इस फ़ैसले को लेकर भावुक है। मैं जानता था कि अगर आमने-सामने बैठकर बात करेंगे तो समाधान निकल सकता है।"
उन्होंने आगे कहा, "हम प्रधानमंत्री के सामने बैठे और उसने आपको बताया कि वह संन्यास का फ़ैसला बदल रहे हैं। उन्होंने अभी संन्यास नहीं लिया है। उन्होंने छह सप्ताह का ब्रेक लिया है जिससे वह रिहैब से गुजरेंगे और शारीरिक व मानसिक तौर पर फ़िट होकर लौटेंगे। वह जल्द ही क्रिकेट में वापसी करेंगे।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें राहत मिली, हसन ने कहा, "बिल्कुल हमें राहत मिली है। हम कैसे अपने कप्तान के बिना खेल सकते हैं?"
मोहम्मद इसाम ESPNcricinfo में बांग्लादेश के संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।