तमीम इक़बाल का दावा : विश्व कप में उनके चयन में बोर्ड ने 'जानबूझकर' अड़चन पैदा किए
सलामी बल्लेबाज़ का मानना है कि वह पहले मुक़ाबले तक पूरी तरह फ़िट हो सकते थे
तमीम इक़बाल को बांग्लादेश के विश्व कप दल से बाहर रखा गया है • BCB
पोस्ट में 34-वर्षीय तमीम ने यह भी कहा कि उन्होंने एक सीनियर बीसीबी अधिकारी से यह कहा था कि बोर्ड द्वारा उनके रास्ते पर "एक के बाद अड़चन" डाले जाने के चलते वह ख़ुद भी विश्व कप दल में नहीं होना चाहते थे।
बांग्लादेश के मुख्य चयनकर्ता मिनहाजुल आबेदीन ने कहा था कि लगातार पीठ में चोटिल होने की उनकी आदत के चलते तमीम को बाहर रखा गया था। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ यह निर्णय इस वजह से लिया गया क्योंकि पिछले हफ़्ते न्यूज़ीलैंड के साथ दूसरे वनडे के बाद यह सुझाया गया था कि तमीम को विश्राम देना सही होगा।
"मैंने (न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ दूसरे वनडे के बाद) चयन समिति को बताया था कि मेरा शरीर ऐसा है कि मुझे थोड़ा दर्द होता ही रहेगा। तो उन्हें यह ध्यान में रखते हुए टीम का चयन करना चाहिए। अगर आपको याद है, मेरे संन्यास लेने के फ़ैसले के बाद भी इंजरी को लेकर चिंताएं थीं। जब मैंने फ़िज़ियो और कोच से बात की थी, तो उन्हें भी लगा था कि (5 जुलाई को अफ़ग़ानिस्तान के विरुद्ध) मुझे पहला गेम खेलना चाहिए। आपको याद होगा (अध्यक्ष हसन द्वारा) क्या कहा गया: अगर वह फ़िट नहीं हैं, तो ना खेलना बेहतर है। मुझे आश्चर्य हुआ क्योंकि मुझे लगा था हम सब सहमत थे (कि मैं खेलूंगा)।
"मैं (इस बार) ऐसा विवाद नहीं चाहता था। मैंने ईमानदारी से चयनकर्ताओं को बताया कि मेरी इंजरी को ध्यान में रखा जाए। आप विश्व कप में नौ मैच आसानी से खेल सकते हैं। हर मैच के बीच में तीन या चार दिन होते हैं। अगर कोई चोटिल हो जाए तो आप रिप्लेसमेंट ले सकते हैं।"
"उनके हिसाब से मैं अगर 26 सितंबर का वनडे मिस करते हुए दूसरा अभ्यास मैच खेल लेता, तो मेरे पास पर्याप्त समय रहता। मैं अपना रिहैब पूरा कर चुका होता और (विश्व कप) का पहला गेम खेल सकता था। रिपोर्ट में ठीक यही लिखा था।"
ऐसी भी अफ़वाह थी कि तमीम केवल पांच मैच खेलना चाहते थे, हालांकि उन्होंने कहा, "पांच मैच, दो मैच या इंजरी होना या ना खेल पाना, ऐसा कहीं कुछ नहीं कहा गया था। मैंने माना था कि मेरे पीठ में अभी भी दर्द है।" आबेदीन ने भी मंगलवार को प्रेस वार्ता के दौरान इस बात की पुष्टि की थी।
दो महीने क्रिकेट से दूर रहने के बाद सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर तमीम ने अपनी पहली पारी में 58 गेंदों पर 44 बनाए। लेकिन इसके बाद उन्होंने एक बीसीबी अधिकारी के साथ फ़ोन पर हुई बात के बारे में बताया, "उन्होंने कहा कि आप विश्व कप जाएंगे लेकिन आपको मैनेज करना पड़ेगा। वह बोले, 'आप एक काम करिए, अफ़ग़ानिस्तान के विरुद्ध पहला मैच मत खेलिए।' मैंने कहा, 'भाई, आप 12-13 दिन बाद की बात क्यों कर रहे हैं? मैं तब तक ठीक हो जाऊंगा। फिर मैं क्यों नहीं खेलूं?
"उन्होंने कहा कि अगर मैं खेलूं तो शायद मुझे ऑर्डर में नीचे खिलाया जाएगा। मैंने तभी एक अच्छी पारी खेली थी। यह समझना मुश्किल था।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं 17 सालों से एक पोज़िशन पर खेलता आया हूं। मैंने कभी 3 या 4 पर नहीं खेला। मुझे यह बात पसंद नहीं आई। मुझे ऐसा लगा मुझे फिर से बांधा जा रहा है। जैसे मैंने एक अड़चन (फ़िटनेस) को पार किया तो एक और डाला जा रहा था।
"मैंने कहा कि अगर आपकी मानसिकता ऐसी है तो मुझे विश्व कप के लिए मत भेजिए। मुझे ऐसी गंदगी पसंद नहीं। आप रोज़ मेरे लिए ऐसा कुछ उत्पन्न करेंगे। मुझे इस तरह नहीं जाना था।"
तमीम ने वीडियो के आख़िर में जाकर कहा, "ऐसा एक बार हो सकता है। संयोग से दूसरी बार भी हो सकता है। लेकिन अगर ऐसा सात-आठ बार हुआ है, तो यह जानबूझकर किया जा रहा है।"
मोहम्मद इसाम ESPNcricinfoके बांग्लादेश संवाददाता हैं @isam84, अनुवाद सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है