ऐसा क्रिकेटर जो पांच साल पहले ही संन्यास ले चुका हो, क्या उसे अनकैप्ड खिलाड़ी के साथ IPL नीलामी में रखा जाना चाहिए? IPL टीम मालिकों और IPL प्रशासन के बीच बुधवार को हुए बैठक में यह मुद्दा भी उठा।
यह नियम 2008 से 2021 के बीच था, लेकिन कभी भी इसका प्रयोग नहीं किया गया। ESPNcricinfo को पता चला है कि जब बुधवार को हुई बैठक में इस मुद्दे को फिर से उठाया गया तो एक से अधिक टीम मालिकों ने इस पर अपनी आपत्ति जताई।
समझा जा रहा है कि सनराइज़र्स हैदराबाद की मालिक काव्या मारन ने कहा है कि एक रिटायर खिलाड़ी को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में बनाए रखने की अनुमति देना उस व्यक्ति के साथ-साथ उनके मूल्य का "अपमान" करना होगा, जो नीलामी में बहुत अधिक होगा। उन्होंने कहा कि अगर नीलामी में ख़रीदे गए किसी अनकैप्ड खिलाड़ी को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में रखे गए पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी से अधिक भुगतान किया जा रहा है तो यह एक "ग़लत मिसाल" स्थापित होगी। उनका कहना है कि कोई भी खिलाड़ी सामान्य रूप से नीलामी में आए और फिर बाज़ार उनका मूल्य तय करे। इसके बाद कम से कम एक और टीम ने इस नियम पर अपनी आपत्ति जताई।
गुरूवार को ESPNcricinfo ने इस बारे में भूल से ग़लत रिपोर्ट किया था कि यह सुझाव IPL से नहीं बल्कि CSK से आया है ताकि वे
एमएम धोनी को अनैकप्ड खिलाड़ी के रूप में रिटेन कर सकें। धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से 15 अगस्त 2020 को संन्यास ले लिया था। IPL 2022 से पहले हुई बड़ी नीलामी से पहले धोनी को रवींद्र जाडेजा के बाद रिटेन किया गया था, जिसमें फ़्रैंचाइज़ी ने अपने पर्स से उनके लिए 12 करोड़ रूपये अदा किए थे, जबकि उस साल अनकैप्ड रिटेन खिलाड़ी को ख़रीदने पर टीम को चार करोड़ का ख़र्च आया था।
पिछले कुछ सीज़नों से यह सवाल उठता रहा है कि 43 साल के धोनी IPL खेलना जारी रखेंगे या नहीं। उन्होंने 2024 सीज़न की शुरुआत से पहले ऋतुराज गायकवाड़ को कप्तानी सौंपी थी। वह बल्ले से भी सीमित भूमिका निभा रहे हैं और अंत में आकर बस बाउंड्री लगाते थे। एक कार्यक्रम में धोनी ने कहा था कि CSK रिटेंशन नियम के फ़ाइनल होने का इंतज़ार करेगी, इससे पहले कि 2025 सीज़न में खेलने को लेकर कोई फ़ैसला हो।
रिटायर भारतीय खिलाड़ी को मिले कम बेस प्राइज़
फ़्रैंचाइज़ी इस बात से भी सहमत दिखीं कि भारतीय खिलाड़ी जो पिछले पांच सालों से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेले उन्हें नीलामी में कम बेस प्राइज़ होना चाहिए। वर्तमान में भारतीय खिलाड़ियों का न्यूनतम बेस प्राइज़ 50 लाख रूपये है।
यह सुझाव IPL के प्रमुख ओपरेटिंग ऑफ़िसर हेमांग अमीन ने दिया, उनका नज़रिया था कि ऐसा करके ऐसे खिलाड़ियों को नीलामी में बिकने का अधिक मौक़ा मिलेगा।
एक फ़्रैंचाइज़ी प्रमुख ने कहा कि कैप्ड भारतीय खिलाड़ी, जो लंबे समय से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेले उन्हें नीलामी में ऊंचे बेस प्राइज़ में लाया जाता है, जिसके कारण उनकी बोली नहीं लग पाती है, फिर चाहे उनका नाम एक से अधिक बार आया हो।
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