पाकिस्तान के सफ़ेद गेंद कोच पद से कर्स्टन का इस्तीफ़ा
इस साल में अप्रैल में पद ग्रहण करने के बाद मुश्किल से वह छह महीने तक टीम के साथ रहे
दन्याल रसूल
28-Oct-2024
गैरी कर्स्टन इस साल अप्रैल में बने थे कोच • ICC via Getty Images
गैरी कर्स्टन ने पाकिस्तान की वनडे और T20I टीम के कोच पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। अप्रैल 2024 में कोच बने कर्स्टन मुश्किल से छह महीने तक भी अपने रोल पर टिक नहीं पाए। उनकी जगह टेस्ट टीम के कोच जेसन गिलेस्पी को ही ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए सफ़ेद गेंद टीम का कोच नियुक्त किया गया है।
पाकिस्तान के नवनियुक्त कोच कर्स्टन और जेसन गिलेस्पी और PCB के बीच तब से दरार पैदा हो गई थी, जब से बोर्ड ने उनसे चयन की शक्तियां छीनने का फै़सला किया था। यह अधिकार विशेष रूप से एक चयन समिति के पास रहेगा, जिसका वे अब हिस्सा नहीं होंगे। गिलेस्पी ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ रावलपिंडी में तीसरे टेस्ट की तैयारियों के दौरान हुई घटनाओं पर अपने आश्चर्य को छुपाने का बहुत कम प्रयास किया। उन्होंने कहा कि वह अब सिर्फ़ एक "मैच-डे विश्लेषक" थे और "यह वह नहीं था जिसके लिए उन्होंने साइन किया गया था।"
कर्स्टन ने पब्लिक में कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन यह पता चला है कि वह उन बदलावों से निराश थे। ESPNcricinfo को टीम की घोषणा में देरी के बारे में पता चला है और सीमित ओवरों के नए कप्तान के बारे में बोर्ड के भीतर एनिमेटेड चर्चा चल रही थी, कर्स्टन उनके इनपुट पर विचार करने के इच्छुक थे। हालांकि, जब लाहौर में एक संवाददाता सम्मेलन में नए कप्तान मोहम्मद रिज़वान की घोषणा की गई, तो अध्यक्ष मोहसिन नक़वी के साथ केवल नई चयन समिति के सदस्य आक़िब जावेद और नए कप्तान और उप-कप्तान सलमान आग़ा मौजूद थे। कर्स्टन उस समय देश में भी नहीं थे।
वर्तमान चयन समिति के प्रभाव में वृद्धि से कोचों को खु़द को दरकिनार किया गया महसूस हुआ है। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पहला टेस्ट मैच हारने के बाद तीन महीने में तीसरे नए चयन पैनल की घोषणा की गई। इसमें आक़िब, अलीम दार, अज़हर अली, असद शफ़ीक़ और हसन चीमा थे, जबकि कोच और कप्तान को हटा दिया गया था। दार को मुल्तान में दूसरे टेस्ट के लिए दोबारा पिच तैयार करने के विचार का मूल वास्तुकार माना जाता था, जबकि आक़िब सार्वजनिक चेहरा बन गए। यहां तक कि नए सफ़ेद गेंद के कप्तान रिज़वान ने भी टेस्ट के दौरान एक समय यह टिप्पणी की थी कि पाकिस्तान अब "आक़िब-गेंद" खेल रहा है।
कर्स्टन का जाना और जिस तेज़ी से चीज़ें खुली हैं, वह पाकिस्तान क्रिकेट के लिए भी आश्चर्यजनक नहीं है। इसका मतलब यह है कि कर्स्टन एक भी वनडे में पाकिस्तान को कोचिंग दिए बिना ही अपनी भूमिका से हट गए। इसी प्रारूप में उन्होंने कोचिंग में अपनी सबसे बड़ी सफलता हासिल की थी। पाकिस्तान ने तीन महीने का सबसे अच्छा हिस्सा उस कोच की तलाश में बिताया, जिसे नक़वी ने टीम के लिए "श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ" कोच कहा था, जिसमें शेन वॉटसन और डेरेन सैमी सहित कई हाई-प्रोफ़ाइल उम्मीदवारों ने भी नाम सामने रखे थे। अंततः उन्होंने सफे़द गेंद प्रारूप के लिए कर्स्टन पर फै़सला किया, जिन्होंने भारत को 28 वर्षों में पहला वनडे विश्व कप खिताब दिलाया, नक़वी ने कहा कि यह "हमारे खिलाड़ियों के लिए इन अनुभवी पेशेवरों से सीखने का एक उल्लेखनीय अवसर था।"
कर्स्टन का पहला बड़ा टूर्नामेंट मेरिका में हुआ T20 विश्व कप था, जहां उनके कोचिंग सफ़र की ख़राब शुरुआत हुई। टीम अमेरिका और भारत से हारकर पहले ही राउंड में बाहर हो गई। बाबर आज़म ने कुछ महीनों बाद दूसरी बार सफ़ेद गेंद के कप्तान के तौर पर इस्तीफ़ा दे दिया। लेकिन तब यह माना गया था कि कर्स्टन को अपने पैर जमाने और एक टीम विकसित करने के लिए समय चाहिए, ख़ासकर 2025 की शुरुआत में घरेलू ICC चैंपियंस ट्रॉफी के साथ, जो लगभग तीन दशकों में पाकिस्तान की पहली ICC प्रतियोगिता की मेज़बानी है।
पाकिस्तान का ऑस्ट्रेलिया दौरा छह दिन में शुरू हो रहा है, जहां उनको 4 नवंबर को मेलबर्न में पहला वनडे खेलना है। इसके बाद पाकिस्तान को ज़िम्बाब्वे का भी दौरा करना है।
दन्याल रसूल ESPNcricinfo में पाकिस्तान के संवाददाता हैं।