स्टोक्स ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, "चौथी पारी में मिले लक्ष्य को देखकर हमें यह भरोसा था कि हम इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। जब आपके सामने लक्ष्य बड़ा होता है, स्कोरबोर्ड का दबाव होता है, यही वह मौक़ा होता है जब आप ख़ुद को व्यक्तिगत तौर पर भी साबित कर सकते हैं। जिस तरह से हमने भारत के गेंदबाज़ों पर दबाव डालने की कोशिश की, वह वाकई बेहतरीन था। दुर्भाग्यवश परिणाम हमारे पक्ष में नहीं गया। भारत को बधाई, उन्होंने बहुत अच्छा क्रिकेट खेला।"
उन्होंने आगे कहा, "खिलाड़ियों को ऐसा कोई सुझाव नहीं दिया गया था कि उन्हें कैसे खेलना है। ड्रेसिंग रूम में मौजूद सभी बेहतरीन खिलाड़ी हैं और उन्हें पता है कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ कैसे दे सकते हैं।"
इंग्लैंड ने तीसरे दिन के खेल समाप्ति पर एक विकेट के नुकसान पर 67 रन बना लिए थे और ज़ैक क्रॉली भी अच्छी लय में नज़र आ रहे थे। स्टोक्स ने इसको लेकर भी ख़ुशी ज़ाहिर की।
स्टोक्स ने कहा, "हम भारतीय गेंदबाज़ी आक्रमण को यह बताना चाहते थे कि हम इसी तरह के इरादे के साथ क्रिकेट खेलने वाले हैं। हम उन्हें स्थिर नहीं होने देना चाहते थे। मुझे पता है कि इसका श्रेय रोहित(शर्मा) को जाता है, जिस तरह से उन्होंने टीम का नेतृत्व किया। हमने दबाव में जिस तरह की क्रिकेट खेली, मैं इससे काफ़ी ख़ुश हूं।"
स्टोक्स ने क्रॉली पर बात करते हुए कहा, "हम आसानी से बिना विकेट खोए 20 रन बना सकते थे लेकिन इससे गेम कहीं नहीं जाता। हां, हमने दिन के अंत में डकेट का विकेट खो दिया था लेकिन हमने स्कोरबोर्ड पर 67 रन भी बना लिए थे, लेकिन जिस तरह से क्रॉली ने चौथे दिन की शुरुआत की और भारतीय आक्रमण के ख़िलाफ़ बल्लेबाज़ी की इससे मैं उनके लिए काफ़ी ख़ुश हूं और मुझे लगता है कि उनके लिए यह पारी का मील का पत्थर साबित होगी।"
स्टोक्स अपने तीनों स्पिनर्स टॉम हार्टली, शोएब बशीर और रेहान अहमद के प्रदर्शन से भी संतुष्ट नज़र आए। उन्होंने कहा कि तीनों ने ही जो रूट और जेम्स एंडरसन के साथ मिलकर जैसी गेंदबाज़ी की वह काबिले तारीफ़ है।
राजकोट में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच से पहले इंग्लैंड का दल अपने परिवारों के साथ ब्रेक का लुत्फ़ लेने अबू धाबी जाएगा।