पत्रकार बोरिया मजूमदार ने कहा ऋद्धिमान साहा को भेजूंगा मानहानि का नोटिस
भारतीय विकेटकीपर ने हाल ही में आरोप लगाया था कि इंटरव्यू नहीं देने पर एक पत्रकार ने उनको धमकी दी
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो स्टाफ़ और पीटीआई
06-Mar-2022
साहा के लिए मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही हैं • Associated Press
बोरिया मजूमदार ने कहा है कि वह ऋद्धिमान साहा को मानहानि का नोटिस भेजेंगे, जिन्होंने हाल ही में उन पर धमकी देने का आरोप लगाया था। मजूमदार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए वीडियो में, कहा दोनों के बीच बातचीत की जो व्हाट्सऐप्प चैट उन्होंने पेश की है उसको तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। साहा ने भी पत्रकार का नाम नहीं लिया था जिसने उन्हें धमकी दी थी लेकिन शनिवार को उन्होंने बीसीसीआई को पूरी घटना की जानकारी देने की बात कही थी।
बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण धूमल और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल सदस्य प्रभतेज भाटिया के सामने पेश होने के बाद साहा ने कहा, "जो भी मैं जानता हूं मैंने सब कमेटी को बता दिया है। मैंने उनके साथ सारी जानकारी साझा की है। मैं आपको अभी ज़्यादा कुछ नहीं बता सकता हूं। बीसीसीआई ने मुझे बैठक में हुई बातचीत को बाहर बताने से मना किया है, क्योंकि वही सारे सवालों के जवाब देंगे।"
फ़रवरी में श्रीलंका के ख़िलाफ़ होने वाली टेस्ट सीरीज़ से ड्रॉप होने के बाद साहा ने ट्विटर पर व्हाट्सऐप्प मैसेज का एक स्क्रीनशॉट पोस्ट किया, जो सम्मानित पत्रकार ने उन्हें भेजा था। स्क्रीनशॉट में मैसेज भेजने वाले ने साहा से साक्षात्कार करने का अनुरोध किया था, जिसका साहा ने जवाब नहीं दिया था। इसके बाद एक आक्रामक टोन में यह मैसेज तब्दील हो गया। आगे उस पत्रकार ने मैसेज भेजा 'आपने कॉल नहीं की, क्या मैं आगे आपके साथ कभी साक्षात्कार नहीं करूं। मैं बेइज्जती इतनी आसानी से नहीं लेता हूं और मैं इसको याद रखूंगा। यह ऐसा है जो आपको नहीं करना चाहिए था।'
ऋषभ पंत के पहले विकेटकीपर के तौर पर अपनी जगह पक्की करने के बाद और श्रीकर भरत शानदार प्रदर्शन कर विकेटकीपिंग के लिए दूसरी पसंद बन गए हैं। 40 टेस्ट खेलने वाले साहा को प्रमुख कोच राहुल द्रविड़ ने उनसे कहा कि टीम अब उनसे आगे बढ़ रही है और वह अपने करियर पर फ़ैसला ले सकते हैं। 37 वर्षीय साहा को लगा कि उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से संन्यास के लिए कहा जा रहा था। इसके कुछ ही दिन बाद उन्हें बीसीसीआई के केंद्रीय करार सूची में ग्रुप बी (3 करोड़ सैलेरी) से ग्रुप सी (1 करोड़ सैलेरी) में खिसका दिया गया।