सुपर संडे की शुरूआत गुजरात टाइटंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मुक़ाबले से होगी। एक तरफ गुजरात की नज़रें अंक तालिका में शीर्ष पायदान हथियाने और टूर्नामेंट की लगातार तीसरी जीत हासिल करने पर होगी तो वहीं दूसरी तरफ़ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ मिली बड़ी जीत को कोलकाता एक बार फिर दोहराने के इरादे से उतरेगी। एक नज़र ऐसे आंकड़ों पर डालते हैं जोकि इस मुक़ाबले को और भी मज़ेदार बनाने की क्षमता रखते हैं।
रसल और राशिद के बीच रोचक होगा मुक़ाबला
आंद्रे रसल पिछले मुक़ाबले में बल्ले से कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पाए। गुजरात के ख़िलाफ़ भी उन्हें एक बड़ी पारी खेलने से रोका जा सकता है, अगर उनके सामने
राशिद ख़ान को आक्रमण पर लाया जाए। टी20 में दोनों खिलाड़ियों के बीच कुल 11 पारियों का सामना हुआ है, जिसमें राशिद ने कुल चार बार रसल को आउट किया है। रसल इनमें से तीन बार एशिया के अंदर आउट हुए हैं। हालांकि एशिया के बाहर रसल राशिद पर भारी पड़ते हैं। रसल ने राशिद की 38 गेंदों पर 142 की स्ट्राइक रेट से 54 रन भी बनाए हैं।
शुभमन को रहना होगा शार्दुल से सावधान
शुभमन गिल गुजरात की सबसे अहम कड़ी हैं। पहले मुक़ाबले में अर्धशतक बनाने के साथ-साथ दिल्ली के ख़िलाफ़ उनकी तेज़ शुरुआत ने अपनी टीम की जीत की आधारशिला रखी थी। हालांकि इस आधारशिला का किला ढहाने की ज़िम्मेदारी नीतीश राणा,
शार्दुल ठाकुर के कंधों पर सौंप सकते हैं। शार्दुल ने गिल को टी20 में तीन बार पवेलियन भेजा है। जबकि गिल ने शार्दुल की 34 गेंदों पर 132 के स्ट्राइक रेट 45 रन बनाए हैं।
मिलर से रहना बचकर
डेविड मिलर की आतिशी पारी दिल्ली के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में गुजरात के लिए अहम कड़ी साबित हुई। हालांकि गुजरात का बेड़ा पार लगाने वाले मिलर इस मुक़ाबले में भी कोलकाता के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। मिलर को रसल टी20 में दो बार आउट ज़रूर कर चुके हैं, लेकिन मिलर ने उनकी 39 गेंदों पर 169 की स्ट्राइक से 66 रन भी बना चुके हैं। मिलर ने सुनील नारायण की भी 62 गेंदों का सामना किया है, जिसमें उन्होंने 169 की स्ट्राइक रेट से 87 रन बनाए हैं और सिर्फ़ एक बार ही नारायण उन्हें अपना शिकार बना पाए हैं।
नारायण कर सकते हैं ऋद्धि की परेशानी में वृद्धि
भले ही नारायण का प्रदर्शन गुजरात के अधिकतर बल्लेबाज़ों के विरुद्ध संतोषजनक न हो लेकिन अगर उन्हें पावरप्ले में गेंदबाज़ी के लिए लाया जाए तब वह सलामी बल्लेबाज़ ऋद्धिमान साहा के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। नारायण ने टी20 में तीन बार साहा का शिकार किया है, जबकि साहा नारायण की 60 गेंदों पर 120 की स्ट्राइक रेट से 72 रन ही बना पाए हैं।