चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को शनिवार के दिन पहले डबल हेडर मुक़ाबले में
15 साल बाद दिल्ली कैपिटल्स से अपने घर में हार झेलनी पड़ी। टीम के प्रमुख कोच
स्टीवन फ़्लेमिंग, इसके पीछे शीर्ष चार में अच्छे फ़ॉर्म वाले खिलाड़ियों की कमी मान रहे हैं। फ़्लेमिंग का मानना है कि ख़राब शीर्ष क्रम की लय की वजह से पावरप्ले का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि
एमएस धोनी अभी भी अच्छा कर रहे हैं और उन्हें उनके साथ काम करके मज़ा आ रहा है।
मैच के बाद पत्रकार वार्ता में फ़्लेमिंग ने कहा, "आज हम कॉन्वे को लेकर आए थे, लेकिन हमारे कई सारे विकेट जल्दी गिर गए। यह पार स्कोर से अधिक था। हमें यह लक्ष्य प्राप्त करना चाहिए था। हमने संतुलन नहीं बनाया, रन अधिक लुटा दिए, हालांकि यह केवल एक मैच की बात है।"
2018 के बाद से यह टीम 180 से अधिक रनों का लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाई है और टीम प्रबंधन भी इस बात से वाकिफ़ है। उनका मानना है कि वे इसको लेकर काम कर रहे हैं कि कैसे इससे बाहर आया जा सके।
उन्होंने कहा, "हम उस फ़ॉर्मूला को पाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे लक्ष्य को पाया जा सके और। हमें शीर्ष चार में आक्रामक बल्लेबाजों की ज़रूरत है, जिनमें से कोई फ़ीनिश करके जाएं। MS (धोनी) भी यह करते आए हैं, लेकिन इस बार उनसे नहीं हो पाया। 15-20 रनों की हार दिल दुखाती है।"
आज के इस मैच में धोनी का पूरा परिवार उनके क्रिकेट करियर इतिहास में पहली बार देखा गया, जहां पर उनकी पत्नी और बेटी के अलावा माता-पिता भी मैच देखने चेन्नई पहुंचे थे। जब फ़्लेमिंग से पूछा गया कि कहीं यह संन्यास के संकेत तो नहीं थे।
तो उन्होंने कहा, "मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। मुझे उनके साथ काम करके मज़ा आ रहा है, वह अभी भी मज़बूत बने हुए हैं। मैं उनसे इन दिनों यह पूछता तक नहीं हूं। आप ही लोग हैं, जो इस बारे में पूछते रहते हैं।"
पिछले मैच में धोनी को नंबर नौ पर भेजने के लिए CSK टीम प्रबंधन को आलोचना का सामना करना पड़ा, लेकिन शनिवार को धोनी नंबर सात पर बल्लेबाज़ी करने आए और 26 गेंद में केवल 30 रन ही बना सके और टीम 25 रन से मैच हार गई। फ़्लेमिंग का मानना है कि जिस समय धोनी क्रीज पर आए उस समय बल्लेबाज़ी काफ़ी मुश्किल हो गई थी।
उन्होंने कहा, "जब वह बल्लेबाज़ी करने उतरे थे, तो इंटेंट वहां पर था। मुझे लगता है कि गेंद अधिक ग्रिप करने लगी थी, जो कि पहले हाफ़ तक सही था। पिच इसके बाद धीमी होती चली गई।"
उन्होंने आगे कहा, "विजय शंकर को अपनी पारी के दौरान टाइमिंग पाने में संघर्ष करना पड़ा। लेकिन 12 से 16 ओवर का वह दौर सभी के लिए मुश्किल था। निश्चित रूप से वहां खेलना कठिन था, इसलिए यह मैच हमारे हाथ से फिसल गया। हमने लक्ष्य को पाने के अलग तरीके़ अपनाए, लेकिन यह बहुत बड़ा होता चला गया था। उन्होंने अच्छी गेंदबाज़ी की और जब हम बल्लेबाज़ी करने आए तो उन्होंने धीमी गति की गेंदों को किया। 12 ओवर के बाद हम मैच को फिसलता देख रहे थे।
"हमने पावरप्ले में ही तीन विकेट गंवा दिए। ऋतुराज भी आज अपना काम नहीं कर सके। हमारे पास कई क्वालिटी प्लेयर हैं लेकिन वे अपना काम नहीं कर पाए। लेकिन अभी देखें तो अभी यह केवल चार मैच हुए हैं। हम भी आज पहले बल्लेबाज़ी करना चाहते थे लेकिन टॉस हार गए। हम लक्ष्य का पीछा नहीं करना चाहते थे, क्योंकि ऐसा करने के लिए आपको अच्छी शुरुआत करने की जरूरत होती है। पावरप्ले से ही हम मैच से दूर होते चले गए।"