दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने आख़िरी गेंद पर लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) द्वारा दिए गए 209 रनों के लक्ष्य का पीछा कर लिया और रिकॉर्ड बनाया। IPL के 18 सालों के इतिहास में यह सिर्फ़ पांचवीं बार हुआ, जब किसी टीम को एक विकेट की जीत मिली हो।
यह IPL इतिहास की पहली एक विकेट की जीत थी। IPL 2015 में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) का यह आख़िरी होम लीग मैच था। किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) के स्पिनरों ने 11वें ओवर तक KKR के बल्लेबाज़ों को रोका रखा था और उनका स्कोर 83 रन पर चार विकेट था, जबकि वे 184 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहे थे। लेकिन इसके बाद आंद्रे रसल और युसूफ़ पठान के बीच पांचवें विकेट के लिए 4.1 ओवरों में 53 रनों की साझेदारी हुई और मैच में KKR वापस आ गया। जब रसल 21 गेंदों पर 51 रनों के निजी स्कोर पर आउट हुए तो KKR को 19 गेंदों पर 25 रन चाहिए थे। इसके बाद पीयूष चावला ने कुछ शॉट खेले और KKR को जीत के और क़रीब लेकर आए। लेकिन KKR को जीत उमेश यादव और सुनील नारायण की आख़िरी जोड़ी ने दिलवाई, जब 20वें ओवर की पांचवीं गेंद पर लेग बाय पर विजयी रन बना।
दो साल के प्रतिबंध के बाद चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का यह वापसी मैच था। MI द्वारा दिए गए 166 के लक्ष्य का पीछा करते हुए CSK एक समय 75 रन पर पांच विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। लेकिन ड्वेन ब्रावो तो कुछ और ही सोचकर आए थे। अंतिम 17 गेंदों में 46 रनों की ज़रूरत थी और ब्रावो ने मिचेल मक्लेनघन के 18वें ओवर में दो छक्के और एक चौके, जबकि जसप्रीत बुमराह के अगले ओवर में तीन छक्के जड़ दिए। बुमराह के इस ओवर की आख़िरी गेंद पर ब्रावो आउट ज़रूर हुए, लेकिन अब आख़िरी ओवर में सिर्फ़ सात रनों की ज़रूरत थी। चोटिल केदार जाधव बल्लेबाज़ी करने आए और मुस्तफ़िज़ुर रहमान के आख़िरी ओवर में छक्का और चौका लगाकर काम समाप्त किया।
MI द्वारा दिए गए 148 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) की टीम का स्कोर एक समय छह ओवरों में बिना विकेट के 56 रन था और वह आसानी से लक्ष्य को पाती हुई दिख रही थी। लेकिन इसके बाद उन्होंने 75 रनों के अंतराल में अपने नौ विकेट गंवा दिए। हालांकि इसके बाद दीपक हुड्डा और बिली स्टैनलेक ने आख़िरी गेंद तक मैच को खींचा और बेन कटिंग की आख़िरी गेंद को मिडविकेट पर भेज मैच को जीत लिया। हुड्डा ने इस मैच में नाबाद 32 रन बनाए, जिसमें आख़िरी ओवर की पहली गेंद पर वाइड यॉर्कर पर छक्का शामिल था। इस छक्के के बाद SRH को पांच गेंदों में सिर्फ़ पांच रनों की ज़रूरत थी।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (RCB) द्वारा दिए गए 213 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए LSG का स्कोर एक समय 23 रन पर तीन विकेट था। इसके बाद मार्कस स्टॉयनिस ने 30 गेंदों पर 65 रन बनाकर LSG की पारी को संभाला और फिर निकोलस पूरन (19 गेंदों में 62) और आयुष बदोनी (24 गेंदों में 30) मैच को क़रीब तक ले गए। बदोनी 19वें ओवर में आउट हुए और LSG को आख़िरी पांच गेंदों में चार रनों की ज़रूरत थी, जबकि उनके तीन विकेट शेष थे। लेकिन हर्षल पटेल के अंतिम ओवर में मार्क वुड और जयदेव उनादकट आउट हुए और आख़िरी गेंद पर LSG को जीत के लिए एक रन की ज़रूरत थी। इस गेंद पर आवेश ख़ान बीट हुए, लेकिन विकेटकीपर दिनेश कार्तिक भी गेंद को दो बार फ़ंबल करने के बाद ही कनेक्ट कर पाए और फिर उनका थ्रो भी नहीं लगा। इस तरह से LSG मैच को जीत चुका था।