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अंतर्राष्‍ट्रीय क्रिकेट ही हर क्रिकेटर का शिखर होना चाहिए : एल्‍गर

साउथ अफ़्रीका के कप्‍तान को उम्‍मीद उनके देश में शुरू होने वाली लीग से देश के क्रिकेट पर अच्‍छा प्रभाव पडे़गा

Dean Elgar looks on as the match draws to a close, New Zealand vs South Africa, 2nd Test, Christchurch, 5th day, March 1, 2022

डीन एल्‍गर को उम्‍मीद इंग्‍लैंड में अच्‍छा करेगी उनकी टीम  •  Kai Schwoerer/Getty Images

साउथ अफ़्रीका के कप्‍तान डीन एल्‍गर अपने देश में शुरू होने वाली साउथ अफ़्रीका टी20 लीग से खुश तो हैं लेकिन वह यह भी समझते हैं कि क्‍यों वह ऐसी लीगों में पसंदीदा खिलाड़‍ियों में से एक नहीं है। क्रिकेट साउथ अफ़ीका का आईपीएल के साथ अच्‍छा सहयोग रहा है और उनका भुगतान उन्‍हें सीएसए टी20 लीग में मिला जहां सभी छह टीमों को आईपीएल फ़्रैंचाइज़ी ने खरीदा है। यह नई लीग जनवरी-फ़रवरी में खेली जाएगी, जो पहले साउथ अफ़्रीका के लिए एक प्रमुख टेस्ट विंडो थी, जिसका मतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम को वहां गर्मियों की शुरुआत में रखा जाएगा।
एल्‍गर ने कहा, "अभी कई लीग शुरू हो चुकी हैं। हर चीज़ पर नज़र रखना थोड़ा मुश्किल है। मुझे अब भी लगता है कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को हर क्रिकेटर का शिखर होना चाहिए, चाहे आप किसी भी उम्र के हों। इंग्लैंड की टीम इसे बहुत अच्छी तरह से करती है, जहां वे सब कुछ करना चाहते हैं। वे टेस्ट क्रिकेट में खेलने के लिए अपनी सारी ताक़त झोकना चाहते हैं और मैं चाहता हूं कि बाक़ी की दुनिया भी इस तरह से सोचे। आप तब प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते जब लोग टूर्नामेंट में लगभग लाखों डॉलर फेंक रहे हों क्योंकि हर क्रिकेटर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए चुने जाने के योग्य नहीं होता है। आप कुछ खिलाड़ियों को ही चुन सकते हो लेकिन टेस्‍ट क्रिकेट की ताक़त अभी भी दुनिया में ऊंची रैंक पर है।"
उन्‍होंने कहा कि वह अगर उन्‍हें सीएसए लीग में चुना जाता है तो वह खेलने के लिए तैयार हैं, क्‍योंकि वह साउथ अफ़्रीका क्रिकेट की मदद करना चाहते हैं।
उन्‍होंने कहा, "यह हमारे सीज़न का हिस्‍सा है और यह मेरे कार्यक्रम का भी हिस्‍सा है। अगर मुझे चुना जाता है तो मैं बिल्कुल खेलूंगा। मुझे अब भी लगता है की साउथ अफ्रीका क्रिक्रेट में चीज़ों को फिर से ठीक करने के लिए हमें इस लीग को व्यक्तिगत तौर पर प्राथमिकता देनी चाहिए। यह हमारी ज़‍िम्‍मेदारी है। यह सिर्फ़ अंतर्राष्‍ट्रीय क्रिकेट खेलने की बात नहीं है। यह बात है कि हम घर लौटें और खेल को सबकुछ लौटाएं और अपने युवा खिला‍ड़‍ियों की मदद करें। हमें ज़रूरत है कि हम साउथ अफ़्रीका क्रिकेट की मदद करें जिससे वे दोबारा से पाॅवरहाउस बन सकें।"
साउथ अफ़्रीका को इंग्‍लैंड में अहम टेस्‍ट सीरीज़ खेलनी है और यह अहम इस वजह से भी है क्‍योंकि तेंबा बवूमा कोहनी की चोट की वजह से बाहर हो गए हैं और शीर्ष छह में किसी भी खिलाड़ी ने इंग्लैंड में पहले टेस्‍ट क्रिकेट नहीं खेला है। वे ड्यूक बॉल के, सीम कंडीशन के, यहां के दर्शकों के आदी नहीं है। उन्‍होंने दो साल से लगभग टेस्‍ट क्रिकेट खाली स्‍टैंड में खेला है। यह एक नई चुनौती है लेकिन एल्‍गर को लगता है कि टीम तैयार है।
उन्‍होंने कहा, "मैं हारने के लिए नहीं खेलता हूं। मुझे हारने से नफ़रत है। और अगर हम एक औसत ब्रांड क्रिकेट खेलते हैं या हम अपने सर्वश्रेष्ठ के लिए आगे नहीं बढ़ रहे हैं और अगर परिणाम हमारे पक्ष में नहीं जाता है तो यह मुझे काफ़ी प्रभावित करता है। हम सभी के लिए यह बड़ी सीरीज़ है। मुझे लगता है कि हमारे पास 17 खिलाड़ी हैं और हम सभी 17 के लिए वहां जाकर एक ऐसा क्रिकेट खेलना ज़रूरी है जो साउथ अफ़्रीका के लोगों को पसंद आए और हमारे पास इंग्‍लैंड में जीतने का अच्‍छा मौक़ा है। हमने पहले भी ऐसा होते देखा है, इसलिए हम जानते हैं कि यह किया जा सकता है।"
उन्‍होंने आगे कहा, "हमने पिछले साल दुनिया की सर्वश्रेष्‍ठ टीम [भारत, तब रैंकिंग में नंबर एक] के ख़‍िलाफ़ खेला है और मुझे लगता है तब हमने वह करके दिखाया जिसकी हमसे उम्‍मीद नहीं की जा रही थी। तो जिस तरह का स्‍टैंडर्ड हमने सेट किया हमें बस वही बरक़रार रखने की ज़रूरत है।"
"यह एक मुश्किल सीरीज़ होने वाली है, इसमें कोई शक नहीं है। वह शानदार टीम है, लेकिन मैं जानता हूं कि उन्‍हें हराया जा सकता है। मैं यहां पर दोयम दर्जे की टीम के तौर पर नहीं आया हूं। मैं यहां सीरीज़ जीतने आया हूं।"
एल्गर के लिए कठिन, स्मार्ट क्रिकेट एक दृष्टिकोण है। उनका कहना है कि उन्हें खुद का "कौशल निखारना" था। उन्‍होंने कहा, "बस थोड़ा और समय लेना चाहता था और लोगों की बहुत अधिक देखभाल करना चाहता था, इसके लिए मैं पहले तैयार नहीं था।" उन्‍होंने इसे अपने करियर में सीखने के दौर में से एक बताया लेकिन कहा कि यह उनके प्राथमिक काम ओपनिंग के आडे़ नहीं आ सकता।
टीम में आने के बाद से वह इस प्रारूप में साउथ अफ़्रीका के प्रमुख रन स्कोरर हैं और उन्होंने यह भी सेट किया है कि वह अपनी बल्लेबाज़ी के तरीके़ को कैसे अपनाते हैं। उन्होंने वांडरर्स में भारत के ख़‍ि़‍लाफ़ सीरीज़ बराबरी कराने में चेज के समय नाबाद 96 रन बनाए और उन्होंने न्यूज़ीलैंड के ख़‍ि़‍लाफ़ क्रीज़ पर ढाई घंटे बिताकर 41 रन बनाए और वापसी कराई। उन्होंने बांग्लादेश के ख़‍ि़‍लाफ़ आक्रामक बल्लेबाज़ी भी की जहां उन्‍होंने 89 गेंदों में 70 रन बनाए, लेकिन कप्तान के रूप में तिहरे अंक के स्कोर के बिना वह अपने प्रदर्शन से पूरी तरह खुश नहीं है।
उन्‍होंने कहा, "पिछला साल अच्‍छा गया लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह एकदम सटीक गया था। मैं जानता हूं कि मेरे ऊपर रन बनाने की बड़ी ज़‍िम्‍मेदारी है और मैं खु़श नहीं था। भले ही मैं रन बनाने के मामले में शीर्ष पर हूं, मेरे लिए बड़ा प्रभाव डालना अहम है। मैं एक बड़ा प्रभाव डालना चाहता हूं। हमारे पास बहुत सारे बल्लेबाज़ हैं, वे निश्चित रूप से प्रतिभाशाली हैं। वे सिर्फ़ युवा और अनुभवहीन हैं और उन्हें ज़रूरत है कि कोई उन्‍हें समझाए।"

फ़‍िरदौस मूंडा ESPNcricinfo में साउथ अफ्रीका की संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।