आईसीसी बोर्ड ने श्रीलंका क्रिकेट को निलंबित किया
एसएलसी में सरकार के द्वारा ज़रूरत से हस्तक्षेप किए जाने के कारण ऐसा फ़ैसला लिया गया है
एंड्रयू फिदेल फर्नांडो और नागराज गोलापुड़ी
10-Nov-2023
21 नवंबर को आईसीसी बोर्ड की बैठक में अगली कार्रवाई पर फै़सला लिया जाएगा • ICC via Getty Images
क्रिकेट बोर्ड में ज़रूरत से अधिक सरकारी हस्तक्षेप के कारण आईसीसी ने श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
हालांकि आईसीसी ने भले ही इस फ़ैसले को "निलंबन" करार दिया है, लेकिन वास्तव में यह एक चेतावनी है क्योंकि आईसीसी एसएलसी के संचालन में सरकारी हस्तक्षेप को रोकना चाहता है। फ़िलहाल इस निलंबन के फ़ैसले का श्रीलंकाई क्रिकेट पर तत्काल कोई गंभीर प्रभाव नहीं पड़ेगा। श्रीलंका का विश्व कप अभियान गुरुवार को समाप्त हो गया और दिसंबर तक श्रीलंका में कोई क्रिकेट नहीं होगा। जनवरी तक आईसीसी का कोई फंड एसएलसी को नहीं जाएगा।
जबकि आईसीसी की त्रैमासिक बैठकें 18-21 नवंबर को अहमदाबाद में निर्धारित है। आईसीसी बोर्ड ने शुक्रवार को एसएलसी में वित्त और राष्ट्रीय टीम से संबंधित मामलों में सरकार के हस्तक्षेप को संबोधित करने के लिए ऑनलाइन बैठक की। 21 नवंबर को आईसीसी बोर्ड की बैठक में अगली कार्रवाई पर फै़सला लिया जाएगा।
ऐसा लग सकता है कि आईसीसी का फै़सला अचानक आया हो, लेकिन एसएलसी को इससे कोई आश्चर्य नहीं हुआ होगा। समझा जाता है कि एसएलसी ने आईसीसी बोर्ड से यह कदम उठाने को कहा था। आईसीसी ने एसएलसी अध्यक्ष शम्मी सिल्वा को भी निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में मान्यता देना जारी रखा है, जो इस समय भारत में हैं और शुक्रवार की बैठक में शामिल हुए थे। उनके अहमदाबाद में आईसीसी बैठकों में भी उपस्थित रहने की संभावना है क्योंकि आईसीसी बोर्ड ने एसएलसी प्रतिनिधियों को पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित होने की अनुमति दी है।
आईसीसी ने एक बयान में कहा, "आईसीसी बोर्ड ने आज बैठक की और निर्णय लिया कि श्रीलंका क्रिकेट एक सदस्य के रूप में अपने दायित्वों का गंभीर उल्लंघन कर रहा है। विशेष रूप से अपने मामलों को स्वायत्त रूप से प्रबंधित करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि शासन, विनियमन और प्रशासन में कोई सरकारी हस्तक्षेप नहीं हो। निलंबन की शर्तें आईसीसी बोर्ड द्वारा उचित समय पर तय की जाएंगी।"
सोमवार को श्रीलंका के खेल मंत्री रोशन रणासिंघे ने एसएलसी बोर्ड को बर्ख़ास्त कर दिया था और अर्जुन रणातुंगा की अध्यक्षता में एक अंतरिम समिति गठित की थी, लेकिन श्रीलंका की अदालतों ने बोर्ड को भंग करने वाले राजपत्र पर 14 दिन का स्थगन आदेश जारी करके एक दिन बाद अनिवार्य रूप से बोर्ड को बहाल कर दिया था।
तब से श्रीलंका क्रिकेट के मामलों पर देश की संसद में लंबी बहस हुई है। लेकिन शुक्रवार तक जब आईसीसी का निलंबन आया, तो सिल्वा की अध्यक्षता में निर्वाचित एसएलसी बोर्ड ही देश में क्रिकेट चला रहा था।
एसएलसी के मुख्य कार्यकारी एशले डी सिल्वा ने इस विषय पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
ज़िम्बाब्वे क्रिकेट को 2019 में सरकारी हस्तक्षेप के कारण निलंबित किए जाने के बाद पिछले चार वर्षों में एसएलसी ऐसा दूसरा क्रिकेट बोर्ड है, जिसे आईसीसी द्वारा निलंबित किया गया है।
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo न्यूज़ एडिटर हैं और एंड्रयू फिदेल फर्नांडो ESPNcricinfo के श्रीलंकाई संवाददाता हैं