जब 2016 में वेस्टइंडीज़ के हाथों टी20 विश्व कप के फ़ाइनल में इंग्लैंड को हार का सामना करना पड़ा था, उस टीम में केवल ओएन मॉर्गन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भाग लेने वाले इकलौते खिलाड़ी थे। पांच साल बाद यह आंकड़ा बदल चुका है और इस समय इंग्लैंड की टी20 विश्व कप टीम के आधे से ज़्यादा सदस्य विश्व की सबसे मुश्किल टी20 लीग का हिस्सा हैं।
यह साफ़ दर्शाता है कि पिछले आधे दशक में इस टूर्नामेंट के प्रति इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के रवैये में भारी बदलाव आया है। सोमवार की रात ओमान के लिए उड़ान भरने वाले सात खिलाड़ियों में से चार - जॉनी बेयरस्टो, डाविड मलान, जॉस बटलर और क्रिस वोक्स ने आईपीएल के दूसरे चरण से पहले अपना नाम वापस ले लिया था और अन्य तीन खिलाड़ी - डेविड विली, मार्क वुड और
टिमाल मिल्स इस लीग का हिस्सा रह चुके हैं। अगर इंग्लैंड पांच साल पहले के अपने प्रदर्शन को बेहतर करता है तो इसका श्रेय आईपीएल में उनके खिलाड़ियों की भागीदारी को दिया जाएगा।
इसका मतलब यह नहीं है कि यूएई के रेगिस्तान में इंग्लैंड के खिलाड़ियों के लिए चीज़ें सुचारू रूप से चल रही हैं। सैम बिलिंग्स और क्रिस जॉर्डन बेंच पर बैठे है, सैम करन चेन्नई सुपर किंग्स की एकादश से अंदर-बाहर होते रहे हैं, लियम लिविंगस्टन और आदिल रशीद को ड्रॉप किया गया है और टीम के कप्तान ओएन मॉर्गन का बल्ला खामोश रहा है। यहां तक कि इंग्लैंड की प्लेइंग XI के दो स्तंभ मोईन अली और जेसन रॉय के लिए भी चीज़ें आसान नहीं रही है। इंग्लैंड की ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी ने उन्हें दुनिया भर की सपाट पिचों पर सफलता दिलाई है लेकिन उनके खिलाड़ियों के संघर्ष से यह सवाल उठता है कि क्या वह धीमी और मुश्किल पिचों पर क़ामयाब हो पाएंगे?
सोमवार को ओमान के लिए रवाना होने से पहले मिल्स ने कहा, "हमारे लिए अच्छी बात यह है कि हमारे आधे खिलाड़ी और विश्लेषक नेथन लीमन (केकेआर) इस समय आईपीएल का हिस्सा हैं। मुझे यक़ीन है कि वह महत्वपूर्ण जानकारी हमें लाकर देंगे। इस वजह से हम टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले ही परिस्थितियों से वाक़िफ़ होंगे।"
सदर्न ब्रेव और ससेक्स के लिए अच्छा प्रदर्शन करने के दम पर मिल्स साढ़े चार साल बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी कर रहे हैं। मिल्स ने पिछले महीने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को बताया था कि "चार से पांच" आईपीएल टीमें उन्हें दूसरे चरण के लिए रिप्लेसमेंट खिलाड़ी के रूप में अपने दल में शामिल करना चाहती थी। हालांकि यह संभव नहीं हो पाया क्योंकि पीठ की चोट के कारण उन्होंने इस साल की शुरुआत में ऑक्शन में अपना नाम दर्ज नहीं करवाया था और रिप्लेसमेंट खिलाड़ी केवल उस सूची से शामिल किए जा सकते थे।
मिल्स ने आगे कहा, "एक टीम के तौर पर हमें आत्मविश्वास है कि हम किसी भी टीम को हरा सकते हैं। यूएई की पिच काफ़ी धीमी नज़र आई हैं, ख़ासकर दिन के मैचों में। विश्व कप के लिए पिचों को ताज़ा रखने के लिए वह पिच पर थोड़ी घास छोड़ रहे हैं। हमारे पास एक मज़बूत टीम है और अधिकांश लोगों ने उस क्षेत्र में काफ़ी क्रिकेट खेला है, फिर चाहे वह आईपीएल हो, पीएसएस हो या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर।"
मिल्स को इन परिस्थितियों में खेलने का काफ़ी अनुभव है और उन्हें भरोसा है कि वह उनके और उनकी टीम के काम आएगा। अपनी गेंदबाज़ी की रणनीति के बारे में उन्होंने कहा, "मैं मैदान के आकार और प्रत्येक बल्लेबाज़ के अनुसार अपनी गेंदबाज़ी में बदलाव करता हूं। मैं पावरप्ले में तेज़ गति से गेंदबाज़ी करूंगा और मध्य ओवरों और डेथ ओवरों में गति में मिश्रण करूंगा।"
इंग्लैंड की आधी टीम ओमान पहुंचने के बाद छोटा क्वारंटीन पूरा करेगी और प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेंगी। अगले शनिवार दुबई में पूरी टीम एकत्र होगी और विश्व कप की तैयारियों में लग जाएगी।