इस तरह की पिचें हमें निराश कर रही हैं : पूरन
तमीम इक़बाल ने वेस्टइंडीज़ की पिचों को 'मीरपुर से भी बदतर' करार दिया
मोहम्मद इसाम
17-Jul-2022
बांग्लादेश के विरुद्ध तीसरे वनडे में वेस्टइंडीज़ के कप्तान निकोलस पूरन ने 74 रन बनाए • Randy Brooks/AFP via Getty Images
वेस्टइंडीज़ का इस साल वनडे में जीत-हार का अनुपात सबसे कम है। बांग्लादेश ने वनडे सीरीज़ को 3-0 से जीतने के लिए वेस्टइंडीज़ की परिस्थितियों का प्रभावी ढंग से उपयोग किया। अपने क्रिकेट इतिहास में पहली बार उन्होंने विदेशी धरती पर किसी सीरीज़ में क्लीन स्वीप किया है।
इस साल की शुरुआत में सफ़ेद गेंद की टीम का कप्तानी संभालने वाले निकोलस पूरन पिचों से ख़ुश नहीं थे। उनके अनुसार टॉस मैच में एक निर्णायक भूमिका अदा कर रहा था। बांग्लादेश ने तीनों मैचों में टॉस जीता और हर बार सफलतापूर्वक कम स्कोर का पीछा किया। वेस्टइंडीज़ ने पूरी सीरीज़ में बल्ले के साथ संघर्ष किया, जबकि प्लेयर ऑफ द सीरीज़ के विजेता तमीम इक़बाल ने वेस्टइंडीज़ की पिचों को 'मीरपुर से भी बदतर' करार दिया, जो धीमी गति और कम घुमाव के लिए जाना जाती है।
पूरन ने कहा, 'इस तरह की पिचें हमारी मदद नहीं कर रही हैं। यह हमें एक टीम के रूप में निराश कर रहा है। इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि हम किसे टीम में लाएं, हम इस तरह की विकेटों पर संघर्ष करेंगे। तमीम 110 रन बनाकर प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुने गए। हम जानते हैं कि जब भी हमें कैरेबियन में अच्छी बल्लेबाज़ी वाली पिच मिली, हमने एक बल्लेबाज़ी इकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया है। मैच का साढ़े नौ बजे शुरू होना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। विकेट पर काफ़ी नमी रहती है। यह हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती थी। घरेलू पिचों पर पिछले छह वनडे मैचों में टॉस हमारे पक्ष में नहीं गया और हमें उन सभी मैचों में हार मिली। मेरा मानना है कि टॉस ने हमेशा यहां बड़ी भूमिका निभाई है।"
हालांकि वेस्टइंडीज़ की टीम ने एक बल्लेबाज़ी क्रम के तौर पर भी बढ़िया प्रदर्शन नहीं किया है। पहले वनडे में उनकी पूरी टीम ने 41 ओवरों तक बल्लेबाज़ी की जहां 10वें विकेट के लिए 39 रनों की साझेदारी हुई। इसके बाद के दो मैचों में उनकी टीम सिर्फ़ 108 और 178 का स्कोर बना पाई। पिछले छह मैचों में वेस्टइंडीज़ ने सिर्फ़ एक बार 50 ओवर तक बल्लेबाज़ी की है।
पूरण ने कहा, "निश्चित तौर पर एक गेंदबाज़ी क्रम के रूप में हम लोगों को शुरुआती ओवरों में और बीच के ओवरों में विकेट लेने की आवश्यकता है। इसके अलावा एक बल्लेबाज़ी यूनिट के तौर पर हमें 50 ओवर तक खेलने का प्रयास करना पड़ेगा। फ़िलहाल के लिए सभी मैचों में हमारी यही रणनीति है।"
"ईमानदारी से कहूं तो फ़िलहाल 50 ओवर के किसी भी मैच में मैं किसी निर्धारित लक्ष्य के बारे में नहीं सोच रहा हूं। हमारी टीम को प्रयास करना पड़ेगा कि विकेट को जल्द से जल्द पढ़ लिया जाए और उसके बाद हम यह तय करें कि हम कहां तक पहुंचना चाहते हैं।"
पूरन ने आगे कहा, "निश्चित तौर पर मुझे लगा कि हमारे पास एक बढ़िया मौक़ा था। हमें विकेट के बारे में अच्छी तरह से जानकारी थी। हालांकि कीमो पॉल का गेंदबाज़ी नहीं कर पाना हमारे लिए बड़ा झटका था। वह हमारी टीम के लिए एक प्रमुख गेंदबाज़ हैं। हमारे पास एक गेंदबाज़ की कमी थी। हालात ऐसे थे कि मुझे सात ओवर गेंदबाज़ी करनी पड़ी।"
पूरन ने तीसरे मैच में 109 गेंदों में 74 रनों की पारी खेली लेकिन उन्हें लगा कि पिच पर उन्हें कुछ देर और टिकना चाहिए था। गुडाकेश मोती ने भी चार विकेट लेकर अपनी गेंदबाज़ी से काफ़ी प्रभावित किया।
उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि मुझे अपने खेल में काफ़ी सुधार करना है। साथ ही एक टीम के रूप में हमें काफ़ी काम करना है। मैंने आज अच्छा खेला लेकिन मुझे लगा कि मैं 20-30 रन और बना सकता था। अगर मैं वह करने में सफल रहता तो शायद हम यह मैच जीत सकते थे। मोती सिर्फ़ आज के मैच में नहीं, पूरी सीरीज़ में ज़बरदस्त रहा है। घरेलू दर्शकों के सामने उसकी यह पहली सीरीज़ थी। मैं बहुत ख़ुश हूं कि उसने मौक़े का सदुपयोग किया।"
मोहम्मद इसाम (@isam84) ESPNcricinfo के बांग्लादेशी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।