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महिला विश्व कप : मिताली ने जताया युवा खिलाड़ियों पर भरोसा

कहा, "उन पर कोई दबाव नहीं होगा"

Mithali Raj steadied the innings once again, New Zealand Women vs India Women, 2nd ODI, Queenstown, February 15, 2022

मिताली राज ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में 82.56 के स्ट्राइक रेट से 232 रन बनाए  •  Getty Images

भारत के लिए विश्व कप की तैयारियों की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उन्हें न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पांच मैचों की वनडे सीरीज़ में 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि भारतीय कप्तान मिताली राज का मानना है कि ख़राब शुरुआत के बावजूद उनकी टीम विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्हें ख़ासकर अपने युवा खिलाड़ियों पर बहुत विश्वास है।
उन्होंने कहा कि शेफ़ाली वर्मा, ऋचा घोष, मेघना सिंह और पूजा वस्त्रकर ने दिखाया है कि वे उच्च स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं।
विश्व कप से पहले हुई प्रेस कॉन्फ़्रेंस में मिताली ने कहा, "उन्हें विश्व कप से पहले भरपूर मौक़ा दिया गया है और उनके ये अनुभव विश्व कप में काम आएंगे। मुझे पता है कि टूर्नामेंट के पहले दो मैचों में क्या टीम होने जा रही है। अभ्यास मैचों में युवा खिलाड़ियों के साथ टीम के मुख्य खिलाड़ियों को भी मौक़ा दिया जाएगा ताकि मुख्य टूर्नामेंट से पहले वे रंग में रहें।"
मिताली ने यह सुनिश्चित किया कि टीम में रमनप्रीत कौर की भी जगह रहेगी, जो हालिया दौर में बेहद ख़राब फ़ॉर्म से गुज़र रही हैं। हालांकि उन्होंने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ अंतिम मैच में 63 गेंद पर 66 रन की बेहतरीन पारी खेली थी और टीम इंडिया को छह विकेट से जीत मिली थी।
2017 में इंग्लैंड में हुए विश्व कप में भारत फ़ाइनल तक पहुंचा था और अंतिम मैच में उन्हें मेज़बान टीम से नौ रन की हार मिली थी। इस विश्व कप में भी इंग्लैंड के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड सबसे बड़ी दावेदार हैं।
मिताली ने कहा, "हमारे पास भी अनुभवी खिलाड़ियों का समूह है, जिन्होंने पिछला विश्व कप खेला था। बड़े टूर्नामेंट में आप सिर्फ़ अनुभवी नहीं बल्कि युवा खिलाड़ियों पर भी निर्भर होते हैं और हमारे पास इन दोनों का अच्छा मिश्रण है। युवा खिलाड़ियों के लिए यह विश्व कप एक क्लीन स्लेट (नई शुरुआत) की तरह है, क्योंकि उन्होंने पिछला विश्व कप नहीं खेला था। उन्हें बस मैदान में उतरना है और अपने खेल के मज़े लेने हैं। अगर युवा खिलाड़ी दबाव लेंगी तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाएंगी।"
धीमे स्ट्राइक रेट के कारण मिताली की आलोचना होती है, लेकिन न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ में उन्होंने 82.56 के स्ट्राइक रेट से 232 रन बनाए। मिताली ने कहा, "मैं अपने प्रदर्शन से बहुत ख़ुश हूं। मैं अपने फ़ॉर्म को विश्व कप में भी बरक़रार रखना चाहूंगी।" मिताली की भूमिका टीम में एंकर की है ताकि स्मृति मांधना, शेफ़ाली, ऋचा और हरमनप्रीत अपना नैसर्गिक आक्रामक खेल दिखा पाए।
भारतीय कप्तान ने कहा टीम की गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग अब भी चिंता का विषय है और इस क्षेत्र में वह और टीम प्रबंधन ध्यान दे रही है।