भारत (तिलक वर्मा 120*, संजू सैमसन 109*) ने साउथ अफ़ीका (स्ट्ब्स 43, अर्शदीप 3 विकेट) को 135 रनों से हराया
भारतीय टीम ने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ चौथे T20I में 135 रनों की जीत दर्ज करके साल 2024 का अंत सिर्फ़ विश्व चैंपियन बनकर ही नहीं, चैंपियन की तरह किया है। संजू सैमसन और तिलक वर्मा के शतकों की वजह से इतने रिकॉर्ड बने कि उनको इस रिपोर्ट में बता पाना बेहद ही मुश्किल है। भारत ने मात्र एक विकेट गंवाकर 20 ओवरों में 283 रन बनाए, जो कि T20I में उनका दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। जवाब में मेज़बान टीम 20 ओवर में 148 रन ही बना सकी। तिलक इस सीरीज़ में सबसे अधिक 280 रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे, जबकि दो शतक लगाने वाले सैमसन 216 रन बनाकर दूसरे नंबर पर रहे। T20I विश्व कप जीतने के अलावा भारतीय टीम ने इस साल कोई भी T20I सीरीज़ नहीं हारने का रिकॉर्ड बरकरार रखा है।
तिलक ही रहे अब भी मैच के हीरो
पिछले मैच में शतक लगाने वाले तिलक इस बार भी नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करने आए। यह एक ऐसा समय था जब सैमसन और अभिषेक शर्मा दोनों अपने एंड से प्रहार कर रहे थे। सैमसन बहुत आगे निकल रहे थे, वहीं तिलक ऐसा लग रहा था कि उन्होंने अपनी पिछली पारी को ही आगे बढ़ाया है। सैमसन को पिछाड़ने में उनको अधिक समय नहीं लगा और देखते ही देखते वह इस भारतीय पारी के हीरो बन चले। वहीं सैमसन एक साल में तीन T20I शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज़ जरूर बने।
यह रहा मैच का टर्निंग प्वाइंट
वैसे तो जिस तरह से भारतीय बल्लेबाज़ इस पिच पर बल्लेबाज़ी करते दिखे, ऐसा लगा यह पिच बहुत ही आसान है। ऐसे में कहा जा सकता है कि भारतीय बल्लेबाज़ों ने मेज़बान गेंदबाज़ों को अधिक मौक़े नहीं दिए, लेकिन 283 रनों के एक बड़े स्कोर के बावजूद उम्मीद थी कि साउथ अफ़्रीका के बल्लेबाज़ विस्फ़ोट करने के लिए तैयार होंगे लेकिन यह अर्शदीप सिंह थे, जिन्होंने अपने पहले ही स्पेल में तीन विकेट लेकर साउथ अफ़्रीका के बल्लेबाज़ी क्रम की हवा निकाल दी।
इस मैच का तात्पर्य क्या है
इस मैच का तात्पर्य यह है कि भारतीय टीम ने 3-1 से चार मैचों की सीरीज़ पर क़ब्जा जमा लिया है।