उथप्पा और दुबे की आतिशी पारियों की बदौलत चेन्नई ने दर्ज की सीज़न की पहली जीत
महीश थीक्षना ने चार विकेट लेकर बेंगलुरु को वापसी का मौक़ा नहीं दिया
सिद्धार्थ मोंगा
12-Apr-2022
165 रन की साझेदारी के दौरान उथप्पा और दुबे • BCCI
चेन्नई सुपर किंग्स 216/4 (दुबे 95*, उथप्पा 88) ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु 193/9 (शाहबाज़ 41, कार्तिक 31, थीक्षना 4-33) को 23 रन से हराया
वैसे तो यह मैच फ़ाफ़ डुप्लेसी और जॉश हेज़लवुड का माना जा रहा था, क्योंकि वह अपनी पुरानी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) के ख़िलाफ़ पहली बार उतर रहे थे, लेकिन महफ़िल लूटा शिवम दुबे (95) और रॉबिन उथप्पा (88) ने, जो कि एक समय कभी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का हिस्सा हुआ करते थे। इन दोनों ने ख़राब शुरुआत के बाद अंतिम 10 ओवरों में 156 रन जोड़कर 216 रन का स्कोर बनाया और चेन्नई को सीज़न की पहली जीत दिलाई।
आज लग रहा था कि उथप्पा 2007 में पहुंच गए थे। गेंद तक चलकर आना और फिर उसे गेंदबाज़ या लेग साइड के ऊपर से बॉउंड्री के लिए भेज देना। वहीं दुबे अपनी फ़्री-फ़्लोइंग शॉट से कुछ-कुछ युवराज सिंह की याद दिला रहे थे। दोनों ने पारी के दौरान 12 चौके और 17 छक्के लगाए और दोनों ने आईपीएल का अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाया। हालांकि उथप्पा और दुबे दोनों क्रमश: 12 और पांच रन से शतक से चूक गए।
इसके जवाब में बेंगलुरु की टीम निर्धारित 20 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 193 रन बना पाई और 23 रन से मैच हार गई। इसमें भी बेंगलुरु के बल्लेबाज़ों से अधिक योगदान चेन्नई सुपरकिंग्स के क्षेत्ररक्षकों और गेंदबाज़ों का रहा, जिन्होंने अहम मौक़ों पर कुछ अहम कैच टपकाए और कुछ कमज़ोर गेंदबाज़ी की। इससे 50 रन पर चार विकेट खो चुके बेंगलुरु को वापसी का मौक़ा मिला। जब दिनेश कार्तिक 18वें ओवर में 171 रन के स्कोर पर आउट हुए, तब जाकर कहीं चेन्नई की जीत सुनिश्चित हो पाई।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी चेन्नई की टीम के लिए शुरुआत ख़राब हुई, जब ख़राब फ़ॉर्म से जूझ रहे ऋतुराज गायकवाड़, जॉश हेज़लवुड की एक गुड लेंथ गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। वहीं मोइन अली को आईपीएल डेब्यू कर रहे सुयश प्रभुदेसाई ने बैकवर्ड प्वाइंट पर बेहतरीन फ़ील्डिंग कर रन आउट किया। उस समय चेन्नई का स्कोर सात ओवर में 37 रन पर दो विकेट था। पहले 10 ओवर में उथप्पा भी संघर्ष कर रहे थे और उन्होंने 22 गेंदों पर सिर्फ़ 23 रन बनाया था।
क्रीज़ पर बाएं हाथ के बल्लेबाज़ शिवम दुबे को देखकर बेंगलुरु ने वनिंदु हसरंगा को देर से 11वें ओवर में गेंदबाज़ी पर लगाया। दुबे ने भी उनका छक्के और चौके के साथ स्वागत किया। 12वें ओवर में उन्होंने शाहबाज़ अहमद पर भी एक छक्का लगाया। अब उथप्पा भी कहां पीछे रहने वाले थे। 13वें ओवर में उन्होंने मैक्सवेल पर तीन छक्के जड़ दिए।
पहले से ही कमज़ोर बेंगलुरु की डेथ ओवर गेंदबाज़ी हर्षल पटेल की अनुपस्थिति में और भी कमज़ोर नज़र आई और दोनों बल्लेबाज़ों ने लंबी बॉउंड्री पर भी बिना किसी चिंता के छक्के लगाए। उथप्पा ने इस दौरान एक-दो रैंप शॉट भी खेला, जबकि दुबे तो बस सामने की तरफ़ की बॉउंड्री को निशाना बना रहे थे। 17वें ओवर में मोहम्मद सिराज ने उथप्पा को कैच करवाया, लेकिन वह गेंद नो बॉल निकली।
हेज़लवुड के आख़िरी दो ओवर में 12 और 15 रन बने, वहीं सिराज ने अपने आख़िरी ओवर में 18 रन खाए। हसरंगा ने अपने तीन ओवर में 13, 13 और 14 रन दिए। दोनों बल्लेबाज़ शतक की तरफ़ बढ़ रहे थे। लेकिन 19वें ओवर में उथप्पा मिडविकेट पर छक्का लगाने के चक्कर में 88 रन पर अपना विकेट गंवा बैठे। वहीं दुबे ने अंतिम ओवर की शुरुआत 80 रन पर की थी और पांचवें गेंद पर वह 94 रन तक पहुंच गए थे। हांलांकि अंतिम गेंद पर वह लांग ऑफ़ पर छक्का नहीं लगा सके और शतक से चूक गए।
बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी बेंगलुरु की शुरुआत अच्छी नहीं रही। महीश थीक्षना ने पारी के तीसरे ओवर में ही विपक्षी कप्तान डुप्लेसी को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। कोहली भी मुकेश चौधरी की एक छोटी गेंद को पुल करने के चक्कर में लांग लेग पर लपके गए। वहीं पावरप्ले के आख़िर में थीक्षना ने दूसरे सलामी बल्लेबाज़ अनुज रावत को कैरम बॉल का शिकार बना दिया।
मैक्सवेल अब क्रीज़ पर आए, तो चेन्नई के कप्तान रवींद्र जाडेजा ख़ुद गेंदबाज़ी पर आ गए और उन्होंने टी20 मैचों में 13वीं पारी में सातवीं बार मैक्सवेल को आउट किया। यह पांचवां मौक़ा था, जब मैक्सवेल, जाडेजी की गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए हों।
इसके बाद प्रभुदेसाई और शाहबाज़ ने बेंगलुरु की पारी संभालने की कोशिश की और 5.3 ओवर में ही 60 रन जोड़ डाले। हालांकि थीक्षना ने वापस आते हुए इस साझेदारी का अंत किया। उन्होंने दोनों बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेजा। उनके हिस्से में पांचवां विकेट भी आ जाता लेकिन मुकेश चौधरी ने दिनेश कार्तिक का एक आसान सा कैच छोड़ दिया। यह इस मैच में मुकेश का तीसरा ड्रॉप कैच था।
अच्छे फ़ॉर्म में चल रहे कार्तिक ने इसके बाद चेन्नई के गेंदबाज़ों को कोई मौक़ा नहीं दिया और कुछ शानदार शॉट लगाकर मैच को ज़िंदा बनाए रखा। उन्होंने पारी के 17वें ओवर में मुकेश पर 23 रन बनाए। अब बेंगलुरु को आख़िरी तीन ओवरों में 48 रन की ज़रुरत थी। हालांकि 19वें ओवर में ब्रावो ने कार्तिक को लेग साइड की बड़ी बाउंड्री पर जाडेजा के हाथों कैच कराकर मैच के परिणाम को सुनिश्चित कर दिया।
चेन्नई यह मैच आसानी से 50-60 रन से जीत सकता था, लेकिन उन्होंने अपना नेट रन रेट सुधारने का मौक़ा खो दिया। हालांकि गत विजेता के लिए राहत की बात यह रही कि उन्होंने सीज़न की अपनी पहली जीत दर्ज की।
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं