हेटमायर, चहल और बोल्ट रहे राजस्थान की जीत में हीरो
आख़िरी ओवर में युवा कुलदीप सेन ने दिखाई दिलेरी
सिद्धार्थ मोंगा
10-Apr-2022
चहल ने आज अपने स्पेल में चार विकेट झटके • BCCI
चार मैचों में लगातार चार बार टॉस हारने के बाद भी राजस्थान रॉयल्स ने पहली पारी में बल्लेबाज़ी कर के मैच जीतने का तरीका ढूंढ लिया है। उन्होंने चार बार पहली पारी में बल्लेबाज़ी की है और उसमें से उन्होंने तीन मैच जीते हैं। आज के मैच में राजस्थान की टीम ने एक बदलाव के तौर पर नंबर छह पर बल्लेबाज़ी करने के लिए आर अश्विन भेजा था। जब वह बल्लेबाज़ी करने आए तो पारी का 10वां ओवर चल रहा था और इसके बाद उन्होंने 19वें ओवर तक बल्लेबाज़ी की और खु़ुद को रिटायर आउट घोषित कर के मैदान के बाहर चले गए। ताकि रियान पराग को बल्लेबाज़ी करने का मौक़ा मिले।
वहीं बदलाव करने के मामले में लखनऊ की टीम भी ज़्यादा पीछे नहीं थी। उन्होंने भी केएल राहुल का विकेट जल्दी गिरने के बाद के गौतम और जेसन होल्डर तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजा। लखनऊ ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि ट्रेंट बोल्ट काफ़ी बढ़िया गेंदबाज़ी कर रहे थे और उनकी गेंद काफ़ी स्विंग हो रही थी। ऐसे में लखनऊ की टीम नहीं चाहती थी कि उनके मुख्य बल्लेबाज़ बोल्ट का सामना करें।
आज के मैच में ऊपरी क्रम के धराशाई होने के बाद शिमरॉन हेटमायर ने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ बल्लेबाज़ी करते हुए टीम को एक ठीक-ठाक स्कोर तक पहुंचाया, उसके बाद बोल्ट ने दूसरी पारी के पहले ही ओवर में दो विकेट झटक लिए, अश्विन ने चार ओवर में सिर्फ़ 20 रन दिए, युज़वेंद्र चहल ने चार विकेट लिए,. इसके बावजूद यह दिख गया कि एक लक्ष्य की रक्षा करना कितना मुश्किल है।
इन सभी घटनाओं के बावजूद युवा कुलदीप सेन को अंतिम ओवर में लखनऊ की टीम को 15 बनाने से रोकना था। 19वें ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा ने कई बार यॉर्कर गेंद करने की कोशिश की लेकिन वह असफल रहे और फुलटॉस गेंदों का मार्कस स्टोयनिस ने पूरा फ़ायदा उठाया और 19 रन बटोरे। इसके इतर कुलदीप सेन ने गुडलेंथ और ऑफ़ स्टंप के बाहर की लाइन पर गेंदबाज़ी की। अंतिम ओवर में उन्होंने तीन बिंदी गेंद डाली। हालांकि अंतिम दो गेंदों पर उन्होंने 10 रन दिए लेकिन तब तक मैच लखनऊ की पकड़ से काफ़ी दूर जा चुका था।
राजस्थान की तेज़ शुरुआत
राजस्थान अब तक इस आईपीएल में पहले बल्लेबाज़ी करने में आने वाली समस्याओं का हल ढूंढ चुका है। आज टीम में यशस्वी जायसवाल की जगह पर देवदत्त पड़िक्कल, जॉस बटलर के जोड़ीदार बने और उन्होंने काफ़ी तेज़ शुरुआत ही। पहले चार ओवरों में उन्होंने कुल 39 रन जोड़ लिए थे।
लखनऊ के गेंदबाज़ों ने कराई वापसी
पांचवें ओवर में चमीरा ने किफ़ायती गेंदबाज़ी करते हुए सिर्फ़ तीन रन दिए। उसके कारण अगले ओवर में बटलर तेज़ी से रन बटोरने की फिराक में थे और आवेश ख़ान की पहली ही गेंद को मारने चले गए और बोल्ड हो गए। इसके बाद राजस्थान की पारी काफ़ी धीमी हो गई और ओवर संख्या पांच से लेकर 15वें ओवर तक सिर्फ़ चार गेंदें सीमा रेखा के बाहर गई और कुल 11 ओवर में 53 रन बने। इस दौरान उनके चार विकेट भी गिरे।
अश्विन को किया गया प्रमोट
अश्विन ने इससे पहले भी आईपीएल में छठे नंबर पर बल्लेबाज़ी की है लेकिन ऐसा ज़्यादातर तब ही हुआ है, जब उनकी टीम किसी छोटे स्कोर का पीछा कर रही हो। यह पहली बार था जब वह पहली पारी में छठे नंबर पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे। 16वें ओवर में वह 14 गेंदों में 9 रन बना कर खेल रहे थे। उसके बाद उन्होंने गौतम की दो गेंदों को लगातार सीमा रेखा के बाहर भेजा और एक दर्जन रन बटोरने में कामयाब रहे।
हेटमायर की आतिशबाज़ी
17वें ओवर में कोई बाउंड्री नहीं लगी। 18वें ओवर में होल्डर गेंदबाज़ी करने के लिए आए और इस ओवर में उन्होंने कुल 2 सिक्सर और एक चौका लगाया। अपनी पारी में हेटमायर ने 36 गेंदों मे छह सिक्सर की मदद से 59 रन बनाए।
बोल्ट के स्विंग से बोल्ड हुई लखनऊ की टीम
अपने करियर में बोल्ट ने 79 दफा पहला ओवर डाला है। इसमें से सिर्फ़ दो बार उन्होंने अपना पहला ओवर राउंड द विकेट किया है। बोल्ट ने मैच के बाद कहा कि जिमी नीशम ने उन्हें सलाह दी थी कि आप पहले ओवर में राउंड रिपोर्ट गेंदबाज़ी कीजिए। इसके बाद इस प्लान के बारे में सैमसन को बताया गया और यह प्लान पूरा तरह से कारगर रहा। इस ओवर में उन्होंने दो विकेट निकाले।
इसके बाद लखनऊ की टीम ने एक अलग ही रणनीति के साथ खेल को आगे बढ़ाया। उन्होंने स्टोयनिस को 15वें ओवर में बल्लेबाज़ी करने के लिए उतारा। तीसरे और चौथे नंबर पर के गोतम और होल्डर बल्लेबाज़ी करने के लिए आए और उनका यह प्लान पूरी तरह से फेल हो गया। चौथे ओवर की समाप्ति पर उनका स्कोर 14 रन पर तीन विकेट था।
अब बारी थी स्पिनरों की
ऊपरी क्रम के फेल होने के बाद लखनऊ को रक्षात्मक क्रिकेट खेलना पड़ा। क्रीज़ पर डिकॉक थे लेकिन अश्विन और युज़वेंद्र चहल के सामने उनका रिकॉर्ड काफ़ी ख़राब है। अश्विन ने अपने स्पेल में सिर्फ़ 20 रन दिए और चहल ने 41 रन देकर चार विकेट झटके। एक बार के लिए दीपक हूड्डा ने पारी को संभालने का प्रयास किया लेकिन युवा कुलदीप की गेंद को सीमा रेखा से बाहर भेजने के चक्कर में वह भी बोल्ड हो गए।
अंतिम दो ओवर
दो ओवरों में 34 रनों की ज़रूरत थी। सैमसन पहले सीनियर गेंदबाज़ के पास गए ताकि युवा गेंदबाज़ कुलदीप के पास ख़र्च करने के लिए थोडे़ ज़्यादा रन हो। हालांकि ऐसा नहीं हुआ और प्रसिद्ध ने अपने ओवर में 19 रन ख़र्च कर दिए। हालांकि कुलदीप ने धैर्य के साथ अच्छी लाइन पर गेंदबाज़ी करते हुए पहली चार गेंदों पर सिर्फ़ एक रन दिए और वहीं मैच राजस्थान के पाले में आ गई।
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo के अस्सिटेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।