भारतीय पुरूष टीम के मुख्य चयनकर्ता
अजीत आगरकर का कहना है कि
सूर्यकुमार यादव को T20I कप्तान बनाने का निर्णय रातों-रात नहीं हुआ है, बल्कि इस पर लंबे समय तक चर्चा चली। उनका कहना है कि कप्तान के चुनाव में फ़िटनेस बहुत बड़ा मापदंड बना, जिसके कारण
हार्दिक पंड्या T20 कप्तानी की दौड़ में थोड़ा पीछे रह गए।
श्रीलंका में सीमित ओवर सीरीज़ के लिए रवाना होने से पहले हुए टीम प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान आगरकर ने कहा, "किसी को कप्तान बनाने का निर्णय आप रातों-रात नहीं ले सकते। हमने इस पर काफ़ी विचार किया और ड्रेसिंग रूम से भी फ़ीडबैक लिए कि एक कप्तान के रूप में हम क्या-क्या गुण ढूंढ रहे हैं। हमारे लिए सबसे बड़ी बात यह थी कि हमारा कप्तान ऐसा होना चाहिए जो अधिकतर समय मैदान में उतरने के लिए तैयार हो। यह हमारी पहली शर्त थी। सूर्यकुमार के साथ आप पहले से ही जानते हैं कि फ़िटनेस कभी भी उतना बड़ा मसला नहीं रहा है। इससे हमें निर्णय लेने में बहुत मदद मिली।"
आपको बता दें कि हाल में ही जो भारत ने T20 वर्ल्ड कप जीता, उसमें हार्दिक भारतीय टीम के उपकप्तान थे। ऐसे में माना जा रहा था कि रोहित शर्मा के T20 से संन्यास लेने के बाद हार्दिक ही भारतीय T20 टीम के कप्तान होंगे। लेकिन जब श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम का चयन हुआ तो हार्दिक T20 टीम में ज़रूर थे, लेकिन कप्तानी की बागडोर सूर्यकुमार को मिल गई।
आगरकर ने सवालिया लहजे में कहा, "अगर हार्दिक अचानक से चोटिल हो जाते तो हमारे पास कप्तानी के लिए कोई विकल्प नहीं बचता। रोहित के रहने से चीज़ें आसान थीं और हमारे पास विकल्प थे। ऐसा पहले भी हुआ है, जब हार्दिक अचानक से चोटिल हो गए हों और हमारे पास कप्तानी का कोई विकल्प ना बचा हो। इसलिए हम ऐसी स्थिति नहीं चाहते थे।
"जहां तक शुभमन की उपकप्तानी का सवाल है तो वह तीनों फ़ॉर्मैट में खेलते हैं। पिछले कुछ सालों में उनके खेल में बहुत उभार हुआ है। तो हम एक ऐसा युवा विकल्प चाहते थे, जो ड्रेसिंग रूम में अनुभवी खिलाड़ियों से सीख सके और ज़रूरत पड़ने पर टीम की कप्तानी कर सके। हम फिर से ऐसी स्थिति नहीं चाहते थे कि हमें अचानक से कोई कप्तान ढूंढना पड़े। हम चाहते हैं कि शुभमन में नेतृत्व क्षमता का उभार हो और उन्हें इसका अनुभव मिले। हालांकि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि वह भविष्य के कप्तान हैं, लेकिन फ़िलहाल तो हमारी सोच यही है," आगरकर ने आगे कहा।
पंत मैच विनर, इसलिए उन्हें वनडे में भी मौक़ा
श्रीलंका दौरा वह पहला दौरा होगा, जब ऋषभ पंत 20 ओवर से ज़्यादा की क्रिकेट में भाग लेंगे। दिसंबर 2022 में हुई भीषण दुर्घटना के बाद उन्होंने इस साल के IPL से प्रतिस्पर्धी और T20 क्रिकेट में वापसी तो की, लेकिन क्या वह लंबे फ़ॉर्मैट को खेलने के लिए तैयार है?
आगरकर ने कहा, "आपको पता है कि पंत अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में क्या कर सकते हैँ? दुर्घटना से पहले वह हमारे लिए हर फ़ॉर्मैट में मुख्य खिलाड़ी थे। उन्होंने एक बार लगभग अकेले ही हमें टेस्ट सीरीज़ जिताया है। इसलिए आप चाहते हैं कि वह टीम के लिए खेलें। T20 के बाद वनडे क्रिकेट उनकी वापसी में दूसरा बड़ा क़दम होने वाला है। हमें उम्मीद है कि T20 के बाद वह वनडे में भी सफल वापसी करेंगे।"
आगरकर ने आगे कहा, "हालांकि अगर कोई सालों के बाद वापसी कर रहा है तो आप यह भी चाहते हैं कि उन पर कोई भार ना हो, ख़ासकर उपकप्तानी का। इसलिए हमारे पास हर फ़ॉर्मैट में अतिरिक्त विकेटकीपर का विकल्प है। केएल राहुल हमारे लिए बड़े फ़ॉर्मैट में वह दूसरे विकल्प हैं। उनके लिए वनडे विश्व कप अच्छा गया था और अब टेस्ट सीज़न आने वाला है। हमें उम्मीद है कि ये दोनों खिलाड़ी निकट भविष्य में भारतीय टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाएंगे।"
आगरकर ने कहा कि यह संजू सैमसन के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि अपने पिछले वनडे में शतक लगाने के बावजूद उन्हें बाहर बैठना पड़ रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि सैमसन को आगे वनडे में भी मौक़े मिलते रहेंगे।
तीनों फ़ॉर्मैट में अलग-अलग टीम नहीं
भारतीय टीम के नवनियुक्त मुख्य कोच गौतम गंभीर और आगरकर दोनों का मानना है तीनों फ़ॉर्मैट में तीन अलग-अलग भारतीय टीम नहीं रहेगी। आगरकर ने कहा, "रोहित, विराट कोहली और रवींद्र जाडेजा के T20I से संन्यास लेने के बाद भले ही T20 में कुछ अधिक बदलाव देखने को मिले, लेकिन हमारा लक्ष्य यह है कि जो खिलाड़ी तीनों फ़ॉर्मैट में योगदान दे सकता है, वह तीनों फ़ॉर्मैट खेले। हम इस बारे में बहुत स्पष्ट और कोच के साथ एकमत हैं और इसमें निकट भविष्य में कोई अधिक बदलाव नहीं आने वाला है।"
शमी जल्द हो सकते हैं पूरी तरह से फ़िट
आगरकर ने बताया कि उन्होंने अभी तक मुख्य कोच से टेस्ट टीम के बारे में अधिक चर्चा नहीं की है, लेकिन वह जल्द ही एक साथ बैठेंगे और इसके बारे में विमर्श करेंगे। आगरकर ने यह भी बताया कि फ़िलहाल मोहम्मद शमी NCA में हैं और अपनी चोट से उबर रहे हैं। वह भारतीय घरेलू सीज़न शुरू होने से पहले पूरी तरह से फ़िट हो सकते हैं। हालांकि आगरकर उनकी वापसी में कोई जल्दबाज़ी नहीं चाहते हैं क्योंकि उनका लक्ष्य साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाली टेस्ट सीरीज़ है, जहां शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ मुख्य भूमिका में होंगे।
आगरकर ने आगे बताया कि फ़िलहाल उनकी नज़र कुछ अन्य तेज़ गेंदबाज़ों के चुनाव पर है, जो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इस तेज़ गेंदबाज़ी तिकड़ी के लिए सहायक की भूमिका निभा सकें। आगरकर ने बताया कि ऐसे गेंदबाज़ों को बांग्लादेश और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ घरेलू टेस्ट सीरीज़ के दौरान मौक़ा मिल सकता है।
आगरकर ने यह भी स्पष्ट किया कि जाडेजा को वनडे से बाहर नहीं बल्कि आगामी टेस्ट मैचों को देखते हुए आराम दिया गया है।
कुछ टेस्ट खिलाड़ी दलीप ट्रॉफ़ी भी खेल सकते हैं
आगरकर ने बताया कि कुछ टेस्ट खिलाड़ी दलीप ट्रॉफ़ी भी खेल सकते हैं, जो कि 5 से 22 सितंबर के बीच अनंतपुर में खेला जाना है। भारत का बांग्लादेश के साथ घरेलू टेस्ट सीरीज़ सितंबर के मध्य से शुरू होना है।
आगरकर ने कहा, "हमने इस बारे में अभी तक गंभीर से चर्चा नहीं की है, लेकिन निश्चित रूप से टेस्ट दल के कुछ ऐसे खिलाड़ी ज़रूर होंगे, जो दलीप ट्रॉफ़ी के कम से कम पहले मैच में हिस्सा लें। हम इसके बारे में निश्चित रूप से बैठकर चर्चा करेंगे कि किस खिलाड़ी को मैच में खेलने की ज़रूरत है। यह टूर्नामेंट के लिए भी अच्छा रहेगा कि शीर्ष खिलाड़ी आकर खेलेंगे। हालांकि व्यस्त शेड्यूल को देखते हुए खिलाड़ियों के लिए यह आसान भी नहीं होगा। हां, लेकिन निश्चित रूप से कुछ ऐसे खिलाड़ी होंगे, जो दलीप ट्रॉफ़ी में खेलेंगे।"