नस्लवाद के आरोपों के बीच क्रिकेट स्कॉटलैंड के सभी बोर्ड सदस्यों ने दिया सामूहिक इस्तीफ़ा
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर माजिद हक़ और क़ासिम शेख़ ने लगाया था भेदभाव और दुर्व्यव्हार का आरोप
ESPNcricinfo स्टाफ़
25-Jul-2022
माजिद हक़ ने 2015 में अंतिम बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला था • Getty Images
नस्लवाद का आरोप झेल रही क्रिकेट स्कॉटलैंड के सभी बोर्ड सदस्यों ने सामूहिक इस्तीफ़ा दिया है। स्पोर्ट स्कॉटलैंड की सोमवार को प्रकाशित होने वाली रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व स्कॉटिश गेंदबाज़ माजिद हक़ ने बोर्ड पर यह आरोप लगाया था। 2015 विश्व कप के दौरान वह टीम के सदस्य थे लेकिन उन्हें बीच दौरे में वापस भेज दिया गया था। इसके बाद वह फिर कभी क्रिकेट नहीं खेले। हक़ ने दावा किया कि उनके साथ नस्लीय आधार पर यह भेदभाव हुआ था। इसके अलावा उनके साथी खिलाड़ी क़ासिम शेख़ ने भी नस्लीय दुर्व्यवहार के आरोप लगाए थे।
बोर्ड के अंतरिम सीईओ गॉर्डन आर्थर को लिखे गए संयुक्त इस्तीफ़े में बोर्ड के सदस्यों ने अपने व्यवहार के लिए माफ़ी मांगी है और कहा है कि प्रकाशित रिपोर्ट स्कॉटिश खेल जगत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित होगी।
उन्होंने कहा, "हम अपने नस्लवादी व्यवहार के लिए दुःखी हैं और सबसे खुले रूप से माफ़ी मांगते हैं। निःसंदेह यह बदलाव की एक लंबी यात्रा की शुरुआत है और हम निश्चित रूप से इस रास्ते पर आगे बढ़ेंगे। क्रिकेट स्कॉटलैंड में नस्लवाद को जड़ से समाप्त करने में एक आमूलचूल परिवर्तन की ज़रूरत है और इसलिए हम सभी इस्तीफ़ा देते हैं।"
बोर्ड ने कहा कि उन्होंने अभी तक स्पोर्ट स्कॉटलैंड की रिपोर्ट को देखा नहीं है लेकिन हक़ और शेख़ के वकील आमेर अनवर के अनुसार इस रिपोर्ट के निष्कर्ष बहुत भयानक हैं। बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अभी तो यह बदलाव की बस शुरुआत ही है।
उन्होंने कहा, "हक़ और शेख़ को देखते हुए कई और खिलाड़ियों ने भी क्रिकेट स्कॉटलैंड में चल रही नस्लभेदी संस्कृति और अपमान की शिक़ायत की थी। अभी बोर्ड के आला अधिकारियों ने इस्तीफ़ा दिया है लेकिन चयनकर्ताओं, अंपायरों और स्थानीय लीग के अधिकारियों का क्या? अगर आप अश्वेत खिलाड़ी हैं तो आपके साथ नस्लीय भेदभाव होना तय है।"
क्रिकेट स्कॉटलैंड के एक प्रवक्ता के अनुसार यह बोर्ड के लिए चुनौती भरा समय है। उन्होंने कहा, "हमें बोर्ड के सदस्यों के निर्णय के बारे में पता है और हम बोर्ड को चलाने के लिए ज़रूरी क़दम उठाएंगे।"