साउथ अफ़्रीका के पूर्व टेस्ट कप्तान और ओपनिंग बल्लेबाज़
डीन एल्गर भारत के ख़िलाफ़ अपनी आख़िरी सीरीज़ खेलेंगे। एल्गर ने 3 जनवरी से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के बाद संन्यास की घोषणा कर दी है।
एल्गर 12 साल तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेले जहां उनके नाम 86 टेस्ट होंगे।
उन्होंने एक बयान में कहा, "क्रिकेट खेलना मेरा हमेशा से सपना था लेकिन देश के लिए खेलने का मौक़ा मिलना शानदार था। 12 सालों तक देश के लिए खेलना मेरा बहुत बड़ा सपना था। यह एक शानदार सफ़र रहा है।"
ESPNcricinfo को पता चला है कि एल्गर लाल गेंद के कोच शुकरी कॉनराड के लंबे प्लान का हिस्सा नहीं है। एल्गर 2023 सीज़न में एसेक्स से जुड़ेंगे।
एल्गर के फ़ैसले का मतलब है कि वह न्यूज़ीलैंड में होने वाली साउथ अफ़्रीका की दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ का हिस्सा नहीं होंगे। इसी समय SA20 होने की वजह से साउथ अफ़्रीका नए खिलाड़ियों को इसमें भेज सकता है, लेकिन एल्गर के पास SA20 डील नहीं है और वह टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हो सकते थे और हो सकता है कि तेंबा बवुमा की जगह कप्तान भी हो सकते थे। अब टाइटंस के बल्लेबाज़ नील ब्राउंड के साउथ अफ़्रीका की कप्तानी करने की उम्मीद है और शीर्ष में उनके साथी टॉनी टोनी डीज़ॉर्ज़ी हो सकते हैं। ब्रांड और डीज़ॉर्ज़ी ने हाल ही में साउथ अफ़्रीका ए के लिए वेस्टइंडीज़ ए के ख़िलाफ़ समाप्त हुई तीन मैचों की सीरीज़ में ओपनिंंग की थी।
एल्गर ने 2012 में साउथ अफ़्रीका के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पदार्पण किया, जब साउथ अफ़्रीका दुनिया में नंबर 1 स्थान पर थी। वह पदार्पण पर दोनों पारियों में शतक का रिकॉर्ड बनाने वाले 38वें खिलाड़ी बने, इस सूची में अब 45 हैं। लेकिन उन्होंने अपने तीसरे मैच में शतक बनाया और पाकिस्तान या ज़िम्बाब्वे के अलावा सभी टेस्ट विरोधियों के ख़िलाफ़ 13 शतकों का रिकॉर्ड बनाया। उनके पसंदीदा प्रतिद्वंद्वी श्रीलंका थे, जिनके ख़िलाफ़ उन्होंने 2014 में गॉल में मैच विजयी शतक बनाया, इसके बाद 2017 और 2021 में दो और शतक लगाए।