श्रीलंका के स्पिनर
वनिंदु हसरंगा ने 26 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने यह निर्णय फ्रैंचाइज़ी क्रिकेट टूर्नामेंटों में अधिक उपलब्ध रहने की वजह से लिया है।
हसरंगा पिछले दो सालों में श्रीलंकाई टेस्ट टीम का निरंतर हिस्सा नहीं रहे हैं, उन्होंने केवल चार टेस्ट खेले हैं। वह इन मैचों में प्रभावित नहीं कर पाए थे और केवल चार विकेट ही ले पाए थे। उन्होंने साउथ अफ़्रीका में एक अर्धशतक भी लगाया है।
हसरंगा को हाल ही में टेस्ट सीरीज़ से पहले एक ट्रेंनिंग कैंप में चुना गया था लेकिन इसके बाद टेस्ट टीम में नहीं चुना गया था। श्रीलंकाई टीम की ट्रेंनिंग में रहने के कारण वह फ्रैंचाइज़ी क्रिकेट के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं कर पा रहे थे। उदाहरण के तौर पर मेजर क्रिकेट लीग शुरू होने से कुछ समय पहले ही उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था।
श्रीलंका क्रिकेट ने अपनी रिलीज़ में बताया कि हसरंगा ने सफ़ेद गेंद क्रिकेट करियर को लंबा करने की वजह से संन्यास लिया है, लेकिन हसरंगा को कभी लंबे समय तक के लिए चोट नहीं लगी है।
थिसारा परेरा के विपरीत, जिन्होंने 20 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का प्रयास किया था, लेकिन श्रीलंका क्रिकेट ने उन्हें रुकने के लिए कहा था, माना जाता है कि एसएलसी के साथ हसरंगा की चर्चा आम रही है। बोर्ड अब उन्हें संभावित टेस्ट खिलाड़ी के रूप में नहीं देखता है और जब तक वह श्रीलंका के लिए सफ़ेद गेंद क्रिकेट में उपलब्ध रहेंगे तब तक वह अन्य अवसरों का लाभ उठा सकते हैं।
कुल मिलाकर हसरंगा ने 44 प्रथम श्रेणी मैच में 102 विकेट लिए हैं, जबकि उनके नाम तीन शतक और 19 अर्धशतक भी हैं।
हसरंगा ने अब तक श्रीलंका के लिए 48 वनडे और 58 टी20 खेले हैं और वह टीम का प्रमुख हिस्सा हैं।
हसरंगा अभी लंका प्रीमियर लीग में बी-लव कैंडी की कप्तानी कर रहे हैं और आने वाले समय में श्रीलंका के लिए एशिया कप और विश्व कप भी खेलेंगे।
ऐंड्रयू फिडल फ़र्नांडो ESPNcricinfo में श्रीलंका के संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।