पांच साल के बाद दिल्ली को मिल सकता है टेस्ट मैच
अगले साल ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर इस ऐतिहासिक मैदान को मेज़बानी मिलने की संभावना
पीटीआई और ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो स्टाफ़
17-Nov-2022
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल से पहले यह दोनों टीमों की अंतिम सीरीज़ होगी • Getty Images
पांच साल से अधिक समय के अंतराल के बाद दिल्ली का फ़िरोज़ शाह कोटला (अरुण जेटली स्टेडियम) मैदान आख़िरकार एक टेस्ट मैच की मेज़बानी करेगा। बुधवार को पीटीआई ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि अगले साल फ़रवरी-मार्च में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध चार मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी का एक मैच दिल्ली में खेला जाएगा। इसमें यह भी कहा गया है कि अन्य टेस्ट अहमदाबाद, धर्मशाला और चेन्नई, नागपुर और हैदराबाद में से किसी एक शहर में होने की संभावना है।
पीटीआई ने बीसीसीआई के एक अधिकारी के हवाले से कहा, "फ़िलहाल चार टेस्ट मैचों में से दूसरे की मेज़बानी दिल्ली कर सकता है। तारीख़ों का पता तब चलेगा जब टूर और फ़िक्स्चर समिति अपनी बैठक करेगी। धर्मशाला, जिसने लगभग छह साल पहले मार्च, 2017 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ अपने पहले और एकमात्र टेस्ट की मेज़बानी की थी, शायद तीसरे टेस्ट की मेज़बानी करेगा।"
चेन्नई या नागपुर या हैदराबाद के पहले टेस्ट की और अहमदाबाद के अंतिम टेस्ट की मेज़बानी करने की संभावना है। इनमें से एक डे-नाइट टेस्ट होने की उम्मीद है। बीसीसीआई ने अब तक गुलाबी गेंद से खेले गए तीन डे-नाइट टेस्ट की मेज़बानी की है : 2019 में कोलकाता में बांग्लादेश के ख़िलाफ़, 2021 में अहमदाबाद में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ और इस साल की शुरुआत में बेंगलुरु में श्रीलंका के ख़िलाफ़।
दिल्ली ने पिछली बार दिसंबर 2017 में भारत-श्रीलंका के बीच खेले गए टेस्ट मैच की मेज़बानी की थी।
अगले साल जून में लंदन के द ओवल मैदान में खेले जाने वाले आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फ़ाइनल से पहले ऑस्ट्रेलिया और भारत दोनों के लिए ये आख़िरी मैच होंगे। ऑस्ट्रेलिया वर्तमान में 70 प्रतिशत अंकों के साथ अंक तालिका के शीर्ष पर है। साउथ अफ़्रीका (60), श्रीलंका (53.33) और भारत (52.08) क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर विराजमान हैं।
डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल के समीकरण
ऑस्ट्रेलिया को इस चक्र में नौ टेस्ट खेलने हैं, जो सभी टीमों में सबसे अधिक है। उनमें से पांच घर पर हैं - दो वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ और तीन साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़।
अगर ऑस्ट्रेलिया अपने घर में सभी पांचों मैच जीतता है और भारत से चार मैच हार जाता है, तो वह 63.16 प्रतिशत पर फिसल जाएगा। ऐसे में अगर भारत अपने बाक़ी बचे सभी छह टेस्ट (दो घर से दूर बांग्लादेश में) जीत लेता है तो वह ऑस्ट्रेलिया से आगे निकल जाएगा। अगर ऑस्ट्रेलिया उन नौ मैचों में 6-3 का जीत-हार का रिकॉर्ड हासिल कर लेता है, तो उसका प्रतिशत सुधर कर 68.42 हो जाएगा, जिससे वह क्वालीफ़ाई करने की मज़बूत स्थिति में पहुंच जाएगा।
भारत अपनी अंतिम दो सीरीज़ में अंक तालिका में आगे बढ़ने के सपने देखेगा। अगर वह छह के छह मैच जीतता है तो उसका अंक प्रतिशत 68.06 हो जाएगा। इसके बाद अगर ऑस्ट्रेलिया घर पर अपने सभी पांच टेस्ट जीतता भी है तो उसका अंक प्रतिशत भारत से कम होगा।