मुल्डर : अगर मुझे दोबारा मौक़ा मिलता है तब भी मैं लारा का रिकॉर्ड नहीं तोड़ूंगा
मुल्डर ने कहा कि लारा एक लेजेंड हैं और बड़े रिकॉर्ड बड़े खिलाड़ियों के पास ही रहने चाहिए
ESPNcricinfo स्टाफ़
08-Jul-2025 • 11 hrs ago
वियान मुल्डर के पास ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ बुलावायो में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में ब्रायन लारा के 400* के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने का मौक़ा था। दूसरे दिन जब लंच हुआ तब मुल्डर 367 के स्कोर पर नाबाद ही पवेलियन गए थे लेकिन ब्रेक के दौरान कार्यवाहक कप्तान मुल्डर ने पारी घोषित कर दी और वह लारा का रिकॉर्ड इसलिए तोड़ने नहीं गए क्योंकि उन्हें लगा कि यह रिकॉर्ड लारा के ही नाम रहना चाहिए।
दिन के खेल के बाद सुपरस्पोर्ट पर शॉन पॉलक को दिए साक्षात्कार में मुल्डर ने कहा, "सबसे पहले मैंने सोचा कि हमने पर्याप्त रन बना लिए हैं और अब हमें गेंदबाज़ी करनी चाहिए। और दूसरी बात यह कि ब्रायन लारा एक लेजेंड हैं। उन्होंने 401 (400*) या जो भी इंग्लैंड के ख़िलाफ़ बनाया था। और उनके स्तर के किसी खिलाड़ी के पास यह रिकॉर्ड रहना ख़ास है। मुझे लगता है कि अग़र मुझे दोबारा यह मौक़ा मिला तब भी मैं ऐसा ही करूंगा।
मैं शुक्स (शुक्री कॉनराड, साउथ अफ़्रीका के मुख्य कोच) से बात कर रहा था और उन्होंने भी मुझसे यही बात कही कि बड़े स्कोर बड़े खिलाड़ियों के पास ही रहने दिया जाना चाहिए। यह नहीं पता कि मेरे भाग्य में क्या है लेकिन लारा जैसे खिलाड़ी के पास यह रिकॉर्ड रहना वाक़ई ख़ास है।"
मुल्डर ने कई अन्य रिकॉर्ड अपने नाम किए, वह हाशिम अमला (311*) के बाद टेस्ट में तिहरा शतक जड़ने वाले केवल दूसरे साउथ अफ़्रीकी खिलाड़ी बने। उन्होंने कहा कि कीर्तिमानों के समीप आकर उन्होंने गाना गाकर ख़ुद की भावनाओं को नियंत्रित किया।
मुल्डर ने कहा, "मेरे ज़ेहन में कई विचार आ रहे थे। इसलिए मैं गाने गाकर ख़ुद को वर्तमान में मौजूद रखने का प्रयास कर रहा था। और ईमानदारी से कहूं तो जब मैंने हैश (अमला) के स्कोर को पार किया तब मुझे ख़ुद भी पता नहीं चला। मैं यही सोच रहा था कि अभी तो मैं 300 पर था। लेकिन यहां तक पहुंचना निश्चित तौर पर मेरे लिए ख़ास था।
यह सब मेरे लिए काफ़ी ख़ास है। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं दोहरा या तिहरा शतक बनाऊंगा। हालांकि सबसे ज़रूरी बात यह है कि टीम को एक मज़बूत स्थिति में रखा जाए और हम यह टेस्ट मैच जीतें।"
साउथ अफ़्रीका के मुख्य कोच कॉनराड ने कहा, "वियान ने एक असाधारण पारी खेली। बतौर कप्तान उन्होंने नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी की जहां नई गेंद का सामना करने की चुनौती होती है और उन्होंने दबाव भरी परिस्थिति में ख़ुद को बखूबी ढाल लिया। उन्होंने सत्र दर सत्र के हिसाब से बल्लेबाज़ी की और शॉट का चयन भी बेहतरीन ढंग से किया। उन्होंने मैच का टोन सेट कर दिया और उनके इस प्रदर्शन से हम सभी गौरवान्वित हैं।"