भारत के सीरीज़ में पिछड़ने के बाद क्या बुमराह लगातार दो टेस्ट मैच खेलेंगे?
पता चला है कि ऐज़बेस्टन में उनके खेलने की संभावना बहुत कम है
सिद्धार्थ मोंगा
27-Jun-2025 • 4 hrs ago
Jasprit Bumrah ने पहले ही केवल तीन टेस्ट खेलने का निर्णय लिया था • Getty Images
लीड्स से बर्मिंघम पहुंचने के बाद शुक्रवार को भारत की टीम नेट्स पर ट्रेनिंग के लिए लौट आई है। शुक्रवार को उन्होंने पांच घंटे का लंबा ट्रेनिंग सत्र किया।
वहीं जसप्रीत बुमराह ग्राउंड पर तो आए लेकिन उन्होंने नेट्स पर ना तो बल्लेबाज़ी की और ना ही गेंदबाज़ी। यह बंद दरवाज़ों के पीछे ट्रेनिंग सत्र था तो यह यह बता पाना मुश्किल था कि क्या बुमराह कोई फ़िटनेस को लेकर काम कर रहे थे या उन्होंने अकेले मैदान के अंदर गेंदबाज़ी की। हालांकि, नेट सत्र सड़क से ही दिखाई दे रहा था। बुमराह का नेट पर न होना अपने आप में कोई संकेत नहीं होना चाहिए क्योंकि पिछले मैच के तीनों मुख्य तेज़ गेंदबाज़ बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज बल्लेबाज़ी से दूर रहे। सिराज ने मैदान के अंदर बुमराह और प्रसिद्ध के साथ जाने से पहले बल्ले से एक हिट भी लगाया।
ESPNcricinfo को हालांकि पता चला है कि बुमराह के ऐज़बेस्टन टेस्ट में खेलने की कम संभावना है। भारत ने उनको इस बात से वाकिफ़ होते हुए चुना कि वह इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पांच में से तीन टेस्ट में ही उपलब्ध रहेंगे। पहले से यह तय हुआ था कि वह पहला और तीसरा टेस्ट खेलेंगे, जबकि सीरीज़ के हाल को देखते हुए चौथे और पांचवें टेस्ट में से चुनाव करेंगे। पहले और दूसरे, जबकि तीसरे और चौथे टेस्ट के बीच लंबा अंतराल भी है।
हालांकि, यह कहा जाना चाहिए कि ऐज़बेस्टन के लिए उन्हें अभी तक पूरी तरह से बाहर नहीं किया गया है। संयोजन के बारे में चर्चा अभी शुरू होनी है, और अगर बुमराह को अपने शरीर के बारे में अच्छा लगता है, तो वह बुधवार से शुरू होने वाले टेस्ट के लिए तैयार हो सकते हैं। भारत का शनिवार को एक वैकल्पिक प्रशिक्षण सत्र होगा, उसके बाद एक दिन की छुट्टी होगी और फिर सोमवार को एक और लंबा सत्र होगा।
अर्शदीप सिंह और आकाश दीप ने नेट्स में लंबे स्पेल किए। अर्शदीप ने लगभग आधे सत्र पुरानी गेंद से गेंदबाज़ी की। पुरानी गेंद से उन्होंने दायें हाथ के बल्लेबाज़ों को राउंड द विकेट से गेंदबाज़ी की। हो सकता है कि भारत ने परिस्थितियों को देखते हुए ऐसा करने का फै़सला किया हो। उन्हें उम्मीद हो सकती है कि रिवर्स स्विंग एक फ़ैक्टर होगी।
आम तौर पर कैंप में यह मूड है कि हेडिंग्ली में मिली हार के बारे में अधिक नहीं सोचा जाए, जहां वे बार-बार खुद को हावी होने की स्थिति में लाते हैं, लेकिन इसे हाथ से जाने देते हैं। संदेश यह है कि वे जिस तरह से खेलते हैं, उसमें नाटकीय बदलाव न करें, बल्कि फिर से मज़बूत स्थिति में आने के लिए प्रक्रियाओं को दोहराएं और फिर बेहतर प्रतिक्रिया दें।
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में वरिष्ठ लेखक हैं।