IPL 2024: कैसे KKR, SRH, RR और RCB ने बनाई प्लेऑफ़ में जगह
किसी के लिए यह यात्रा बहुत आसान और किसी के लिए रोलर कॉस्टर जैसी रही
दया सागर
20-May-2024
क्या KKR है तैयार? • Associated Press
आठ सप्ताह और 70 मैच तक चले लीग मुक़ाबलों के बाद शनिवार देर रात यह निर्णय हुआ कि IPL 2024 प्लेऑफ़ की चार टीमें कौन-कौन सी होंगी, जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (RCB) ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को 27 रनों से हराया। हालांकि प्लेऑफ़ में भी कौन सी टीमें टॉप-2 में जाएंगी और उन्हें फ़ाइनल में पहुंचने के दो मौक़े होंगे, इसका निर्णय रविवार को आख़िरी लीग मैच के परिणाम के बाद ही हो पाया, जब राजस्थान रॉयल्स (RR) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच गुवाहाटी में हुआ मैच बारिश के कारण रद्द हो गया। आइए डालते हैं चारों टीमों के प्ले ऑफ़ में पहुंचने की राह।
कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR)
KKR ने अपने 14 लीग मुक़ाबलों में नौ मैच जीते और सिर्फ़ तीन मैच हारे, जबकि दो मैच रद्द हुआ। वे 20 अंकों के साथ प्ले ऑफ़ में पहुंचने वाली सबसे पहली और शीर्ष टीम बनी। उन्होंने लीग मुक़ाबलों के समाप्त होने से लगभग एक सप्ताह पहले ही प्ले ऑफ़ के लिए क्वालिफ़ाई कर लिया था, जब उन्होंने MI को 18 रनों से हराकर अपनी नौवीं जीत दर्ज की थी।
KKR ने अपने अभियान की शुरुआत सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) के ख़िलाफ़ जीत से की थी और इसके बाद उन्होंने जीत की हैट्रिक लगाई। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने उनके अभियान को ज़रूर रोका और अगले चार मैचों में उन्हें दो में हार मिली, लेकिन इसके बाद जब वे उड़े तो उन्हें कोई रोकने वाला नहीं था। उन्होंने लगातार चार मैचों में जीत दर्ज की और अंतिम दो मुक़ाबले बारिश के कारण रद्द होने के बाद भी वे प्लेऑफ़ में जाने वाली शीर्ष टीम बने। KKR की इस सफलता का सबसे प्रमुख राज़ सुनील नारायण हैं, जिन्हें गौतम गंभीर ने अपनी KKR वापसी के बाद फिर से ओपनिंग के लिए भेजा। नारायण ने ना सिर्फ़ बल्ले (461 रन) बल्कि गेंद (15 विकेट) से भी कमाल दिखाया और वे प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ बनने की दौड़ में भी सबसे ऊपर हैं। गेंदबाज़ी में वरूण चक्रवर्ती (18 विकेट), हर्षित राणा (16 विकेट) और आंद्रे रसल (15 विकेट) ने जबकि बल्लेबाज़ी में फ़िल सॉल्ट (435 रन) ने नारायण का बख़ूबी साथ दिया है।
सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH)
14 मैचों में आठ जीत और 17 अंकों के साथ SRH अंक तालिका की दूसरी टीम है। SRH ने अपने अभियान की शुरुआत KKR के ख़िलाफ़ जीत से की थी। इसके बाद ऐसा मौक़ा भी आया, जब उन्हें लगातार चार मैचों में जीत मिली। बाद में उनका अभियान लड़खड़ाया ज़रूर, जब उन्हें अगले चार मैचों में तीन में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन LSG के ख़िलाफ़ 10 विकेट की बड़ी जीत और GT के ख़िलाफ़ रद्द मुक़ाबले के कारण वे प्लेऑफ़ में पहुंचने में सफल रहे। SRH की इस सफलता का राज़ अभिषेक शर्मा (467 रन) और ट्रैविस हेड (533) की सलामी जोड़ी रही, जिन्होंने टी20 बल्लेबाज़ी का एक नया अध्याय लिखते हुए छह बार अपनी टीम को 200 के पार पहुंचाया, जिसमें तीन बार तो 250+ का स्कोर था। गेंदबाज़ी में टी नटराजन (17 विकेट) और पैट कमिंस (15 विकेट) SRH के मुख्य हथियार रहें। अब देखना होगा कि कमिंस के कैबिनेट में क्या एक और ट्रॉफ़ी आ पाएगा?
राजस्थान रॉयल्स (RR)
एक समय RR ने अपने शुरुआती नौ मैचों में आठ मैच जीते थे और 16 अंकों के साथ वे प्लेऑफ़ में पहुंचने वाली पहली टीम बनने की कगार पर थी। लेकिन इसके बाद उन्हें अपने लगातार चार मैचों में हार का सामना करना पड़ा और वे बाहर होने की कगार पर भी आ गए थे। लेकिन अन्य टीमों के परिणाम RR के हक़ में आए और वे प्ले एलऑफ़ के लिए क्वालिफ़ाई कर गए। अगर रविवार को KKR के ख़िलाफ़ मैच बारिश के कारण रद्द नहीं होता और वे यह मैच जीत जाते तो वे टॉप-2 में भी प्रवेश कर सकते थे।
बहरहाल उनकी इस सफलता का राज़ रियान पराग (531) और संजू सैमसन (504) की बल्लेबाज़ी जबकि युज़वेंद्र चहल (17), आवेश ख़ान (13) और ट्रेंट बोल्ट (12) की गेंदबाज़ी रही। शुरुआती कुछ मैचों में उनके सलामी बल्लेबाज़ जॉस बटलर और यशस्वी जायसवाल फ़ॉर्म में नहीं थे, लेकिन बाद में उन्होंने भी शतक जड़ा और फ़ॉर्म वापसी के संकेत दिए। हालांकि बटलर अब टीम में नहीं हैं, जबकि जायसवाल भी शतक के बाद फिर से बुरे फ़ॉर्म से गुज़र रहे हैं।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (RCB)
RCB के लिए यह IPL अभियान किसी रोलर कॉस्टर से कम नहीं था। जब वे इस सीज़न में उतरे तो उनके पास 16 साल के सूखे को ख़त्म करने का दबाव था। इसके अलावा RCB महिला टीम की WPL जीत ने इन अपेक्षाओं और दबाव को और भी बढ़ाया था। लेकिन उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और उन्हें अपने शुरुआती आठ मैचों में से सात में हार का सामना करना पड़ा, जिसमें लगातार छह हार शामिल थे। हालांकि इसके बाद RCB ने ज़बरदस्त वापसी करते हुए अपने आख़िरी छह मुक़ाबले जीते और जब आख़िरी लीग मुक़ाबले में उन्हें CSK पर कम से कम 18 रन से जीत दर्ज करनी थी, तो उन्होंने 27 रन से जीत दर्ज कर ना सिर्फ़ पांच बार की विजेता को नॉकआउट किया, बल्कि ख़ुद प्लेऑफ़ में जगह बनाई। RCB की इस धमाकेदार वापसी के हीरो विराट कोहली (708 रन) रहे, जो इस लीग में सर्वोच्च स्कोरर भी हैं। कप्तान फ़ाफ़ डुप्लेसी (421 रन) और रजत पाटीदार (361 रन) ने उनका अच्छा साथ दिया है।
वहीं गेंदबाज़ी में जिस तरह से यश दयाल ने CSK के ख़िलाफ़ अंतिम ओवर में एमएस धोनी और रवींद्र जाडेजा जैसे बल्लेबाज़ों के सामने 17 रनों के क्वालिफ़ाइंग लक्ष्य का बचाव किया और सिर्फ़ सात रन दिए, वह क़ाबिल-ए-तारीफ़ था। दयाल इस सीज़न में 15 विकेट लेकर RCB के सबसे सफल बल्लेबाज़ रहे हैं, जिनका मोहम्मद सिराज (13 विकेट) और स्वप्निल सिंह (6 मैचों में 6 विकेट) ने बख़ूबी साथ दिया है।
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं.