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करूण नायर : फिर से टेस्ट टीम में वापसी करने का सपना मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है

"वे कहते हैं कि एक खिलाड़ी 30-31 पर शिखर पर होता है, मैं चाहूंगा कि यह मेरे मामले में भी सच हो"

Karun Nair celebrates reaching his century, Surrey vs Northamptonshire, LV= Insurance County Championship Division 1, The Kia Oval, September 20, 2023

पिछले एक साल में नायर का प्रदर्शन काफ़ी अच्छा रहा है  •  Getty Images for Surrey CCC

करूण नायर पिछले एक साल से कर्नाटक की टीम का हिस्सा नहीं है। भारतीय टीम में भी वह पिछले सात साल से नहीं खेले हैं। इसके बावजूद महाराजा T20 टूर्नामेंट का उदघाटन मैच देखने आए लोगों में नायर की लोकप्रियता साफ़ देखी जा सकती थी।
महाराजा T20 में नायर मैसूर वॉरियर्स की टीम की कप्तानी कर रहे हैं। पिछले संस्करण के फ़ाइनल में उनकी टीम को हुबली टाइगर्स के ख़िलाफ़ आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। नायर ने उस सीज़न मैसूर की टीम के लिए काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया था। उस दौरान उन्होंने 12 पारियों में 162.69 के धाकड़ स्ट्राइक रेट से 532 रन बनाए थे।
नायर के लिए यह सीज़न काफ़ी महत्वपूर्ण है। IPL में वह पिछले छह सीज़न से किसी भी टीम के नियमित खिलाड़ी नहीं हैं। हालांकि उन्हें ऐसा लगता है कि इस फ़ॉर्मैट में अच्छा-ख़ासा योगदान दे सकते हैं। कर्नाटका की तरफ़ से लगभग एक सीज़न तक टीम से बाहर रहने के बाद, 2023-24 के सीज़न में वह विदर्भ की टीम के लिए खेलने लगे। इस साल भी घरेलू क्रिकेट में वह विदर्भ के लिए ही खेलेंगे। नायर के लिए अभी उनका पहला गोल महाराजा T20 जीतना है।
32 वर्षीय नायर ने ESPNcriccinfo को बताया, "वे कहते हैं कि एक खिलाड़ी 30-31 पर शिखर पर होता है, मैं चाहूंगा कि यह मेरे मामले में भी सच हो। मेरा पिछला एक साल काफ़ी अच्छा रहा है। पिछले साल के महाराजा T20 के बाद मेरा घरेलू सीज़न काफ़ी अच्छा रहा।"
नायर ने विदर्भ के लिए खेलते हुए पिछले सीज़न के रणजी ट्रॉफ़ी में कुछ 690 रन बनाए थे। विदर्भ को फ़ाइनल में पहुंचाने में उनका बड़ा हाथ था। इसके सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के कुछ मैचों में भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था। बंगाल के ख़िलाफ़ उन्होंने 52 गेंदों में 95 रन बनाते हुए, विदर्भ को एक बड़ी जीत दिलाई थी। विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में भी उन्होंने एक शतक और एक अर्धशतक लगाया था।
नायर ने कहा, "अगर आपने पिछले सीज़न की शुरुआत में मुझसे कहा होता कि मैं इतने रन बनाऊंगा, तो मैं उस बात पर विश्वास भी कर लेता। मैं एक साल तक घर पर रहा, कई अवसरों को टालता रहा, और जब कुछ भी काम नहीं आया, तो मैंने खु़द से पूछा कि मेरे पास और क्या विकल्प हैं। इसलिए जब मुझे मौक़ा मिला, तो फिर से अपनी टीम के लिए योगदान देने में सक्षम होना, एक अच्छा ऐहसास था। कठिन समयों ने मेरी मदद की है। इससे मैं खु़द पर और अधिक ज़ोर देता हूं। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण मैच या टूर्नामेंट वह है जो मैं अभी खेल रहा हूं। मैंने बहुत आगे के बारे में नहीं सोचना सीख लिया है।"
नायर की शानदार घरेलू फ़ॉर्म के कारण उन्हें इस साल अप्रैल-मई में सात चैंपियनशिप खेलों के लिए नॉर्थेंप्टनशायर की टीम ने फिर से अपनी टीम में शामिल कर लिया। उस दौरान नायर ने 11 पारियों में 487 रन बनाए, जिसमें नाबाद 202 रन की शानदार पारी शामिल है।
नायर ने उस बारे में कहा, "मैं अपने आप को साबित करना चाहता था कि पिछले साल अच्छा प्रदर्शन करना कोई तुक्का नहीं था। [पिछले सीज़न में उन्होंने तीन पारियों में 249 रन बनाए थे]। मेरा मुख्य ध्यान ज़्यादा से ज़्यादा रन बनाने पर था। भले ही परिस्थितियां कठिन थी लेकिन मैं चाहता था कि इस मौक़े का पूरा फ़ायदा उठाना चाह रहा था।"
एक छोटे से ब्रेक के बाद नायर लय में वापस आने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें दलीप ट्रॉफ़ी के लिए नहीं चुना गया है, लेकिन वह यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि वह उन तरीक़ों पर भरोसा करें, जिसकी मदद से वह इतने रन बनाने में सफल रहे।
"मुझे लगता है कि मैं पहले जैसी ही अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहा हूं। मैं अच्छी स्थिति में हूं, मुझे पता है कि मेरे खेल का स्तर अभी कहां है। मैं सिर्फ़ यह सुनिश्चित कर रहा हूं कि अगर मुझे मौके़ मिले तो मैं उसका पूरा लाभ लूं। हर सुबह उठना और टेस्ट क्रिकेट खेलने का रास्ता खोजने का सपना देखना अभी भी मुझे रोमांचित करना है।"