भारत का अभ्यास सत्र : कोहली बनाम बुमराह, रोहित के पुल शॉट से झूमे दर्शक
एडिलेड में भारत के अभ्यास सत्र के दौरान काफ़ी लोग आए थे, जहां उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों को पैर से वॉलीबॉल, मज़ाक-मस्ती और बल्लेबाज़ी करते हुए देखा
अलगप्पन मुथु
03-Dec-2024
गुलाबी गेंद की क्रिकेट में रंगों का एक शानदार संगम देखने को मिलता है। हरा मैदान, सफे़द कपड़ों में खिलाड़ी और लाल रंग की चादर ओढ़े आसमान एक बेहतरीन चित्र का निर्माण करता है। पहले डे-नाइट टेस्ट की यह तस्वीर इन सारे रंगों को ख़ुद में समेटे हुए है।
2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गए इस मैच ने कुल 1,23,768 दर्शकों को आकर्षित किया था। इसके अलावा अगर किसी डे-नाइट टेस्ट के सिर्फ़ पहले दिन की बात करें तो ऐशेज़ के दौरान यहां पर पहले दिन 55317 लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। जब ऑस्ट्रेलिया बॉर्डर-गावस्कर सीरीज़ के दूसरे मैच के लिए भारत की मेज़बानी करेगा, तो इस संख्या के टूटने की संभावना है।
मंगलवार को दोनों टीमों के अभ्यास सत्र आम जनता के लिए खुले थे। सुबह उस्मान ख़्वाजा, स्टीवन स्मिथ और मार्नस लाबुशेन को बल्लेबाज़ी करते हुए देखने के लिए कुछ लोग मौजूद थे, वहीं शाम को भारत के अभ्यास सत्र ने न केवल नेट्स के पास का क्षेत्र, बल्कि उसके ऊपर के तीन स्टैंड तक का हिस्सा भर दिया।
भारत के पास डे-नाइट टेस्ट का ज़्यादा अनुभव नहीं है। उन्होंने अब तक चार डे-नाइट टेस्ट खेले हैं, और उनका आखिरी मैच लगभग तीन साल पहले हुआ था। इसके विपरीत ऑस्ट्रेलिया हर सीज़न में ऐसा मैच खेलता है और केवल एक ही डे-नाइट टेस्ट हारा है।
इसलिए रोहित शर्मा और उनकी टीम द्वारा इन तीन दिनों में किया गया काम, गुलाबी गेंद के व्यवहार के बारे में मिली जानकारी को प्राप्त करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगी। उनका अभ्यास सत्र के दौरान जिस संख्या में लोग आए और जिस तरह का शोर मचाया जा रहा था, उसकी उम्मीद शायद भारतीय टीम ने नहीं की होगी। शायद अभ्यास के दृष्टिकोण से यह उनके लिए आदर्श नहीं रहा होगा। हालांकि वह लोग जो अपने बच्चों के साथ बल्ला और जर्सी ऑटोग्राफ के लिए लेकर आए थे, उनके पास अब एक कहानी होगी, जिसे बार-बार और थोड़ा और बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा सकेगा।
भारत ने तीन से चार घंटे चुनौतीपूर्ण अभ्यास किया, जहां उन्हें न केवल मुख्य कोच गौतम गंभीर की देखरेख में रहना पड़ा, बल्कि प्रशंसकों की उत्सुक निगाहें भी झेलनी पड़ीं। हर बड़े शॉट पर प्रशंसकों की जयकार ने माहौल को और ख़ास बना दिया। एक पल ऐसा आया जब रोहित ने अपना पुल खेला और इसका कनेक्शन इतना अच्छा था कि तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा मैदान गूंज उठा।
एडिलेड में भारतीय टीम ने जम कर अभ्यास किया•Getty Images
रोहित और ऋषभ पंत सबसे पहले नेट्स पर उतरे। यह कार्यक्रम से आधे घंटे पहले हुआ। इस दौरान भारत के कप्तान अपने फ्रंट-फुट प्ले पर काम करते दिखे। बैटिंग कोच अभिषेक नायर के साथ उनकी बार-बार चर्चा हुई।
इसके बाद पूरी टीम मुख्य मैदान पर इकट्ठी हुई और पैरों से फुटबॉल खेला, जिसमें कुर्सियों की पंक्ति नेट्स का काम कर रही थी। इसके बाद के एल राहुल आकाशदीप की गेंदों का सामना करते दिखे। उस दौरान जब गेंद ने राहुल के बल्ले का किनारा लिया तो वह ख़ुद से थोड़ा नाराज़ दिखे।
सबसे दिलचस्प मुक़ाबला विराट कोहली बनाम जसप्रीत बुमराह था। शुरुआती कुछ गेंदों को आसानी से छोड़ने के बाद कोहली ने बैकफ़ुट पर बुमराह के ख़िलाफ़ एक पंच खेला, जिसे देखकर यह स्पष्ट था कि वह काफ़ी सतर्कता के साथ बल्लेबाज़ी कर रहे थे। बुमराह ने पिंक बॉल से पिच पर अच्छा मूवमेंट निकाला। उन्होंने पंत को राउंड द विकेट से काफ़ी अच्छी गेंदबाज़ी की और उन्हें कई बार बीट किया।
यह नेट्स पर सत्र काफ़ी गंभीर था। यह शॉट-मेकिंग से भरा हुआ था। पर्थ बल्लेबाज़ अपने डिफ़ेंस पर ध्यान दे रहे थे, लेकिन यहां बल्लेबाज़ों ने गेंदबाज़ों को बॉस की तरह खेला।
भारत अभी भी अपनी टॉप ऑर्डर की संरचना पर स्पष्ट नहीं है। हालांकि नेट सत्रों में खिलाड़ियों की जोड़ी से कुछ सुराग मिल सकते हैं - जायसवाल और राहुल (नंबर 1 और 2), कोहली और गिल (नंबर 3 और 4), और रोहित और पंत (नंबर 5 और 6)। हालांकि इस बात को लेकर कोई भी स्पष्टता शुक्रवार को टॉस तक नहीं आएगी। इससे ऑस्ट्रेलियाई टीम को असमंजस में रखना संभव होगा।