टेलर ने न्यूज़ीलैंड क्रिकेट में नस्लीय असंवेदनशीलता का ख़ुलासा किया
पूर्व बल्लेबाज़ ने अपनी आत्मकथा में लिखा, "अपने अधिकांश करियर में मैं गोरों के बीच एक अकेला भूरे चेहरे वाला सदस्य रहा हूं"
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो स्टाफ़
11-Aug-2022
रॉस टेलर ने अपनी आत्मकथा में इसका ख़ुलासा किया • ICC/Getty Images
न्यूज़ीलैंड के पूर्व बल्लेबाज़ रॉस टेलर ने खु़लासा किया है कि न्यूज़ीलैंड क्रिकेट में उन्हें और अन्य खिलाड़ियों को नस्लभेदी टिप्पणी का सामना करना पड़ा था।
इस साल की शुरुआत में अंतरर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अपनी नई आत्मकथा रॉस टेलर ब्लैक एंड व्हाइट में टेलर ने लिखा है कि न्यूज़ीलैंड में खेल "एक सफे़द लोगों का खेल" था और उन्होंने ड्रेसिंग के अंदर नस्लवाद का अनुभव किया था, जहां कमरों में शामिल लोगों द्वारा "मज़ाक़" बनाया जाता था। टेलर की मां समोआ ट्राइब से आती हैं।
न्यूज़ीलैंड हैराल्ड द्वारा प्रकाशित आत्मकथा में टेलर ने लिखा, "न्यूज़ीलैंड में क्रिकेट सफ़ेद लोगों का खेल रहा है। मेरे अधिकांश करियर में मैं गोरों के बीच एक अकेला भूरे चेहरे वाला सदस्य रहा हूं। इसकी अपनी चुनौतियां हैं, जिनमें कई आपके साथियों या क्रिकेट जनता के लिए यह स्पष्ट नहीं है। पोलिनेशियन समुदाय का खेल में नाटकीय रूप से कम प्रतिनिधित्व है, ऐसे में यह शायद कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि लोग कभी-कभी यह मान लेते हैं कि मैं माओरी या भारतीय हूं।"
"कई मायनों में ड्रेसिंग रूम में मज़ाक़ के तौर पर यह होता था। एक साथी मुझसे कहता था, 'तुम आधे अच्छे लड़के हो, रॉस ने कहा लेकिन कौन सा आधा अच्छा था? जवाब मिला तुम नहीं जानते मैं क्या कहना चाह रहा हूं।' मैं समझ गया था। दूसरे खिलाड़ियों को भी जातीयता पर टिप्पणी झेलनी पड़ी।"
"सभी संभावनाओं में एक पाकेहा [गोरा न्यूज़ीलैंडर] यह सब कमेंट सुनकर सोचता होगा, 'अरे चलो कोई नहीं, यह सिर्फ़ एक मज़ाक़ ही तो है।' लेकिन वह एक गौरे इंसान के तौर पर इसको सुन रहा है और यह उन जैसे लोगों पर कमेंट नहीं है। तो कोई दिक्कत नहीं है, कोई उन्हें सही नहीं करता है। फिर प्रभाव लक्ष्य पर पड़ता है।"
"आपको आश्चर्य होगा यदि आपको उनको जवाब देना चाहिए लेकिन तब आपको चिंता होती है कि कहीं आप अपने लिए एक बड़ी दिक्कत खड़ी ना कर लो या एक मज़ाक़ को नस्लभेदी टिप्पणी बनाने का आरोप लगकर आपको खेल से दूर ना कर दिया जाए। यह सब आसानी से होने देना, लेकिन क्या यह सही है?"
कहीं और, टेलर ने न्यूज़ीलैंड टीम के वातावरण के उन अनुभवों के बारे में भी लिखा जो नस्लीय रूप से "असंवेदनशील" थे।
न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के एक प्रवक्ता ने न्यूज़ीलैंड हेराल्ड को बताया, "न्यूज़ीलैंड क्रिकेट नस्लवाद की निंदा करता है, हम न्यूज़ीलैंड मानवाधिकार आयोग के 'नस्लभेद को जगह नहीं दें' अभियान के समर्थक हैं और जिस तरह के व्यवहार से रॉस को गुज़रना पड़ा उसके लिए हम निराश हैं। हम निश्चित रूप से रॉस से संपर्क करके इस मामले पर चर्चा करेंगे।"
अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।