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शिखर धवन: मैंने यह उम्मीद छोड़ दी है कि प्लेऑफ़ में पहुंचने के लिए कोई परिणाम हमारे पक्ष में जाएगा

पंजाब किंग्स के कप्तान दिल्ली के ख़िलाफ़ अपने गेंदबाज़ों के प्रदर्शन से काफ़ी निराश थे

बुधवार को पंजाब किंग्स की टीम को दिल्ली कैपिटल्स के हाथों 15 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद पंजाब के कप्तान शिखर धवन ने कहा है कि उन्होंने अब इस चीज़ की उम्मीद छोड़ दी है कि प्लेऑफ़ में पहुंचने के लिए कोई परिणाम उनके पक्ष में जाएगा। साथ ही वह अपने गेंदबाज़ों से काफ़ी निराश थे क्योंकि उन्होंने प्लान के मुताबिक गेंदबाज़ी नहीं की।
तेज़ गेंदबाज़ों को मदद देने वाली परिस्थितियों में पंजाब के गेंदबाज़ पावरप्ले में ठीक से गेंदबाज़ी नहीं कर पाए। सैम करन, कगिसो रबाडा, अर्शदीप सिंह और नेथन एलिस की गेंदबाज़ी के दौरान तीसरे और छठे ओवर के बीच सात चौके और तीन सिक्सर लगाए गए। फिज़ूलख़र्ची के उन ओवरों के दौरान दिल्ली की टीम को काफ़ी फ़ायदा हुआ। पहली 16 गेंदो पर दिल्ली की टीम ने 11 रन बनाए और उसके बाद पावरप्ले के ख़त्म होते-होते उन्होंने 61 रन बनाए लिए।
धवन ने मैच के बाद कहा, "हमने पहले छह ओवरों में अच्छी गेंदबाज़ी नहीं की। उस वक़्त जिस तरह से गेंद स्विंग कर रही थी, हमें उस दौरान कुछ विकेट लेने चाहिए थे।" मौजूदा आईपीएल में पंजाब के गेंदबाज़ों के द्वारा पावरप्ले में विकेट नहीं ले पाना एक अहम समस्या रही है। इस आईपीएल में उन्होंने पावरप्ले में कुल 14 विकेट लिए हैं, जो लखनऊ सुपर जायंट्स के बाद दूसरा सबसे ख़राब आंकड़ा है। इसके अलावा पंजाब के गेंदबाज़ों ने पावरप्ले में 9.20 की इकॉनमी से रन भी ख़र्च किया है।
धवन ने कहा, "हमारे गेंदबाज़ों ने गेंद को ऊपर पिच नहीं किया, जबकि उन्हें यह करना चाहिए था। योजना वही थी। दुर्भाग्य से वे इसे लागू नहीं कर सके। हम विकेट लें या नहीं, यह अलग बात है। लेकिन हमें सही क्षेत्रों में गेंदबाज़ी करनी चाहिए, जो हम काफ़ी लंबे समय से नहीं कर रहे हैं और इससे हमें नुक़सान हो रहा है। पावरप्ले में हम हमेशा 50-60 रन दे रहे हैं और यह ठीक है लेकिन हमें विकेट भी लेने चाहिए।"
तेज़ गेंदबाज़ों को जिस तरह से रन पड़ रहे थे, उसके कारण धवन को एक बड़ा फ़ैसला लेते हुए 16वां, 18वां और 20वां हरप्रीत बराड़ से करवाना पड़ा, जो एक ग़लत फ़ैसला साबित हुआ। उस समय राइली रुसो बढ़िया लय के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ा रहे थे और इसका उन्होंने पूरा फ़ायदा उठाया। अंतिम ओवर में तो उन्होंने 23 रन बना कर दिल्ली को 200 के पार लेकर चले गए।
धवन ने कहा, "आख़िरी ओवर में स्पिनर से गेंदबाज़ी कराने का मेरा फै़सला भी उल्टा पड़ गया। इससे पहले भी मेरे तेज़ गेंदबाज़ (एलिस) को भी (19वें ओवर में) 18 रन पड़े थे। उन दो ओवरों में हमने मैच गंवा दिया।"