विराट कोहली : भारतीय क्रिकेट के लाभ के लिए मैं शुभमन गिल की मदद करना चाहता हूं
कोहली ने कहा है कि दोनों बल्लेबाज़ एक दूसरे का काफ़ी सम्मान करते हैं
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो स्टाफ़
06-Jun-2023
अभ्यास सत्र के दौरान कोहली और गिल • ICC via Getty Images
'किंग' और 'प्रिंस' जैसे तमगों को नकारते हुए विराट कोहली ने मंगलवार को कहा कि वह शुभमन गिल की मदद करने के इच्छुक हैं। साथ ही भारतीय क्रिकेट के लाभ के लिए गिल की क्षमता और समझ को विकसित करने के लिए हर सम्भव मदद करने की कोशिश करेंगे।
पिछले एक साल में गिल ने क्रिकेट के तीनों फ़ॉर्मेट में अपनी प्रतिभा का शानदार मुज़ाहिरा किया है। कोहली ने कहा कि वह गिल के साथ काफ़ी बात करते हैं। साथ ही दोनों बल्लेबाज़ एक दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं।
हालिया बीते आईपीएल सीज़न में गिल ने सबसे अधिक 890 रन बनाए थे। आईपीएल के इतिहास में यह किसी भी बल्लेबाज़ के द्वारा बनाया गया दूसरा सर्वाधिक रन है। साल 2016 में कोहली ने आईपीएल में कुल 973 रन बनाए थे। इन उपलब्धियों के अलावा भी गिल ने इस सीज़न में कई और रिकॉर्ड बनाए और भारतीय क्रिकेट फैंस के बीच में विराट कोहली के उत्तराधिकारी के रूप में उभरे हैं।
कोहली ने आईसीसी से कहा, ''वह (गिल) खेल के बारे में मुझसे काफ़ी बातें करते हैं। वह सीखने के लिए बहुत उत्सुक हैं और इस उम्र में उनमें ग़ज़ब का कौशल है।"
"उनमें उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन करने की अद्भुत क्षमता और स्वभाव है। साथ ही वह बहुत ही आश्वस्त नज़र आते हैं। हमारे बीच एक ऐसा रिश्ता है, जो सम्मान के आधार पर एक बेहतर समझ विकसित करता है।"
गिल ने हाल ही में वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया था। आईपीएल की अगर बात की जाए तो पिछले पांच मैचों में तीन शतक हैं। साथ ही 15 टेस्ट मैचों में उनके खाते में दो शतक भी हैं।
कोहली को लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ बुधवार से ओवल में शुरू हो रहे विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फ़ाइनल में गिल बढ़िया प्रदर्शन कर सकते हैं।
कोहली ने कहा, "मैं उनको आगे बढ़ने में और साथ ही उनकी क्षमता एवं समझ को विकसित करने के लिए मदद करना चाहता हूं। इस चीज़ को लेकर काफ़ी उत्सुक भी हूं ताकि भारतीय क्रिकेट को फ़ायदा हो और वह लंबे समय तक खेल सकें।"
हालिया समय में अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर यह बात लगातार कही जा रही है कि कोहली अगर क्रिकेट के किंग हैं तो गिल प्रिंस हैं।
कोहली ने इस संदर्भ में कहा, "किंग और प्रिंस जैसे टैग और उस तरह की चीज़ें जनता और दर्शकों के लिए ही सही है। मुझे लगता है कि किसी भी वरिष्ठ खिलाड़ी का काम युवाओं की मदद करना है और उन्हें अंतर्दृष्टि देना है।"