9 फ़रवरी 2003 को साउथ अफ़्रीकी पुरुष टीम ने घर पर खेले जा रहे वनडे विश्व कप की शुरुआत एक हार के साथ की थी। अब 20 साल बाद जब (टी20) विश्व कप साउथ अफ़्रीका लौटा है, महिला टीम को श्रीलंका के हाथों
पहले ही मैच में हार का सामना करना पड़ा। घर पर अब तक सबसे अधिक (8402) दर्शकों के सामने मेज़बान टीम को इस परिणाम की उम्मीद नहीं थी।
वहीं दूसरी तरफ़ श्रीलंकाई ख़ेमे में कप्तान
चमारी अटापट्टू के लिए यह सपनों सरीखा था। 13 सालों तक अकेले दम पर श्रीलंका को संभालने वाली चमारी ने 2016 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपना पहला टी20 अंतर्राष्ट्रीय अर्धशतक लगाया था और इस मैच में अर्धशतक के साथ उन्होंने विश्व कप की शानदार शुरुआत की।
पहले मैच में जीत दर्ज करने के बाद चमारी ने कहा, "किसी को श्रीलंका से जीत की उम्मीद नहीं रहती। सब सोचते हैं कि श्रीलंका के पास साधारण खिलाड़ी और साधारण टीम हैं। इसलिए जब हम हारते हैं तो कोई बड़ी बात नहीं होती है। हम पर कोई दबाव नहीं होता है। मैंने अपने खिलाड़ियों को निडर होकर खेलने तथा अपने कौशल पर विश्वास करने को कहा।"
साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध मैच से दो दिन पहले
चमारी ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो से कहा था कि वह एक हवाई ऑफ़ ड्राइव के साथ इस टूर्नामेंट का सबसे लंबा छक्का लगाना चाहती हैं। शुक्रवार को वह ऐसा कर नहीं पाईं लेकिन अपनी पारी में उन्होंने पांच करारी कवर ड्राइव, तीन पावरफ़ुल पुल और एक स्लॉग स्वीप जड़ा।
चमारी को दूसरे छोर पर 17 वर्षीय
विश्मी गुणारत्ना का साथ मिला जिनके साथ उन्होंने दूसरे विकेट के लिए 86 रन जोड़े। उनका कहना है कि विश्मी एक युवा सुपरस्टार हैं और उनका भविष्य बहुत उज्जवल हैं।
उन्होंने कहा, "मैंने उससे सिर्फ़ इतना कहा कि वह गेंद पर ध्यान दे और इस बारे में न सोचे कि गेंदबाज़ी कौन कर रहा है। वह जानती है कि (साउथ अफ़्रीका की अनुभवी तेज़ गेंदबाज़) शबनिम (इस्माइल) नंबर एक गेंदबाज़ हैं, इसलिए उसने जो पहली बाउंड्री मारी तब मैंने कहा, 'आपने दुनिया के नंबर एक गेंदबाज की गेंद पर हिट किया और आप इस ओवर में एक और बाउंड्री लगा सकती हैं।' उसने दूसरी बाउंड्री मारी और मैंने उससे कहा, 'तुम वास्तव में अच्छी हो, नंबर एक गेंदबाज़ से बेहतर हो, इसलिए तुम एक और बाउंड्री लगा सकती हो'।"
इसके अलावा चमारी ने यह स्वीकार किया कि उन्हें फ़ील्डिंग में बेहतर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा, "मुझे दबाव पसंद है। हमारे पास चंद ही अनुभवी खिलाड़ी हैं तो मैं हमेशा आगे आकर नेतृत्व करती हूं। इन परिस्थितियों में हम पर कोई दबाव नहीं है।"