भारत 106/4 (18.5 ओवर) (शेफ़ाली 32, हरमनप्रीत 29*, सना 23-2) ने पाकिस्तान 105/8 (20 ओवर) (दार 28, मुनिबा 17, अरुंधति 19-3) को 8 विकेट से दी मात
महिला T20 विश्प कप 2024 में
भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से हराते हुए शानदार वापसी की है। दुबई में खेले गए इस मुक़ाबले में भारतीय गेंदबाज़ों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान को 105/8 रनों पर ही रोक दिया और फिर 19वें ओवर में लक्ष्य का पीछा कर लिया। भारत की तरफ़ से तेज़ गेंदबाज़
अरुंधति रेड्डी ने 19 रन देकर तीन विकेट झटके, जो उनके T20I करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। जबकि लक्ष्य का पीछा करते हुए
शेफ़ाली वर्मा ने सर्वाधिक 32 रन बनाए और हरमनप्रीत कौर 29* रन बनाकर गर्दन में चोट की वजह से पवेलियन लौट गईं थी, जब हरमनप्रीत लौंटी तो भारत जीत से दो रन ही दूर था।
भारत के लिए ज़रूरी ये था कि मुक़ाबला जल्द से जल्द जीता जाए ताकि
नेट रन-रेट में भारत बहुत ज़्यादा पीछे न हो जाए। लेकिन सादिया इक़बाल ने पांचवें ओवर में ही स्मृति मांधना को पवेलियन की राह दिखा दी। जिसके बाद भारत ने तेज़ रन गति से रन बनाने के बजाए संभल-संभल कर खेलने को तरजीह दी। इस मैच में एक और चीज़ ये देखने को मिली कि नंबर-3 पर हरमनप्रीत ख़ुद नहीं आईं बल्कि जेमिमाह रॉड्रिग्स को चर्चित तीसरे नंबर पर भेजा।
शेफ़ाली और रॉड्रिग्स ने सुनिश्चित किया कि भारतीय पारी लड़खड़ाए नहीं, यही वजह थी कि शेफ़ाली अपने अंदाज़ के विपरित खेल रहीं थीं। इन दोनों के बीच 43 रन की सूझबूझ से भरी साझेदारी हो चुकी थी और भारत एक अच्छी स्थिति में आ चुका था। लेकिन शेफ़ाली ओमाइमा सोहैल की गेंद पर बड़ा प्रहार करने के चक्कर में लॉन्ग-ऑन पर लपकी गईं, शेफ़ाली ने 35 गेंदों पर 32 रन बनाए लेकिन अपना काम कर दिया था। भारत को अब 49 गेंदों पर 45 रन की दरकार थी आठ विकेट शेष थे, क्रीज़ पर अब रॉड्रिग्स का साथ देने हरमनप्रीत आ चुकी थीं। हालांकि पाकिस्तान ने अभी हौसला नहीं छोड़ा था, 16वें ओवर में फ़ातिमा सना ने लगातार दो गेंदों पर रॉड्रिग्स और ऋचा घोष को विकेट के पीछे आउट करते हुए पाकिस्तान के लिए उम्मीद जगा दी थी।
रॉड्रिग्स ने 23 रन बनाए जबकि ऋचा को खाता खोलने का भी मौक़ा नहीं मिला। भारत को अब 26 रनों की दरकार थी, क्रीज़ पर कप्तान हरमनप्रीत मौजूद थीं। सना तीसरे शिकार के भी क़रीब पहुंच गईं थी जब दीप्ति को 18वें ओवर में अंपायर ने LBW आउट दे दिया था लेकिन दीप्ति ने DRS लिया और रिप्ले में पता चला कि गेंद पहले बल्ले पर लगी थी फिर पैड पर लिहाज़ा दीप्ति और भारत बाल-बाल बचे। इसके बाद हरमनप्रीत और दीप्ति ने भारत को जीत तक पहुंचा दिया, दीप्ति 7 रन बनाकर नाबाद लौंटी जबकि फ़ातिमा सना ने पाकिस्तान की ओर से सर्वाधिक दो विकेट झटके।
दुबई की इस धीमी पिच पर इससे पहले टॉस जीतकर पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया था। जहां पहले ही ओवर में रेणुका सिंह ने गुल फ़िरोज़ा एक बेहतरीन इनस्विंगर पर क्लीन बोल्ड कर दिया था, फ़िरोज़ा ने स्कोरर को परेशान करने की ज़हमत भी नहीं उठाई। कुछ ही देर बाद दीप्ति शर्मा ने भी सिदरा अमीन को धीमी गेंद पर छकाया, जहां अमीन स्वीप करने की कोशिश में बोल्ड हो गईं।
शुरुआती झटकों से पाकिस्तान की टीम अभी उबरी भी नहीं थी कि अरुंधति की स्विंग और वेरिएशन के जाल में और भी उलझती चली गईं। भारतीय गेंदबाज़ों ने नियमित अंतराल पर पाकिस्तान को झटके दिए और नतीजा ये हुआ कि उन्होंने अपने सात विकेट 71 रन पर ही गंवा दिए थे। निदा डार और फ़ातिमा सना ने कोशिश ज़रूर की लेकिन सोभना आशा ने इस साझेदारी को तोड़ते हुए पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
हालांकि आख़िरी लम्हों में सैयदा अरूब शाह के नाबाद 14* रनों की बदौलत पाकिस्तान ने किसी तरह 100 का आंकड़ा पार कर लिया। अरुंधति के अलावा भारत की ओर से श्रेयंका पाटिल को दो जबकि रेणुका, दीप्ति और सोभना को एक-एक क़ामयाबी हाथ लगी।
इस जीत के बाद ग्रुप ए में अब श्रीलंका को छोड़कर सभी टीमों ने अपने-अपने खाते खोल लिए हैं। हालांकि एक सवाल ज़रूर रहेगा कि क्या भारत ने इस मुक़ाबले को जल्द से जल्द जीतकर नेट रन-रेट को बेहतर करने का मौक़ा गंवा दिया?
भारत का अगला मुक़ाबला 9 अक्तूबर को श्रीलंका के ही ख़िलाफ़ है, जबकि पाकिस्तान का अगला मुक़ाबला दुबई में ही 12 अक्तूबर को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध होगा।