1997 के बाद पहली बार श्रीलंका ने भारत को वनडे द्विपक्षीय सीरीज़ हराया
तीसरे वनडे में श्रीलंकाई टीम ने भारत को 102 रनों से हराया
राजन राज
07-Aug-2024
भारत पिछले वनडे 10 सीरीज़ से श्रीलंका को मात दे रहा था। हालांकि 27 साल पुराना रिकॉर्ड अब टूट चूका है। तीसरे वनडे में भारत को 102 रनों के बड़े अंतर से हरा कर श्रीलंका ने भारत को हरा दिया है। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए श्रीलंका ने एक मुश्किल पिच पर 248 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारत की पूरी टीम 138 के कुल स्कोर पर सिमट गई।
श्रीलंका की तरफ़ से आविष्का फर्नांडो (96) और कुसल मेंडिस (59) ने बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली। वहीं भारत की तरफ़ से अपना डेब्यू वनडे खेल रहे रियान पराग ने सबसे ज़्यादा तीन विकेट हासिल किए। गेंदबाज़ी में श्रीलंका की तरफ़ से दुनित वेल्लालगे ने 27 रन देकर पांच विकेट लिए।
आविष्का फ़र्नांडो रहे मैच के हीरो
फ़र्नांडो जब बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तब कोलंबो की पिच बल्लेबाज़ी के लिए सबसे ज़्यादा आसान थी। समय के साथ पिच मुश्किल होते जा रही थी। ऐसे में यह काफ़ी ज़रूरी था कि श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज़ इस दौरान ज़्यादा से ज़्यादा रन बनाएं। इस ज़िम्मेदारी को पूरा करते हुए फ़र्नांडो ने 96 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इस पारी के दौरान उन्होंने पहले पतुम निसंका के साथ 89 रनों की साझेदारी की और कुसल मेंडिस के साथ 82 रनों की साझेदारी की। इन्हीं दो साझेदारियों के कारण श्रीलंका एक सुरक्षित स्कोर तक पहुंचने में सफल रहा।
क्या था इस मैच का टर्निंग प्वाइंट
इस पिच की पहली झलक दिखते ही, यह तय हो गया था कि यह पिच पिछले दो वनडे की तुलना में और ज़्यादा कठिन होगी। यहां पर रन बनाने का सबसे अच्छा मौक़ा शुरुआती 20-25 ओवरों में था। श्रीलंका के शुरुआती बल्लेबाज़ों ने यहीं पर मैच को मोड़ दिया। पहले विकेट के लिए 89 और दूसरे विकेट के लिए 82 रनों की साझेदारी हुई। यही इस मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट था। पिच के मिज़ाज़ को देखते हुए, यहां पर 200 का स्कोर लड़ने लायक होता और इन दोनों साझेदारियों की वजह से श्रीलंका 36वें ओवर में ही 171 के स्कोर पर पहुंच गई थी। इसके बाद पुछल्ले बल्लेबाज़ों ने भी आख़िरी के तीन ओवरों में जम कर बल्ला चलाया और श्रीलंका के शानदार स्कोर तक पहुंच गया।
इस मैच का तात्पर्य क्या है?
श्रीालंकाई टीम इस जीत को नई शुरुआत के तौर पर देखेगी। पिछले कुछ सालों में उनकी टीम का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं था। हालांकि भारत को मात देने के बाद वे एक नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे। वहीं भारत के लिए इस सीरीज़ से काफ़ी कुछ सीखने को मिलेगा। यह सच है कि टॉस ने एक अहम भूमिका अदा कि लेकिन टीम संयोजन को लेकर भारतीय टीम को काफ़ी कुछ सोचना होगा।
राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं