भारत 311 (राहुल 111, जाडेजा 75, माइल्स 4-45), काउंटी सिलेक्ट इलेवन 220 (हमीद 112, यादव 3-22, सिराज 2-32) से 91 रन से आगे
पिछले दस सालों से भारतीय टीम ने विदेशों में टेस्ट श्रृंखला से पहले दोस्ताना मैच खेलने अधिक पसंद किए हैं। लेकिन प्रथम श्रेणी मैच की बात ही कुछ और होती है, जैसा कि बुधवार को देखने को मिला जब काउंटी इलेवन के बल्लेबाज़ों ने भारतीय गेंदबाज़ों को जमकर मेहनत कराई।
2016 में 19 साल की उम्र में भारत आकर टेस्ट डेब्यू करने वाले हसीब हमीद अब 24 साल के हो गए हैं और उन्हें अब बचकाने अवतार से पहचाना भी नहीं जा सकता है। लेकिन उन्होंने वे सभी लक्षण दिखाएं जो कि उन्होंने भारत के अपने पहले और एकमात्र दौरे पर दिखाया था और जो उन्हें भविष्य का एक क्लासिकल टेस्ट ओपनर बनाता है।
चेस्टर-ले-स्ट्रीट मैदान में उन्होंने काउंटी सिलेक्ट इलेवन के लिए शानदार शतक बनाया। यह इस सत्र का उनका तीसरा और कुल मिलाकर आठवां प्रथम श्रेणी शतक था। उन्होंने अपने इस शतक से भारत के ख़िलाफ़ पहले दो टेस्ट मैचों के लिए इंग्लैंड टीम में अपने
चयन को भी सही साबित किया।
काउंटी सेलेक्ट इलेवन की पारी 220/9 पर समाप्त हुई। अंगूठे के चोट के कारण आवेश ख़ान बल्लेबाज़ी के लिए उतर नहीं सकें। वह अब इंग्लैंड दौरे से भी
बाहर हैं।
बुधवार को भारतीय गेंदबाज़ों को पर्याप्त अभ्यास करने का मौका मिला। लंच तक मेजबान टीम का स्कोर 4 विकेट पर 56 रन था। लेकिन इसके बाद हमीद ने अपना संयम और एकाग्रता दिखाना शुरू किया। उन्होंने पहले दो सत्रों में अपने आपको क्रीज़ पर स्थापित करने का समय दिया और फिर अंतिम सत्र में जमकर शॉट लगाएं।
वह अक्षर पटेल के ख़िलाफ़ विशेष रूप से आक्रामक थे। हमीद ने अक्षर पर लगातार तीन चौके मारे और अपने आप को 60s में पहुंचाया। फिर उन्होंने रवींद्र जडेजा पर भी अपना आक्रमण जारी रखा। जब वह 90s में थे, तो एक छोर से जसप्रीत बुमराह को अंतिम सत्र में लाया गया। लेकिन हमीद ने वहां भी अपना धैर्य नहीं खोया और 228 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया।
इस दौरान हमीद को एक जीवनदान भी मिला, जब 60 के स्कोर पर केएल राहुल ने विकेट के पीछे एक आसान मौका गंवाया। वह अक्षर पटेल की एक फ़्लाइटेड गेंद को कवर के बीच से ड्राइव करने की कोशिश में आगे बढ़े थे। उन्होंने घरेलू टीम के द्वारा बनाए गए रनों का 50% से अधिक रन बनाया। लिंडन जेम्स के साथ उनकी 75 रनों की साझेदारी दिन की सर्वोच्च साझेदारी थी।
हमीद का फुटवर्क देखने लायक था। सुबह के सत्र में बुमराह और उमेश यादव की कौन सी गेंद को खेलना है और कौन सा छोड़ना है, उसका वह बेहतरीन निर्णय ले रहे थे। यह उनकी तरफ से एक था कि वह अनुभवी गेंदबाज़ों के आक्रमण से भी तंग नहीं होने वाले हैं। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, उन्होंने स्पिन के खिलाफ फुर्तीला फ़ुटवर्क दिखाया।
हमीद के शो से पहले भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने मैच में अपनी भागीदारी दिखाई और विपक्षी टीम के शीर्ष क्रम को टिकने नहीं दिया। जेक लिब्बी और रॉबर्ट येट्स क्रमशः उमेश और बुमराह की खूबसूरत गेंदों पर आउट हुए। इसके बाद विरोधी टीम की ओर से खेल रहे वाशिंगटन सुंदर को सिराज ने अपना शिकार बनाया। विकेट के पतझड़ के बीच दूसरे छोर पर हमीद सुदृढ़ दिखें। उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा करने के लिए 134 गेंदों का सामना किया।
बुमराह और उमेश ने लंच से पहले और बाद में पांच-पांच ओवर फेंके। जहां बुमराह ने हिट द डेक गेंदबाज़ी की, वहीं उमेश ने स्विंग कराने के लिए आगे गेंदें की। हमीद का विकेट लेने वाले शार्दुल ठाकुर ने अपनी गेंदबाज़ी के साथ खूब प्रयोग किए और कभी-कभी ओवरपिच व कभी शॉर्ट गेंदबाज़ी की। इसलिए बल्लेबाज़ कभी उन पर हाथ खोलते और कभी डक करते हुए नजर आए। उन्होंने 14-6-31-1 के आंकड़े के साथ अपनी गेंदबाज़ी समाप्त की।
ठाकुर एक और विकेट ले सकते थे, लेकिन विकेटकीपर केएल राहुल लेग साइड में बल्लेबाज़ से टच होकर जाती एक शॉर्ट गेंद को नहीं पकड़ सकें।
जाडेजा और अक्षर के लिए इस मैच में कुछ अधिक नहीं था। वे अधिकतर सहयोगी की ही भूमिका में नजर आएं। जाडेजा ने डेब्यू कर रहे जेम्स रियू को रोहित शर्मा के हाथों स्लिप पर कैच कराया। लेकिन लियम पैटरसन-व्हाइट ने भारत के इस प्रमुख बाएं हाथ के स्पिनर पर जमकर चौके जड़ें।
मैच में भाग नहीं ले रहे विराट कोहली ने दूसरे दिन के खेल के दौरान नेट्स में अभ्यास किया। लंच के समय कोहली ने भारतीय बल्लेबाज़ी कोच विक्रम राठौर और थ्रोडाउन विशेषज्ञ नुवान सेनविरत्ने के साथ 18 गज की दूरी से थ्रोडाउन अभ्यास किया। उन्होंने ससेक्स के ऑफ़ स्पिनर जैक कार्सन का भी सामना किया। मुख्य कोच रवि शास्त्री दूर से ही उनके अभ्यास को देख रहे थे।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल के अंतिम दिन अपना हाथ चोटिल करा बैठे भारत के सबसे अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ इशांत शर्मा ने भी नेट अभ्यास में हिस्सा लिया।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर दया सागर ने किया है।