इस मैच में डेवन कॉन्वे ने अपना लगातार तीसरा अर्धशतक पूरा किया • BCCI
चेन्नई सुपर किंग्स 208 पर 6 (कॉन्वे 87, ऋतुराज 41, दुबे 32, नॉर्खिये 3-42) ने दिल्ली कैपिटल्स 117 ऑल आउट (मार्श 25, मोईन 3-13) को 91 रन से हराया
डेवन कॉन्वे ने अपनी शानदार फ़ॉर्म को बरक़रार रखा और मोईन अली ने तीन विकेट लेकर चेन्नई सुपर किंग्स को दिल्ली कैपिटल्स के विरुद्ध 91 रनों से एक विशाल जीत दिलाई। प्लेऑफ़ की दौड़ में बने रहने का प्रयास कर रही दिल्ली ने पहली पारी में 208 रन ख़र्च किए। इसके बाद उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए केवल 45 रनों के भीतर अपने अंतिम आठ विकेट गंवाए।
208 रन बनाने को देख रही दिल्ली के सात बल्लेबाज़ 10 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। यह लक्ष्य आसान नहीं होने वाला था और पृथ्वी शॉ की ग़ैरमौजूदगी और डेविड वॉर्नर के जल्दी आउट होने से उनका काम और बिगड़ गया। चेन्नई के प्रत्येक गेंदबाज़ को सफलता मिली। युवा तेज़ गेंदबाज़ मुकेश चौधरी, सिमरजीत सिंह और अनुभवी ड्वेन ब्रावो ने दो-दो जबकि महीश थीक्षना ने एक विकेट अपने नाम किया।
चेन्नई की जीत ने उन्हें आख़िरकार अंतिम दो से बाहर निकाला। वह प्रतियोगिता में बने हुए हैं लेकिन भाग्य का बड़ा सहारा ही उन्हें प्लेऑफ़ में लेकर जाएगा। वहीं दूसरी तरफ़ दिल्ली कैपिटल्स पर पांचवें स्थान से सातवें स्थान पर खिसकने का ख़तरा मंडरा रहा है। उनकी तरह पंजाब किंग्स और सनराइज़र्स हैदराबाद 11 मैचों के बाद 10 अंकों पर हैं।
दिल्ली का लड़खड़ाना
शॉ की जगह एकादश में खेल रहे केएस भरत के जल्दी आउट होने के बावजूद दिल्ली कैपिटल्स की पारी की शुरुआत अच्छी रही थी। वॉर्नर थीक्षना की गेंद को रिवर्स स्वीप करने के प्रयास में पगबाधा हुए। उन्हें लग रहा था कि गेंद पहले ग्लव पर लगी थी लेकिन ऐसा नहीं था। मिचेल मार्श और ऋषभ पंत ने सात चौके और एक छक्का लगाकर पारी को संभाला और आवश्यक रेन रेट को नियंत्रण में रखा।
हालांकि इसके बाद दिल्ली की गाड़ी पटरी से नीचे उतर गई। मोईन ने मार्श को ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद को स्लॉग करने का लालच दिया और वह लॉन्ग ऑन पर कैच देकर चलते बने। अगले ओवर में पहले उन्होंने बल्ले के अंदरूनी किनारे की मदद से पंत को बोल्ड किया और फिर रिपल पटेल को अपना शिकार बनाया। 81 पर पांच की स्थिति से वापसी की जा सकती थी लेकिन दूसरे छोर पर डबल विकेट मेडन ओवर ने मैच को लगभग समाप्त कर दिया। मुकेश ने पांच गेंदों के भीतर पहले अक्षर पटेल और फिर रोवमन पॉवेल को पवेलियन भेजकर दिल्ली के लिए जीत को पहुंच से दूर भेज दिया। शार्दुल ठाकुर ने 24 रन बनाए और टीम को 117 तक पहुंचाया।
मोईन का मैजिकल दिन
मैच के बाद मोईन ने कहा कि बतौर ऑफ़ स्पिनर उनकी मुख्य भूमिका गेंद को स्पिन करवाने की है। उन्होंने पहले इस्तेमाल की गई विकेट पर अपनी फिरकी का जाल बिछाया और तीन बल्लेबाज़ों को फंसाया। अपने स्पेल की तीसरी ही गेंद पर मार्श की विकेट ने उन्हें लय दी और इसे बरक़रार रखते हुए उन्होंने उम्दा प्रदर्शन किया।
दूसरे छोर से मुकेश के बढ़िया ओवर ने बल्लेबाज़ों पर अतिरिक्त दबाव बनाया। इसके बाद मोईन ने कुलदीप यादव के ख़िलाफ़ पांच डॉट गेंदें डाली और अपने पूरे स्पेल में उन्होंने केवल 13 रन दिए।