टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का निर्णय लेने वाले शुभमन गिल का निर्णय यहां पर ख़राब साबित हुआ। 23 साल के प्रियांश आर्य ने डेब्यू IPL मैच में ही शानदार पारी खेली। प्रियांश ने पहली गेंद से ही दिखा दिया था कि वह कितने आत्मविश्वास के साथ आए हैं और उन्हें किसी चीज़ का भय नहीं है। मोहम्मद सिराज के पहले ओवर में ही फ्लिक से चौका लगाकर प्रियांश ने खाता खोला था। इसके बाद कगिसो रबाडा को भी उन्होंने कुछ अच्छे शॉट लगाए। केवल 23 गेंदों में 47 रन बनाने के बाद वह राशिद ख़ान का शिकार बने। उनकी पारी में सात चौके और दो छक्के शामिल रहे।
शशांक सिंह ने अंत में श्रेयस के साथ मिलकर पारी को शानदार अंत दिया। शशांक केवल 16 गेंदों में 44 रन बनाकर नाबाद रहे। पारी के अंतिम ओवर में शशांक ने सिराज को पांच चौके लगाए थे। श्रेयस अंतिम ओवर में तब भी दो रन भाग रहे थे जब वह ख़ुद 97 के स्कोर पर थे।
इसके बाद लक्ष्य का पीछा करते समय GT के दिमाग़ में ये बात थी कि यदि उन्होंने क्रीज़ पर समय बिताया तो इसे हासिल कर सकते हैं। धीमी शुरुआत के बाद शुभमन गिल ने चार्ज किया और 14 गेंदों में 33 रन की पारी खेली। उनके साथ आए साई सुदर्शन ने पहली 21 गेंदों में केवल 25 रन बना थे, लेकिन बाद में उन्होंने बेहतरीन कमबैक किया। उन्होंने 31 गेंदों में पचासा पूरा किया और फिर खुलकर खेलने लगे। सुदर्शन जब काफ़ी खतरनाक दिख रहे थे तभी 13वें ओवर में अर्शदीप सिंह ने उन्हें आउट करके PBKS की वापसी कराई।
इंपैक्ट के रूप में आए शरफ़ेन रदरफ़ोर्ड ने अपनी पहली चार गेंदों में दो छक्के और एक चौका लगाया। हालांकि, PBKS का प्लान साफ़ था, उन्होंने अपने इम्पैक्ट सब को केवल पांचवें और छठे स्टंप पर गेंदबाज़ी करने का निर्देश दिया, जिससे रदरफ़ोर्ड को हाथ खोलने का मौक़ा नहीं मिल पाए। ओवर लंबा जरूर साबित हुआ लेकिन यहां से गुजरात का मुंमेंटम टूट गया। यही वजह थी कि 18वें ओवर में सेट बल्लेबाज़ जोस बटलर 33 गेंदों में 54 रन बनाकर चलते बने। यहीं से मैच पूरी तरह से मेहमान टीम की ओर चलता बना था।