न्यूज़ीलैंड के कप्तान
केन विलियमसन ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टी20 विश्व कप फ़ाइनल में मिली हार का ठीकरा अपने गेंदबाज़ों के ऊपर नहीं फोड़ा। उन्होंने कहा कि इस पूरे टूर्नामेंट के दौरान उनके गेंदबाज़ों ने बेहतरीन गेंदबाज़ी की।
न्यूज़ीलैंड की गेंदबाज़ी इकाई फ़ाइनल की रात में 173 रन के लक्ष्य का बचाव नही कर पाई।
ट्रेंट बोल्ट को छोड़कर सभी गेंदबाज़ों ने अपने लाइन और लेंथ मिस किए और उनकी जमकर धुनाई हुई। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों ने ख़ासतौर पर ईश सोढ़ी और टिम साउदी पर निशाना साधा।
विलियमसन ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया ने आज हमसे बहुत बेहतर क्रिकेट खेला और हमें दबाव में बनाए रखा। हम नियमित समय पर विकेट नहीं हासिल कर पाए, जिससे उन पर दबाव नहीं बन सका। उन्होंने मोमेंटम हासिल किया और फिर उसे कभी खोने नहीं दिया।"
दुबई की इस पिच पर पहली पारी में दोहरा उछाल देखने को मिला। पावरप्ले के दौरान न्यूज़ीलैंड सिर्फ़ 32 रन ही बना सकी, जो इस टूर्नामेंट के दौरान उनका न्यूनतम पावरप्ले स्कोर है। हालांकि कप्तान विलियमसन ने ख़ुद ज़िम्मेदारी अपने सर पर लेते हुए 48 गेंदों पर शानदार 85 रन बनाए और टीम के स्कोर को 172 तक पहुंचाया।
उन्होंने कहा, "दूसरी पारी की परिस्थितियों को देखते हुए इसे विशाल स्कोर तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन फिर भी यह अच्छा स्कोर था। शुरुआती विकेटों का दबाव बनाकर संभवतः अन्य दिनों पर हम इसका बचाव कर लेते। लेकिन, शायद यह हमारा दिन नहीं था।"
हार के बावजूद न्यूज़ीलैंड को अपनी टीम पर गर्व है। ग्रुप मैचों के शानदार प्रदर्शन के बाद उन्होंने सेमीफ़ाइनल में टूर्नामेंट की फ़ेवरिट टीम में से एक इंग्लैंड को हराया और लगातार तीसरे आईसीसी टूर्नामेंट के फ़ाइनल में पहुंचे।
विलियमसन ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया की टीम बेहद मजबूत है। उन्होंने पूरे विश्व कप के दौरान बेहतरीन क्रिकेट खेला, जिसे उन्होंने फ़ाइनल में भी बरकरार रखा। हालांकि इस पूरे टूर्नामेंट के दौरान हमने जो क्रिकेट खेला, उस पर हमें गर्व है। फ़ाइनल में भी हमने अच्छा क्रिकेट खेला, हालांकि यह इतना अच्छा नहीं था कि हम ख़िताब जीत सके।"